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कानपुर के ओईएफ के उत्पादों की छह गुणा बढ़ी मांग, हिमालय की चोटियों पर सैनिकों तक पहुंचाने के लिए बनाए हल्के कवच

ओईएफ कानपुर में सेना के जवानों के कम वजन के उत्पाद तैयार किए गए हैं। इसके लिए आइआइटी से पढ़ाई करके निकले इंजीनियरों की टीम रक्षा उत्पादों पर अनुसंधान में जुटी है। हिमालय की चोटियों पर आसानी से ले जा सकने वाले कम वजन के उत्पाद तैयार किए हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Updated: Wed, 20 Jul 2022 11:50 AM (IST)
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ओईएफ कानपुर ने तैयार किए कम वजन वाले उत्पाद।

कानपुर, [विवेक मिश्र]। हिमालय की चोटियों पर हाड़ कंपाऊ ठंड व पल-पल बदलता मौसम भी फौजियों के लिए किसी दुश्मन से कम नहीं है। इस दुश्मन से निपटने के लिए ट्रुप कंफर्ट्स लिमिटेड की इकाई आयुध उपस्कर निर्माणी (ओईएफ) कानपुर उनको सुरक्षा कवच मुहैया करा रहा है। पहले की अपेक्षा छह गुणा मांग बढ़ी है। इसके लिए अलग-अलग भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान (आइआइटी) से पढ़े इंजीनियरों ने अनुसंधान करके भारतीय सैनिकों के लिए उच्च गुणवत्ता के सैन्य रक्षा उत्पाद तैयार किए हैं, जो हिमालयी क्षेत्र में सीमा की सुरक्षा में लगे जवानों के काम आ रहे हैं।

पूर्वी लद्दाख की गलवन घाटी में चीनी सैनिकों के साथ भारतीय फौजियों के टकराव के बाद बर्फ में चलने वाले बूट क्रैम्पटन (बर्फीले स्थानों पर चलने लायक कंटीले तले वाले), लाइट टेंट्स (विशेष कपड़े से तैयार किए गए हरे रंग के टेंट, जो रडार की नजर में नहीं आते) व ऐसी ही अलग तरह की किस्म का टेंट आर्कटिक, पोचो (ऐसा बैग, जिसमें ठंडा-गर्म पानी रख सकते हैं) सहित दर्जनों उत्पादों की मांग छह गुणा बढ़ी है।

इसे पूरा करने के लिए सैन्य अफसर ओईएफ के संपर्क में हैं। सियाचिन, लद्दाख में जहां पर तापमान माइनस 50 डिग्री तक चला जाता है, वहां पर जवानों को विषम परिस्थितियों से बचाने के लिए स्लीपिंग बैग बनाए गए हैं। एक अधिकारी के मुताबिक, वायुसेना की मांग पर ओईएफ उन्हें 1900 स्लीपिंग बैग दे चुका है। यह बैग उच्च हिमालयी क्षेत्र में ठंड अधिक होने पर फौजियों को गर्माहट देगा।

रकसैक बैग, छागल सहित पांच उत्पादों को मिला पेटेंट

ओईएफ कानपुर को भारत सरकार की ओर से रकसैक बैग (हथियार, राशन व फौजियों से जुड़ा कोई भी उत्पाद रखने वाला बैग), छागल (जाल, जिसे टेंट के ऊपर डाला जाता है), लचीला टेंट, यूनिवर्सल बैग किट आदि के डिजाइन का पेटेंट नंबर जारी किया गया है।

इससे अब कोई और संस्थान बिना ओईएफ की अनुमति के इन उत्पादों का निर्माण नहीं कर सकेगा। ओईएफ में आधुनिक युद्धक सामान 90 एवं 70 लीटर की क्षमता के रकसैक बैग बने हैं। अत्यधिक गर्म स्थानों पर जवानों को शीतल पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 6140 लीटर क्षमता की पानी की टंकियां भी सेना को पसंद आई हैं।

वायुसेना व पेट्रोलियम कंपनियों को भाए एंटी स्किड शूज

ओईएफ के उच्चाधिकारी ने बताया, संस्थान में बन रहे फिसलन रोधी जूते (एंटी स्किड शूज) वायुसेना व पेट्रोलियम कंपनियों को पसंद आ रहे। वायुसेना, ओएनजीसी, इंडियन आयल, गेल, अन्य पेट्रोलियम कंपनियों ने करीब एक लाख एंटी स्किड शूज का आर्डर दिया है। इन जूतों में लगा विशेष प्रकार का सोल किसी भी तैलीय या फिसलन वाले स्थान पर व्यक्ति को सुरक्षित रखता है। ये पैरों को बैक्टीरियल संक्रमण से भी बचाते हैं।