PM Modi UP Visit Highlights : परौंख में पीएम ने कहा- गांव में बसती है भारत की आत्मा, प्रतिभाओं का गला घोटता है परिवारवाद
PM Narendra Modi President UP Visit Highlights News Updates: कानपुर देहात के पैतृक ग्राम परौंख में राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कार्यक्रम आयोजित हुआ। पथरी देवी मंदिर में पूजन के बाद मिलन केंद्र में समूह की महिलाओं से मुलाकात की। प्रदर्शनी में लाल भिंडी और बुकनू की प्रशंसा की।
कानपुर देहात, जागरण संवाददाता। परौंख गांव में राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहुंचे और सबसे पहले पथरी माता मंदिर में पूजन किया। साथ में राष्ट्रपति की पत्नी सविता कोविन्द, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने आंबेडकर पार्क में बाबा साहब डा. भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा अनावरण किया। इसके बाद मिलन केंद्र में समूह की महिलाओं से बातचीत की। यहां से गांव का भ्रमण करते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और किसान उत्पाद प्रदर्शनी में लाल भिंडी और गृह उत्पाद बुकनू को भी देखा। कार्यक्रम स्थल समेत पूरे गांव में कड़ी सुरक्षा रही।
परौंख से कानपुर आए राष्ट्रपति, सर्किट हाउस में करेंगे रात्रि प्रवास
कानपुर में चकेरी ऐयरपोर्ट से प्रधानमंत्री विशेष विमान से दिल्ली रवाना हुए। वहीं परौंख गांव से राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द और उनकी पत्नी सविता कोविन्द हेलीकाप्टर से कानपुर सिविल एयरोड्रम पहुंचे। राष्ट्रपति कानपुर सर्किट हाउस में रात्रि प्रवास करेंगे।
परौंख गांव से प्रधानमंत्री दिल्ली रवाना
कार्यक्रम के समापन के बाद परौंख गांव से प्रधानमंत्री दिल्ली के लिए रवाना हुए..। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ के लिए हेलीकाप्टर से रवाना हो गए।
गांव मिट्टी में वो ताकत और लोगों ने स्नेह ने प्रधानमंत्री को बुलाया
राष्ट्रपति ने कहा, आज मैं जहां पर भी हूं, वो शुभचिंतकों की शुभेक्षाओं के साथ साथ अपनी मातृभूमि के आशीर्वाद के बल पर ही संभव हो सका है। मैं मानता हूं कि मेरे इस गांव की मिट्टी की वो ताकत है और आप सबका प्रधानमंत्री जी के लिए अपार स्नेह है, जिसने उन्हें भी इस छोटे से गांव में बुला लिया। मुझे बताया गया है कि गांव ही नहीं आसपास के क्षेत्र में प्रशासन द्वारा जन सुविधाओं से जुड़े कार्यों को संपन्न किया गया है। ऐसे कार्य के लिए राज्य सरकार और प्रशासन की सराहना करता हूं। आज के कार्यक्रम में राज्य सरकार और प्रशासन के जिन लोगों ने निष्ठा के साथ प्रयास व परिश्रम किया है, उन सबके लिए विशेष प्रशंसा करता हूं। राष्ट्रपति का संबोधन समाप्त...।
गांव आता हूं तो यहां माटी माथे से लगाता हूं..
