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कानपुर रेलवे स्टेशन पर शताब्दी और वंदेभारत आने के समय अधिक बिक रहे प्लेटफार्म टिकट

कोरोना संक्रमण काल में पिछले साल प्लेटफार्म टिकट बिक्री पर रोक लगा दी गई थी। इसके बाद अब उत्तर मध्य रेलवे ने कानपुर समेत सात स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट बिक्री की अनुमति दी है लेकिन कीमत में पांच गुना इजाफा कर दिया है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Fri, 12 Mar 2021 08:44 AM (IST)Updated: Fri, 12 Mar 2021 08:44 AM (IST)
महंगा होने पर भी खरीदी जा रही प्लेटफार्म टिकट।

कानपुर, जेएनएन। सेंट्रल स्टेशन पर प्लेटफार्म टिकटों की बिक्री शुरू हुई तो रेलवे को भी अतिरिक्त राजस्व मिलने लगा। महंगा होने के बावजूद प्लेटफार्म टिकटों की बिक्री हर दिन बढ़ रही है। वंदे भारत और स्वर्ण शताब्दी के आने के समय ज्यादा टिकटें खरीदी जा रही हैं। सामान्य दिनों में सेंट्रल से रोजाना करीब 500 टिकट बिकते थे।

कोविड संक्रमण के चलते रेलवे ने पिछले वर्ष 22 मार्च से प्लेटफार्म टिकट की बिक्री पर रोक लगा दी थी। अनलॉक शुरू होने के बाद कुछ रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट बिक्री को अनुमति मिली। मंगलवार को उत्तर मध्य रेलवे ने कानपुर सेंट्रल समेत सात स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट बिक्री को अनुमति दी। इसकी कीमत 50 रुपये रखी गई। मंगलवार को पहले दिन 80 प्लेटफार्म टिकट बिके। दूसरे दिन बुधवार को 300 और गुरुवार को 305 प्लेटफार्म टिकटों की बिक्री की गई। रेलवे अधिकारियों ने बताया, सुबह 10-12 और शाम 4-7 बजे के बीच प्लेटफार्म टिकट अधिक बिक रहे हैं।

बता दें सुबह 11:20 बजे स्वर्ण शताब्दी और 10:10 बजे वंदेभारत अप गुजरती हैं। शाम को डाउन की स्वर्ण शताब्दी 4:48 बजे और वंदेभारत 6:50 बजे जाती है। अप स्वर्ण शताब्दी को छोड़ दें तो दोनों अन्य ट्रेनों से शहर से अधिक संख्या में यात्री सफर करते हैं, जिन्हें छोडऩे के लिए परिवार के लोग भी आते हैं। इससे हर दिन रेलवे को 15 हजार रुपये तक का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हो रहा है।


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