जानिए- कैसे करें हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के असली-नकली होने की पहचान, मेरठ में पकड़ा जा चुका है रैकेट
सरकार ने सभी तरह के वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट को लगाना अनिवार्य कर दिया है और प्लेट लगाने के लिए समय सीमा भी तय की है। इसके लिए पोर्टल पर आवेदन करके निर्धारित वाहन शोरूम से नंबर प्लेट दी जा रही है।
By Abhishek AgnihotriEdited By: Updated: Sun, 14 Feb 2021 10:58 AM (IST)
कानपुर, जेएनएन। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट (एचएसआरपी) लगने की शुरुआत होते ही बाजार में नकली नंबर प्लेट आने लगे हैं। मेरठ में नकली हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट बनाने का रैकेट पकड़ा गया है। इसे देखते हुए कानपुर में भी इस तरह की नंबर प्लेट लगाए जाने से इन्कार नहीं किया जा सकता है। असली व नकली हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट एक जैसी दिखती हैैं, इसमें सिर्फ बार कोड का अंतर है।
वाहनों में नंबर प्लेट बदलने का खेल रोकने के लिए सरकार ने सभी वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अनिवार्य कर दी है। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने के लिए समय सीमा भी निर्धारित कर दी गई है। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट पर नंबरों के अतिरिक्त होलोग्राम और लेजर से अंकित बारकोड होना जरूरी है। अगर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट पर बार कोड अंकित नहीं है तो यह नकली नंबर प्लेट है। शॉर्टकट के चक्कर में अगर किसी के बहकावे में आकर नंबर प्लेट बनाने वाली दुकान से एचएसआरपी लगवा ली, तो लेने के देने पड़ सकते हैं।
असली-नकली एचएसआरपी की पहचान
असली हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट एल्यूमीनियम से बनी है। प्लेट के बाई तरफ 20 गुणा 20 मिमी का होलोग्राम लगा होता है। प्लेट के बाई ओर नीचे दस अंकों का बार कोड अंकित होता है। नंबर प्लेट पर यह लेजर से बनाया जाता है। वाहन का चेसिस व इंजन नंबर दर्ज होता है। हर वाहन का बार कोड अलग होता है। नकली नंबर प्लेट पर बार कोड अंकित ही नहीं होता है।
इन वेबसाइट्स पर बुक करा सकते हैं एचएसआरपी
www.bookmyhsrp.comwww.makemyhsrp.comwww.siam.inइन हेल्पलाइन नंबरों पर कर सकते हैं संपर्क180012002019305387662
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।- नकली एचएसआरपी लगाकर वाहन चलाना गैर कानूनी है। पकड़े जाने पर जुर्माने के साथ वाहन सीज करने की कार्रवाई हो सकती है। वाहन स्वामी जल्द एचएसआरपी लगवाने के चक्कर में धोखा खाने से बचें। जहां से वाहन खरीदा है, उस डीलर्स के पास अथवा अधिकृत वेबसाइट पर ऑनलाइन बुकिंग कराएं। -सुधीर वर्मा, एआरटीओ, प्रशासन