राष्ट्रपति ने कहा, प्रधानमंत्री जी के आगमन से यहां के लोग एक दुर्लभ एतिहासिक घटना के साक्षी बन रहे हैं। मैं जब अपने गांव में आता हूं तो सहज ही मैं यहां की माटी को अपने माथे से लगाता हूं। शायद इस बात से सभी लोग सहमत होंगे कि प्रत्येक व्यक्ति के हृदय में उसमें अपनी मां और मातृभूमि के लिए श्रद्धा का भाव जीवन पर्यन्त बना रहता है। ऐसा ही भाव मैंने प्रधानमंत्री के जीवन में भी देखा है।
राष्ट्रपति ने कहा, प्रधानमंत्री का ऋणी हो गया परौंख
राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पैतृक गांव परौंख आगमन पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए स्वागत ज्ञापित किया। कहा, प्रधानमंत्री ने हमारे छोटे से गांव में जनता जनार्दन से मिलने यहां पर आए हैं। यह आपकी सहदृयता और उदारता भी है, आज मेरा गांव आपका ऋणी हो गया है बल्कि मेरा जिला भी अनुग्रहीत हो गया है। कहा, देश को नौ नौ प्रधानमंत्री दिए लेकिन राष्ट्रपति एक भी नहीं लेकिन आज उत्तर प्रदेश के लोगों को गर्व के अनुभूति होती है कि यहां के एक निवासी को पहली बार देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद का उत्तरदायित्व प्रदान किया गया। इसका श्रेय प्रधानमंत्री को जाता है।
परिवारवाद से खुद को मुक्त करें पार्टियां तभी लोकतंत्र होगा मजबूत
प्रधानमंत्री ने कहा, मैं तो चाहता हूं कि मजबूत विपक्ष हो, परिवारवाद के शिकंजे में फंसी पाटियां खुद को इससे मुक्त करें और इसका इलाज करें। तभी भारत का लोकतंत्र मजबूत हेागा। देश के युवाओं को राजनीति में आने का ज्यादा से ज्यादा अवसर मिलेगा। खैर, परिवारवाद पार्टियों से मैं कुछ ज्यादा ही उम्मीद कर रहा हूं।
मेरी किसी राजनीतक दल से व्यक्तिगत नाराजगी नहीं
प्रधनमंत्री ने कहा, मैं जब परिवारवाद के खिलाफ बात करता हूं तो कुछ लोगों को लगता है कि राजनीतिक बयान है, मैं किसी राजनीतिक दल के खिलाफ बात कर रहा हूं ऐसा प्रचार होता है। मैं देख रहा हूं कि जो लोग परिवारवाद की मेरी व्याख्या में सही बैठते हैं वो मुझसे भड़के हुए हैं, गुस्से में हैं। देश के कोने कोने में ये परिवारदवादी मेरे खिलाफ अब एकजुट हो रहे हैं। वो इस बात से भी नाराज हैं कि क्यों देश का युवा परिवारवाद के खिलाफ मोदी की बातों को इतनी गंभीरता से ले रहा है। मैं इन लोगों को कहना चाहता हूं कि मेरी बात का गलत अर्थ न निकालें, मेरी किसी राजनीतिक दल से या व्यक्ति से कोई व्यक्तिगत नाराजगी नहीं है।
प्रतिभाओं का गला घोटता है परिवारवाद
प्रधानमंत्री ने कहा, भारत में गांव में पैदा हुआ गरीब से गरीब व्यक्ति भी राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री के पद तक पहुंच सकता है। लेकिन, आज जब हम लोकतंत्र की इस ताकत की चर्चा कर रहे हैं तो इसके सामने खड़ी परिवारवाद जैसी चुनौतियों से सावधान रहने की जरूरत है। ये परिवारवाद ही है, जो राजनीति ही नहीं बल्कि हर क्षेत्र में प्रतिभाओं का गला घोटता है और उन्हें आगे बढ़ने से रोकता है।
देश वासियों ने हम चार लोगों को सौंपा बड़ा दायित्व
प्रधानमंत्री ने कहा, साथियों आज का ये अवसर एक और बात के लिए बहुत एतिहासिक है, क्योंकि ये देश के लोकतंत्र की ताकत और गांव की ताकत को एक साथ दिखाती है। यहां इस मंच पर आदरणीय राष्ट्रपति जी, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उपस्थित हैं। मुझे भी देश वासियों ने देश सेवा के लिए बड़ा दायित्व सौंपा हैं। हम चारों लोग किसी छोटे गांव या कस्बे से निकलकर यहां तक पहुंचे हैं। मेरा जन्म भी गुजरात के एक छोटे से कस्बे में हुआ था, गांव की संस्कृति, संस्कार और हमारे यहां जुड़े संघर्षों ने मजबूत किया। यही हमारे लाेकतंत्र की ताकत है।
न हो कोई भेदभाव और न कोई फर्क
प्रधानमंत्री ने कहा, शत प्रतिशत सशक्तिकरण, न कोई भेदभाव न कोई फर्क, यही तो सामाजिक न्याय है, समरसता और समानता का बाबा साहब का सपना था, जिसे आधार बनाकर उन्होंने हमे हमारा संविधान दिया था। बाबा साहब का वो सपना आज पूरा हो रहा है। देश उस दिशा में आगे बढ़ रहा है।
भारत का गांव जहां हो आध्यात्म और आदर्श
