जानिए- क्या है सी विजिल एप और चुनाव में कैसे भड़काऊ भाषण और धन वितरण पर लगाएगा रोक
निर्वाचन आयोग ने चुनाव में भड़काऊ भाषण कंबल धन साड़ी शराब वितरण व बिना अनुमति कार्यक्रमों के बारे में पता लगाने के लिए सी विजिल एप लांच किया है। इसके जरिए रिटर्निंग अफसर 100 मिनट के अंदर कार्रवाई कर सकेंगे।
By Abhishek AgnihotriEdited By: Updated: Sun, 16 Jan 2022 06:10 PM (IST)
कानपुर, जागरण संवाददाता। अगर किसी राजनीतिक दल का पदाधिकारी, कार्यकर्ता या उम्मीदवार कहीं पैसा, शराब, साड़ी, कंबल आदि बांटकर मतदाताओं को प्रभावित कर रहा हो या फिर जाति, धर्म और संप्रदाय के नाम पर वोट मांग रहा हो तो आप तत्काल शिकायत कर सकते हैं। इधर आप आनलाइन शिकायत करेंगे और उधर दो मिनट के अंदर संबंधित क्षेत्र के रिटर्निंग अफसर, सेक्टर, जोनल मजिस्ट्रेट, फ्लाइंग स्क्वाड के पास आपकी शिकायत भेज दी जाएगी ताकि उचित कार्रवाई हो सके। शिकायत करने के लिए आपको चुनाव कार्यालय जाने की जरूरत नहीं है। एंड्रायड फोन है तो उस पर सी विजिल एप डाउनलोड करें और चुनाव आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत करें।
निर्वाचन आयोग इस चुनाव को पारदर्शी बनाने के लिए प्रयासरत है। इसी कड़ी में सी विजिल एप को और प्रभावी बनाया गया है। इस पर आने वाली शिकायत का निस्तारण सौ मिनट के अंदर होना है। इस एप पर न सिर्फ भड़काऊ भाषण, धन, शराब वितरण की शिकायत कर सकते हैं बल्कि आयोग द्वारा प्रचार के लिए निर्धारित व्यक्तियों की संख्या से अधिक लोगों के साथ अगर कोई उम्मीदवार या किसी पार्टी का पदाधिकारी घूम रहा है तो इसके बारे में भी बता सकते हैं। सरकारी कर्मचारी या अधिकारी किसी उम्मीदवार या राजनीतिक दल की मदद करता है तो भी शिकायत की जा सकती है। अगर आपके पास वीडियो है तो भी उसे साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत कर सकते हैं।
शिकायतकर्ता का नाम गोपनीय रहेगा : एप पर शिकायत करने वालों का नाम, पता गोपनीय रखा जाएगा। आयोग ने शिकायतकर्ता की सुरक्षा को ध्यान में रखकर ही यह निर्णय लिया है। अगर किसी ने शिकायतकर्ता के बारे में किसी को बताया तो उस अधिकारी और कर्मचारी के विरुद्ध कार्रवाई भी होगी।
ऐसे डाउनलोड करें एप : भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट eci.gov.in पर जाकर सी विजिल एप को डाउनलोड कर सकते हैं।
ऐसे कर सकते हैं शिकायत
-आचार संहिता उल्लंघन का एक दो मिनट का वीडियो बनाएं या फोटो खींच लें। इसके बाद सटीक लोकेशन के साथ उसे एप पर अपलोड कर दें। अगर सटीक लोकेशन नहीं है तो जीपीएस को आन कर दें और फिर एप अपने आप लोकेशन जान लेगा। शिकायत के बाद एक यूनिक आइडी आपको मिलेगी। उससे आप जान सकेंगे क्या कार्रवाई हुई।-जो भी शिकायत होगी उसे कंट्रोल रूम को भेजा जाएगा। वहां से संबंधित टीम को शिकायत जाएगी और फिर प्रभावी कार्रवाई कर उचित जवाब एप पर अपलोड कर दिया जाएगा। पूरी कार्रवाई रिटर्निंग अफसर के माध्यम से होगी और 100 मिनट के अंदर होगी।
1950 पर कॉल करके भी करें शिकायत : अगर एंड्रायड फोन नहीं है तो चिंता की बात नहीं है। आयोग ने हेल्पलाइन नंबर 1950 शुरू किया है। इस पर आने वाली शिकायत पर भी तत्काल कार्रवाई होगी।
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