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कार्तिक पूर्णिमा पर बिठूर घाट पर भक्तों ने लगाई आस्था की डुबकी, कई जिलों से गंगा स्नान करने पहुंचे श्रद्धालु

Kartik Purnima कार्तिक पूर्णिमा पर सोमवार को भोर पहर से गंगा स्नान के लिए भक्तों का संगम उमड़ा। बिठूर के साथ सरसैया घाट में हजारों की संख्या में श्रद्धालु शहर और आस-पास जिलों से पहुंचकर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। बिठूर में सोमवार को भोर पहर से हजारों श्रद्धालुओ ने ब्रह्मावर्त घाट पत्थर घाट सीता घाट महिला घाट लक्ष्मण घाट पर गंगा स्नान किया।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek PandeyUpdated: Mon, 27 Nov 2023 01:00 PM (IST)
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कार्तिक पूर्णिमा पर बिठूर घाट पर भक्तों ने लगाई आस्था की डुबकी, कई जिलों से गंगा स्नान करने पहुंचे श्रद्धालु

जागरण संवाददाता, कानपुर। कार्तिक पूर्णिमा पर सोमवार को भोर पहर से गंगा स्नान के लिए भक्तों का संगम उमड़ा। बिठूर के साथ सरसैया घाट में हजारों की संख्या में श्रद्धालु शहर और आस-पास जिलों से पहुंचकर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।

बिठूर में सोमवार को भोर पहर से हजारों श्रद्धालुओ ने ब्रह्मावर्त घाट, पत्थर घाट सीता घाट, महिला घाट लक्ष्मण घाट पर गंगा स्नान किया। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर ब्रम्हेश्वर महादेव, ब्रम्हा खूंटी, महाकालेश्वर मन्दिर के दर्शन आरती कर सुख समृद्धि मांगी और दीपदान किया।

वहीं, संध्याकाल में बाबा आनंदेश्वर घाट, सरसैया घाट पर असंख्य दीपों से मां गंगा का वंदन कर देवाताओं का स्वागत किया जाएगा।

श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर किया दान

सोमवार को श्रद्धालुओ ने गंगा स्नान कर दान पुण्य किया। आचार्य आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन प्रात: काल व्रत का संकल्प लेकर पवित्र नदी सरोवर या कुंड में स्नान करना शुभकारी होता है। इस दिन स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने चंद्रोदय पर शिवा, शंभू, संतति, प्रीति, अनसूइया, और क्षमां छह कृतिकाओं का पूजन किया।

सोमवार को भीड़ के चलते चुंगी चौराहे, और शनि देव चौराहे से ही वाहन प्रतिबंधित रहा। बिठूर में प्रति वर्ष कानपुर नगर देहात, औरैया, इटावा, हमीरपुर, बांदा, महोबा, चित्रकूट, फतेहपुर आदि आसपास के कई जिलों के लोग इस पावन आस्था के पर्व पर गंगा स्नान करने पहुंचे।

घाटों पर दिखेगी दीपों की ज्योति शृंखला

सोमवार को संध्याकाल में गंगा के तटों पर दीपदान किया जाएगा। सरसैया घाट और बाबा आनंदेश्वर घाट पर कई समितियों की ओर से गंगा में दीपदान किया जाएगा। दीपदान में कई समितियों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

आचार्य आशुतोष द्विवेदी बताते है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन प्रात काल जाकर व्रत का संकल्प ले और किसी पवित्र नदी सरोवर या कुंड में स्नान करें इस दिन चंद्रोदय पर शिवा, शंभू, संतति, प्रीति, अनसूइया, और क्षमां, इन छह कृतिकाओं का पूजन अवश्य करना चाहिए।

कार्तिक पूर्णिमा की रात में व्रत करके जिससे लाभ मिलता है इस बार भीड़ के चलते चुंगी चौराहे, और शनि देव चौराहे से ही वाहन प्रतिबंधित है घाटों तक भीड़ के चलते वाहनों को रोक दिया गया है जिससे आने जाने में जाम की स्थिति न हो जल गहरे होने के कारण घाटो पर बैरीकेडिंग लगाई गई थी।

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बिठूर में प्रति वर्ष कानपुर नगर, देहात, औरैया, इटावा, हमीरपुर, बांदा, महोबा, चित्रकूट, फतेहपुर आदि आसपास के कई जिलो के लोग इस पावन आस्था के पर्व पर गंगा स्नान करने आते है इस बार प्रशासन ने सड़को पर दुकानें नही लगी है

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