प्रधानमंत्री ने कहा, भारत का गांव जहां आध्यात्म भी हो आदर्श भी हो। भारत का गांव यानी जहां परंपराएं और प्रगतिशीलता भी हो, संस्कार और सहकार भी हो, ममता और समता भी हो। आज आजादी के अमृतकाल में ऐसे ही गांवों का पुनर्गठन पुनर्जागरण करना हमारा कर्त्वय है। इसी संकल्प को लेकर देश गांव गरीब और किसान पंचायती लोकतंत्र के विभिन्न आयामों पर काम कर रहा है। आज भारत के गांवों में सबसे तेज गति सड़कें बन रही हैं और आप्टिकल फाइबर बिछाया जा रहा है।
गांव में बसती है भारत की आत्मा
प्रधानमंत्री ने कहा, भारत की आत्मा गांव में बसती है, क्योंकि गांव हमारी आत्माओं में बसता है। आज जब देश अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है तो ग्रामीण भारत के लिए हमारे गांवों के लिए, हमारे सपने और भी महत्वपूर्ण हो जाते हैं। हमारे स्वाधीनता संग्राम के दौरान महात्मा गांधी ने भारत की आजादी को भारत के गांव से जोड़कर देखते थे।
गांव को जिया है तो हमारे भीतर से वो कभी नहीं निकलता है
प्रधानमंत्री ने कहा, राष्ट्रपति जी ने अपने पैतृक आवास को ग्राम को दे दिया था, जो आज ट्रेनिंग सेंटर बना है। परौंख विकास के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ेगा और देश के सामने ग्रामीण विकास का माडल पेश करेगा। हम कहीं भी क्यों न पहुंच जाएं बड़े बड़े शहरों में क्यों न बस जाएं, अगर हमने अपने गांव को जिया है, तो हमारा गांव हमारे भीतर से कभी नहीं निकलता है। वो हमारी रगों में बस जाता है, वो हमारी सोच में हमेशा रहता है।
एक भारत श्रेष्ठ भारत का प्रतीक पथरी देवी मंदिर
प्रधानमंत्री ने कहा, मैंने गांव में भ्रमण के दौरान परौंख में कई आदर्श छवियों को महसूस किया। यहां सबसे पहले मुझे पथरी माता का आशीर्वाद लेने का अवसर मिला। ये मंदिर इस गांव की अध्यात्मिक व धार्मिक छवि के साथ एक भारत श्रेष्ठ भारत का भी प्रतीक है।
पीएम ने कहा, अतिथि देव भव के संस्कार के लिए राष्ट्रपति जी को प्रणाम करता हूं
प्रधानमंत्री ने कहा, परौंख की मिट्टी से राष्ट्रपति जी को जो संस्कार मिले हैं उसकी साक्षी दुनिया बन रही है। पद की मर्यादा से बाहर निकलकर उन्होंने मुझे हैरान कर दिया, वह मुझे हेलीपैड पर रिसीव करने आए, मैं बड़ी शर्मिंदगी महसूस कर रहा था। जब मैंने यह बात कही तो उन्होंने कहा कि मैं यहां अतिथि का सत्कार करने आया हूं, मैं गांव के नागरिक के रूप में स्वागत कर रहा हूं। अतिथि देवो भव के संस्कार किस तरह हमारी रगों में पहुंचे हैं उसका उत्तम उदाहरण राष्ट्रपति जी ने पेश किया। इसके लिए मैं राष्ट्रपति जी को प्रणाम करता हूं।
राष्ट्रपति के गांव आना मेरे लिए सुखद स्मृति
प्रधानमंत्री ने कहा, मुझे पता चला कि पांचवीं के बाद उनका दाखिला पांच-छह मील दूर स्कूल में करा दिया गया थ तो वो नंगे पांव दौड़ते हुए जाते थे। ये दौड़ सेहत के लिए नहीं बल्कि इसलिए होती थी गर्मी की तपती धरती से पांव में छाले न पड़ें। पांचवीं में पढ़ने वाला बालक स्कूल के लिए तपती धरती पर नंगे पांव दौड़े जा रहा है, जीवन में ऐसा संघर्ष, ऐसी तपस्या जीवन में इंसान को इंसान बनने में बहुत मदद करती है। आज राष्ट्रपति जी के गांव में आने का अनुभव मेरे लिए सुखद स्मृति की तरह है।
प्रधानमंत्री ने बताया- राष्ट्रपति ने साझा की थी गांव की यादें
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, परौंख आने का इंतजार कर रहा था, आज यहां आकर मन को सुकून मिला और बहुत अच्छा लगा। इस गांव ने राष्ट्रपति जी का बचपन देखा है और बड़े होने पर हर भारतीय का गौरव बनते भी देखा है। यहां आने से पहले राष्ट्रपति जी ने मुझसे गांव से जुड़ी कई यादें साझा कीं।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया परौंख गांव का दौरा
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार दोपहर में मिलन केंद्र परौंख गांव, कानपुर देहात का दौरा किया। केंद्र राष्ट्रपति का पैतृक घर है, जिसे सार्वजनिक उपयोग के लिए दान कर दिया गया था और एक सामुदायिक केंद्र (मिलान केंद्र) में परिवर्तित किया गया था।
प्रेरणा देने वाला है परौंख गांव
