इंतजार खत्म! 16700 विधवा पेंशनधारकों के खातों में जल्द आएगी पेंशन, सॉफ्टवेयर से गायब हो गया लाभार्थियों का पूरा डाटा
Kanpur News विधवा पेंशनधारकों को हर माह एक हजार रुपये दिया जाता है। पेंशन लाभार्थियों को एनपीसीआइ के तहत बैंकों में आधार लिंक कराना है लेकिन सैकड़ों लाभार्थियों ने यह प्रक्रिया नहीं अपनाई जिससे उनके खातों में पेंशन नहीं पहुंच रही थी। अब इस समस्या का समाधान हो गया है और जल्द ही पेंशनधारकों के खातों में पेंशन जमा हो जाएगी।
जागरण संवाददाता, कानपुर। 16700 विधवा पेंशनधारकों के खातों में जल्द पेंशन आ जाएगी। 4700 लाभार्थियों का डाटा साफ्टवेयर से उड़ गया था और 12 हजार महिलाओं ने खाता एनपीसीआइ (राष्ट्रीय भुगतान निगम) नहीं कराया था। इस कारण इनके खाते में पेंशन नहीं पहुंच रही थी। इस कारण यह पेंशनधारक कलक्ट्रेट स्थित जिला प्रोबेशन दफ्तर के चक्कर लगा रहे थे।
50 हजार निराश्रित महिलाओं को मिलती है पेंशन
जिले में 50 हजार निराश्रित महिलाओं को विधवा पेंशन मिलती है। लाभार्थी को हर माह एक हजार रुपये दिया जाता है। पेंशन लाभार्थियों को एनपीसीआइ के तहत बैंकों में आधार लिंक कराना है।
सैकड़ों लाभार्थियों ने यह प्रक्रिया नहीं अपनाई। इसलिए उनके खातों में पेंशन नहीं पहुंच रही थी। ऐसे में हर रोज 10-12 लाभार्थी जिला प्रोबेशन अधिकारी के दफ्तर समस्या लेकर पहुंच रहे थे।
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डाटा रिकवर होने से खाते में भेजी जा रही राशि
साफ्टवेयर में देखकर इन्हें बताया जाता रहा कि उनका खाता एनपीसीआइ से लिंक नहीं कराया गया है। अब ज्यादातर ने एनपीसीआइ से खाते लिंक करा लिए हैं। इसी तरह 4700 पेंशनधारकों का डाटा साफ्टवेयर से उड़ गया था। इसलिए इनके खाते में पेंशन नहीं आ रही थी। अब डाटा रिकवर होने के कारण इनके खाते में पेंशन राशि भेजी जा रही है।
जिला प्रोबेशन अधिकारी जयदीप ने बताया कि मुख्यलय स्तर से डाटा रिकवर कर लिया गया है। ज्यादातर लाभार्थियों ने अपने खाते एनपीसीआइ करा लिए हैं। इसलिए इन सभी लाभार्थियों के खातों में जल्द पेंशन राशि पहुंच जाएगी। फिर भी अगर किसी को कोई दिक्कत हो तो कलक्ट्रेट स्थित दफ्तर में संपर्क कर सकता है।
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