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दि चिन्टल्स स्कूल की प्रधानाचार्य बोली- अभिभावक मोबाइल, लैपटाप पर डिजिटल लाक लगाएं, बच्चों का स्क्रीन टाइम घटाएं

कानपुर के कल्याणपुर स्थित दि चिन्टल्स स्कूल की प्रधानाचर्य ने बताया कि आज कल बच्चे ज्यादा टाइम मोबाइल को दे रहे है। उन्होंने बताया कि अभिभावक मोबाइल लैपटाप पर डिजिटल लाक लगा कर रखें। जिससे बच्चें लैपटाप मोबाइल का ज्यादा प्रयोग नहीं कर पाएंगे।

By Nitesh MishraEdited By: Updated: Wed, 07 Sep 2022 10:21 PM (IST)
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आज कल बच्चे ज्यादा समय मोबाइल पर बिता रहे है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। वास्तव में स्क्रीन टाइम का अनुशासन वर्तमान समय की आवश्यकता बन गया है। आज बच्चों से लेकर बड़े लोग अपने घरेलू और व्यावसायिक दोनों क्षेत्रों में मोबाइल, लैपटाप, कंप्यूटर पर अधिक समय बिता रहे हैं। बच्चों के लिए स्क्रीन टाइम एक बड़ी समस्या बन चुका है।

अधिकांश बच्चे अपना ज्यादातर समय टीवी, लैपटाप, स्मार्टफोन, कंप्यूटर इत्यादि में व्यस्त हैं। वास्तव में ज्यादा समय स्क्रीन पर बिताने से बच्चों का सर्वांगीण विकास नहीं हो पा रहा है। इससे शारीरिक रूप से वो निष्क्रिय बन रहे हैं और साथ ही उनके मानसिक विकास में बाधा आ रही है। इसलिए, स्क्रीन टाइम में अनुशासन होना बहुत जरूरी है।

अभिभावकों को चाहिए कि वे इसी नई तकनीक का प्रयोग करते हुए डिजिटल लाक का प्रयोग करें। इसके लिए वो मोबाइल की एप का एक समय सीमा में निर्धारित कर सकते हैं। एप का समय पूरा होते ही वह स्वत: बंद हो जाएगा। अभिभावक पेरेंटिंग लाक जैसी सुविधाओं को अपनाकर भी बच्चों के स्क्रीन टाइम की निगरानी कर सकते हैं।

बच्चों के खाना खाते समय और सोने से पहले इन उपकरणों के प्रयोग को रोककर उनके स्क्रीन टाइम को कम कर सकते हैं। अभिभावकों को बच्चों के स्क्रीन टाइम के समय देखी या पढ़ी जाने वाली विषय- वस्तु पर नजर रखनी होगी। यदि उनकी विषय वस्तु गुणकारी है तो यह उनके सर्वांगीण विकास में सहयोग देगी।

अनुशासन सफलता की कुंजी है। इस मंत्र को ध्यान में रखकर हमें बच्चों के ही नहीं अपितु अपने भी स्क्रीन टाइम को अनुशासित करने का प्रयत्न करना चाहिए। क्योंकि प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हम ही बच्चों के आदर्श होते हैं।

स्मिता धवन, प्रधानाचार्य, दि चिन्टल्स स्कूल, कल्याणपुर।

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