मुख्यमंत्री ने कहा कि अविनाशी काशी से संसद में प्रतिनिधित्व करने वाले प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश और प्रदेश विकास कर रहा है। राष्ट्रपति जी की जन्मस्थली परौंख गांव प्रेरणा देने वाला है। सभी काे धन्यवाद ज्ञापित करने के साथ मुख्यमंत्री का संबोधन समाप्त।
मुख्यमंत्री ने कहा, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का साथ होना परौंख गांव में एतिहासिक घटना है
मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी अतिथियों का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने परौंख गांव में आकर राष्ट्रपिता के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि देश की एतिहासिक घटना है कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री एक साथ किसी गांव में उपस्थित हुए हैं। उन्होंने भीषण गर्मी में गांव की एक एक जगह का अवलोकन किया है, ये प्रेरणा देने वाला है। परौंख गांव आदर्श गांव बन गया है, डिजिटल गांव बन गया है, यहां हर प्रकार की बुनियादी सुविधाओं का माडल बन गया है।
राज्यपाल ने किया राष्ट्रपति का स्वागत, भाई ने प्रधानमंत्री को भेंट किए अंगवस्त्र
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द को अंगवस्त्र और गीता व प्रतीक चिह्न भेंट करके स्वागत किया। राष्ट्रपति के बड़े भाई रामस्वरूप भारती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अंगवस्त्र, भगवत गीता, जल संरक्षण का स्मृति चिह्न भेंट किया। यूपी की मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति की पत्नी सविता कोविन्द को अंगवस्त्र भेंट किया। केंद्रीय मंत्री भानु प्रताप वर्मा ने राज्यपाल का स्वागत किया। संग्राम सिंह ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
कार्यक्रम स्थल पर मंच पर साथ आए राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री एक साथ मंच पर आए। साथ में राज्यपाल, मुख्यमंत्री भी मौजूद हैं और राष्ट्रपति की पत्नी सविता कोविन्द मौजूद हैं। बैंड की धुन पर अतिथयों ने राष्ट्रगान गया और कुर्सी पर विराजमान हो गए हैं। पंडाल में मौजूद लोगों ने भारत माता की जयकार लगायी।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने किया प्रदर्शनी का अवलोकन
राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी परौंख गांव के कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए हैं और क्षेत्र की फसलों से जुड़ी प्रदर्शनी का अवलोकन कर रहे हैं।
मिलन केंद्र के बाद राष्ट्रपति के साथ ग्राम भ्रमण कर रहे प्रधानमंत्री
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री मिलन केंद्र से गांव भ्रमण करते हुए कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़ रहे हैं। कार्यक्रम स्थल पर सबसे पहले फसलों से जुड़ी प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगे।
आंबेडकर पार्क के बाद मिलन केंद्र में की बच्चों और महिलाओं से बात
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री आंबेडकर पार्क के बाद मिलन केंद्र पहुंचे, यहां पर बच्चों और समूह की महिलओं से बातचीत कर रहे हैं। बच्चों से पढ़ाई और महिलाओं से समूह के काम के बारे में बात कर रहे हैं।
मंदिर में पूजन के बाद आंबेडकर पार्क में महामहिम
पथरी देवी मंदिर में पूजन के बाद राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री आंबेडकर पार्क पहुंचे, यहां पर बाबा साहब डा भीमराव आंबेडकर प्रतिमा का अनावरण कर रहे हैं।
पथरी देवी मंदिर में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने पूजन शुरू किया
पथरी देवी मंदिर में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने पूजन शुरू कर दिया है। पुजारी द्वारा विधि विधान से मंत्रोच्चार के बीच पूजन कराया जा रहा है। मंदिर के आसपास कड़ी सुरक्षा के बंदोबस्त हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी साथ में मौजूद
परौंख्र गांव में राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी साथ में मौजूद हैं। वह एक दिन पहले भी परौंख गांव आकर मंदिर पूजन अर्चन करने के साथ ही व्यवस्थाओं को परख चुके हैं।
