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छेड़छाड़ करने वाले रेलकर्मी को यात्रियों ने जमकर पीटा, जीआरपी की हिरासत में बिगड़ी हालत तो हो गई मौत

बरौनी से नई दिल्ली जा रही हमसफर एक्सप्रेस में एक रेलवे कर्मी ने 11 साल की बालिका से छेड़छाड़ की। यात्रियों ने आरोपी को पीटा जिसके बाद जीआरपी ने उसे हिरासत में लिया। आरोपी की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। जीआरपी ने पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया था। आरोपी को मृतक आश्रित में नौकरी मिली थी।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Thu, 12 Sep 2024 11:02 PM (IST)
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डॉक्टरों के पैनल से शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
जागरण संवाददाता, कानपुर। बरौनी से नई दिल्ली जा रही हमसफर (क्लोन) एक्सप्रेस में बालिका से छेड़छाड़ के आरोपी रेलवे कर्मी को यात्रियों ने जमकर पीटा। लखनऊ के ऐशबाग से कानपुर के बीच हुई इस घटना की सूचना मेमो के आधार पर जीआरपी को लगी तो सेंट्रल स्टेशन पर रेलवे कर्मी को उतारा गया। 

बालिका की मां ने रिपोर्ट दर्ज कराई। जीआरपी ने उसे हिरासत में लिया। इसी दौरान रेलवे कर्मी की तबीयत बिगड़ी तो उसे एंबुलेंस से केपीएम अस्पताल भेजा गया जहां उसकी मौत हो गई। मुकदमा विवेचना के लिए ऐशबाग जीआरपी को भेजा जाएगा। डॉक्टरों के पैनल से शव का पोस्टमार्टम कराया गया।

यह है पूरा मामला 

बिहार के मुजफ्फरपुर के सरमस्तपुर निवासी रेलकर्मी प्रशांत कुमार सिवान से नई दिल्ली जाने के लिए सिवान से ट्रेन के कोच नंबर एम-1 के सीट नंबर 11 पर बैठे थे। आरोप है कि बुधवार की रात 11ः30 बजे इसी कोच में सफर कर रहे परिवार की 11 साल की बालिका को बहला-फुसलाकर अपनी पास बुलाया और सीट पर बैठा लिया। 

इस दौरान किशोरी की मां टॉयलेट गई थी। मां वापस लौटी तो बालिका उनसे लिपट गई। वह काफी डरी और सहमी थी। इसके बाद मां उसे टॉयलेट तक ले गई और डरने का कारण पूछा तो बालिका ने छेड़छाड़ की बात बताई। 

इस पर महिला ने अपने पति, ससुर और सास को जानकारी दी। कोच में सफर कर रहे दूसरे यात्रियों को भी महिला ने जानकारी दी। इस घटना के दौरान ट्रेन लखनऊ के ऐशबाग को पार कर रही थी। 

बालिका से छेड़छाड़ की घटना से उत्तेजित यात्रियों ने रेलवे कर्मी प्रशांत को पीटना शुरू कर दिया। कानपुर तक उसे पीटते हुए लाए। बालिका के परिजनों ने कंट्रोल रूम को सूचना दी, चूंकि ट्रेन कानपुर पहुंच रही थी, इसलिए जीआरपी सक्रिय हो गई। 

ट्रेन गुरुवार की सुबह 4.35 बजे सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर सात पर पहुंची तो जीआरपी प्रशांत को थाने ले आई। बालिका की मां ने तहरीर दी, जिस पर जीआरपी ने पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू की। 

इस दौरान दोपहर के 12 बज गए थे। इसी दौरान प्रशांत की हालत बिगड़ गई तो उसे एंबुलेंस को केपीएम अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 

जीआरपी प्रभारी ओमनारायण सिंह ने बताया कि इलाज के दौरान उसकी मौत हुई है। कलक्टरगंज थाना पुलिस को सूचना दी गई। डाक्टरों से पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया है। प्रशांत के परिजनों को सूचना दी गई तो उनके चाचा कानपुर आ गए थे। मुकदमा विवेचना के लिए ऐशबाग जीआरपी को भेजा जा रहा है।

साढ़े सात घंटे बाद भेजा अस्पताल

कंट्रोल रूम से बालिका के साथ छेड़खानी की सूचना पर जीआरपी ने सुबह 4.35 बजे प्लेटफार्म नंबर सात पर ट्रेन से उतारा था। जानकारों ने बताया कि प्रशांत जीआरपी के साथ चलकर थाने गए थे। महिला की तहरीर पर जीआरपी ने मुकदमा दर्ज किया तो प्रशांत की तबीयत बिगड़ गई। 

इस दौरान करीब साढ़े सात घंटे बाद दोपहर 12 बजे उसे अस्पताल भेजा गया। दोपहर 2.05 बजे डॉक्टर ने ईसीजी किया, जिसके बाद उसे मृत घोषित कर दिया। जीआरपी के मुताबिक प्रशांत जनरल टिकट पर क्लोन एक्सप्रेस के एम-1 कोच (एसी थर्ड इकोनॉमी कोच) में सफर कर रहा था। बालिका के परिजनों ने बताया कि टीटीई ने उसे कोच में 11 नंबर सीट दी थी।

मृतक आश्रित में मिली थी नौकरी

जीआरपी के मुताबिक प्रशांत को पिता अरुण कुमार की सेवाकाल के दौरान मौत होने पर मृतक आश्रित में ग्रुप डी में नौकरी मिली थी। वह मूलरूप से मुजफ्फरपुर, बिहार का रहने वाला था।

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