लोग ताने मारते थे… परिवार का नाम डुबाइ देहौ… आज वही मेरे लिए तालियां बजाते हैं: कपिल कनपुरिया
उसे गुमां है कि मेरी उड़ान कुछ कम है मुझे यकीं है कि ये आसमान कुछ कम है। कानपुर के केशवपुरम के रहने वाले वीडियो क्रिएटर कपिल कनपुरिया के जीवन का यही फलसफा है। अपने वीडियो से लोगों को गुदगुदाने वाले अभिनेता और कंटेंट राइटर कपिल के आज इंटरनेट मीडिया पर साढ़े छह लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। पढ़िए कपिल कनपुरिया की जुबानी उनकी सफलता की कहानी…
हिमांशु द्विवेदी, कानपुर। उसे गुमां है कि मेरी उड़ान कुछ कम है, मुझे यकीं है कि ये आसमान कुछ कम है। कानपुर के केशवपुरम के रहने वाले वीडियो क्रिएटर कपिल कनपुरिया के जीवन का यही फलसफा है। अपने वीडियो से लोगों को गुदगुदाने वाले अभिनेता और कंटेंट राइटर कपिल के आज इंटरनेट मीडिया पर साढ़े छह लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
उनके वीडियो में कानपुरिया अंदाज, यहां के रहन सहन, अनूठी बोली और व्यवहार की झलक दिखती है। जो भी वीडियो देखता है ठहाके लगाए बिना नहीं रह सकता। हालांकि, आज वह जिस मुकाम पर हैं, वहां तक पहुंचना आसान नहीं था। तमाम ताने सहे और संघर्षों में तपे। नतीजा यह है कि जो पहले उन्हें गालियां देते थे… आज वही उनके काम पर तालियां बजाते हैं।
पढ़िए, कपिल कनपुरिया की जुबानी उनकी सफलता की कहानी…
मैं कपिल कनपुरिया... केशवपुरम का रहने वाला हूं। बचपन से एक्टिंग का शौक था। हाईस्कूल तक पहुंचते पहुंचते ये शौक जुनून बन गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बढ़चढ़कर हिस्सा लेने लगा। साल 2007 में भागकर मुंबई पहुंच गया। इसके चक्कर में इंटर में फेल हो गया।पिताजी (कृष्ण कुमार शुक्ला) प्राइवेट नौकरी करते थे और चाहते थे कि बस बिटवा को कौनो तरह सरकारी नौकरी मिल जाए। रिश्तेदार और आस-पड़ोस वाले ताने मारने लगे कि ई का करि रहे हौ… इहमां कुछौ नाईं रखा है। परिवार का नाम डुबाइ देहौ।
मम्मी-पापा बहुत समझाए तो हम घर लौटे और बीए से लेकर एमबीए तक की डिग्री हासिल की। साल 2013 में दिल्ली की एक कंपनी में अकाउंट ऑफिसर की नौकरी मिल गई।
काम करते रहे लेकिन अंदर का अभिनेता जिंदा था। नौकरी के साथ नुक्कड़ नाटक करने लगे। एक दिन बॉस ने कह दिया कि नौकरी कर लो या तो नुक्कड़ नाटक। इस ताने के बाद हमने नौकरी छोड़ दी और दूसरी कंपनी में पहुंच गए। साल 2015-16 में कुछ वेब सीरीज में काम मिला, जिसे सराहा भी गया। हालांकि, सफलता अभी बहुत दूर थी। इस कश्मकश के बीच 2020 में कोरोना आया और दुनिया ठहर सी गई। अपने घर कानपुर लौट आया।
वर्क फ्रॉम होम के बीच एक ऑडियो एप पर मिमिक्री करने लगा। साल 2021 में अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ मिलकर छोटे-छोटे वीडियो बनाने लगा, लेकिन लोगों ने ज्यादा पसंद नहीं किया। इसकी वजह थी कि उसमें हम ही मम्मी, पापा और पत्नी का रोल करते थे। धीरे-धीरे दोस्त और रिश्तेदार भी अपने काम में व्यस्त हो गए।
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