पथरी देवी मंदिर में पूजन के लिए पहुंचे राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री
पैतृक ग्राम परौंख में पहुंचने के बाद राष्ट्रपति सबसे पहले पथरी देवी मंदिर गए, इस बीच बीच प्रधानमंत्री भी हेलीकाप्टर से हेलीपैड पर उतरे और मंदिर के लिए रवाना हुए।
राष्ट्रपति पथरी देवी मंदिर पहुंचे और परौंख में उतरा प्रधानमंत्री का हेलीकाप्टर
राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द परौंख गांव के पथरी देवी मंदिर में पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हेलीकाप्टर भी परौंख गांव में उतर गया है। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी हैं। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री भी हेलीपैड से पथरी देवी मंदिर के लिए रवाना हुए हैं।
परौख गांव में उतरा राष्ट्रपति का हेलीकाप्टर
राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर कानपुर देहात के परौंख गांव में उतर गया है, यहां पर कड़ी सुरक्षा के बीच वह कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना हुए हैं। उनके साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी गांव पहुंचीं हैं। हेलीपैड के आसपास पुलिस फोर्स तैनात है।
राज्यपाल ने एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति का किया स्वागत, परौंख गांव के लिए रवाना
कानपुर एयरफोर्स स्टेशन पर यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राष्ट्रपति का स्वागत किया। इस दौरान कानपुर सांसद सत्यदेव पचौरी, महापौर प्रमिला पांडेय, जिला पंचायत अध्यक्ष स्वपनिल वरुण और उपस्थित सभी विधायकों से मुलाकात की। राष्ट्रपति ने सबसे कुशलक्षेम पूछा। इसके बाद हेलीकाप्टर से कानपुर देहात के परौंख ग्राम के लिए रवाना हो गए।
धोती, कुर्ता व सदरी में राष्ट्रपति को देखकर लोगों ने की तारीफ
कानपुर आगमन पर जैसे ही राष्ट्रपति विशेष विमान से उतरे तो उनकी एक झलक देखते ही मौजूद लोग वाह-वाह करते नजर आए। शायद पहली बार लोग राष्ट्रपति को धोती, कुर्ता और सदरी में देख रहे थे। हर कोई उनकी इस सादगी की चर्चा करता नजर आया।
कानपुर चेकरी एयरपोर्ट पर विशेष विमान से उतरे राष्ट्रपति
राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द अपने विशेष विमार से चकेरी एयरपोर्ट पर उतर चुके हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच रनवे से बाहर आकर लोगों से मुलाकात कर रहे हैं।
परौंख गांव की धरती पर पड़ने वाले हैं राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के कदम, पंडाल में पहुंच रहे हैं लोग
परौंख गांव में बनाए गए पंडाल में आगंतुकों की भीड़ पहुंचना शुरू हो गई है और अंदर छाया में लोग कुर्सियों पर बैठ रहे हैं। लोगों के लिए पीने के पानी की भी व्यवस्था की गई है, तेज गर्मी और धूप होने के बाद भी लोगों में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को देखने का उत्साह साफ नजर आ रहा है।
परौंख गांव की धरती पर पड़ने वाले हैं राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के कदम, पंडाल में पहुंच रहे हैं लोग
परौंख गांव में बनाए गए पंडाल में आगंतुकों की भीड़ पहुंचना शुरू हो गई है और अंदर छाया में लोग कुर्सियों पर बैठ रहे हैं। लोगों के लिए पीने के पानी की भी व्यवस्था की गई है, तेज गर्मी और धूप होने के बाद भी लोगों में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को देखने का उत्साह साफ नजर आ रहा है।
परौंख गांव की धरती पर पड़ने वाले हैं राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के कदम, पंडाल में पहुंच रहे हैं लोग
परौंख गांव में बनाए गए पंडाल में आगंतुकों की भीड़ पहुंचना शुरू हो गई है और अंदर छाया में लोग कुर्सियों पर बैठ रहे हैं। लोगों के लिए पीने के पानी की भी व्यवस्था की गई है, तेज गर्मी और धूप होने के बाद भी लोगों में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को देखने का उत्साह साफ नजर आ रहा है।