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कालिंदी एक्सप्रेस मामले में हिस्ट्रीशीटर शाहरुख को पुलिस ने उठाया, जमाती संगठन से तार जुड़े होने की आशंका

कालिंदी एक्सप्रेस प्रकरण में पुलिस ने हिरासत में लिए गए दस में से छह संदिग्धों को छोड़ दिया और आठ नए संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। वहीं हिस्ट्रीशीटर शाहरुख को हिरासत में लिया गया है जो सबसे ज्यादा संदिग्ध माना जा रहा है। पुलिस को स्थानीय कनेक्शन की तलाश है और जमाती संगठन से जुड़े लोगों के शामिल होने से इनकार नहीं किया जा रहा है।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Tue, 10 Sep 2024 11:05 PM (IST)
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बिल्हौर: पुलिस हिरासत में लिया गया हिस्ट्रीशीटर शाहरुख। वीडियो ग्रैब

जागरण संवाददाता, कानपुर। कालिंदी एक्सप्रेस प्रकरण में संदिग्धों को उठाने और छोड़ने का क्रम जारी है। पुलिस ने सोमवार तक हिरासत में लिए गए दस में से छह संदिग्धों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया। 

साथ ही आठ नए संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। इधर एक बड़े घटनाक्रम में पुलिस ने मुंडेरी गांव के हिस्ट्रीशीटर शाहरुख को हिरासत में ले लिया है। अब तक वह सबसे ज्यादा संदिग्ध माना जा रहा है।

मुस्लिम बहुल मुंडेरी गांव के हिस्ट्रीशीटर शाहरुख पर पुलिस की शक की सुई घूम गई है। पुलिस ने शाहरुख को हिरासत में ले लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। 

शाहरुख के खिलाफ शिवराजपुर थाने में कई मुकदमे दर्ज हैं। कन्नौज में कुछ समय पहले हुई एक बड़ी चोरी में इसका नाम सामने आया था और वह जेल गया था। फतेहपुर में भी उसके द्वारा अपराध किए जाने की जानकारी मिली है। 

घटना वाले दिन घटनास्थल से कुछ दूरी पर स्थित निर्माणाधीन धान मिल के पास खड़े होकर शाहरुख ने शाम को सवा सात बजे सेल्फी ली और वाट्सएप स्टेटस पर उसे अपलोड किया। इसके बाद 8.25 बजे यह घटना सामने आई। पुलिस ने इसके अलावा भी क्षेत्र के दो अन्य हिस्ट्रीशीटर बदमाशों को हिरासत में लिया है।

भौगोलिक स्थिति के जानकार हैं षड्यंत्रकारी

कालिंदी एक्सप्रेस को दुर्घटनाग्रस्त करने के पीछे साजिशकर्ताओं के साथ स्थानीय भौगोलिक स्थिति जानने वाले व्यक्ति भी शामिल हैं। यह बात अब तक की जांच में सामने आ चुकी है। 

ऐसे में जांच एजेंसियों को अब स्थानीय कनेक्शन की तलाश है। इसके पीछे तर्क यह है कि ऐसा स्थान चुना गया, जहां से उन्हें भागने में आसानी थी और ट्रैक के समानांतर सुनसान जीटी रोड भी है। जो अब आगे से बंद की जा चुकी है।

जमाती संगठन से भी जुड़े हो सकते हैं तार

एटीएस और पुलिस के अधिकारी घटना में सिमी और जमात से जुड़े लोगों के शामिल होने से इनकार नहीं कर रही है। पुलिस की एक टीम मंगलवार की सुबह मकनपुर भी गई थी और वहां पूछताछ की। मकनपुर में जमातियों को आना जाना बना रहता है और बड़ा केंद्र माना जाता है।

सिलेंडर में पूरी तरह से भरी थी गैस

ट्रेन पलटाने की साजिश में प्रयुक्त किया एलपीजी सिलेंडर इंडेन गैस कंपनी का था। मौके पर जब सिलेंडर मिला तो उसमें गैस पूरी तरह से भरी हुई थी। पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को सुरक्षा उपायों के साथ सिलेंडर से गैस को निकाला गया। 

सिलेंडर में दर्ज नंबर के आधार पर एटीएस और पुलिस टीम शिवराजपुर और चौबेपुर में स्थित इंडेन की मीना गैस एजेंसी और सेंगर गैस एजेंसी के संचालकों से पूछताछ की है। हालांकि दोनों संचालकों ने उन्हें बताया कि सिलेंडर के नंबर के आधार पर यह पता नहीं चल सकता है कि इसकी सप्लाई कहां से और किसे की गई है।

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