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PUBG खेलते वक्त हमीरपुर में बेहोश हुआ छात्र, यहां जानिए- कैसे छुड़ाई जाए इस गेम की लत

TIPS for protect childrens from PUBG पिछले वर्ष पब्जी गेम से भारत में कई बच्चों की मौत हो गई थी। लगातार चिंताजनक हालात बनते देख सरकार ने इस गेम पर प्रतिबंध लगा दिया था। पब्जी एक आनलाइन गेम है जो खेलने वाले के दिमाग को घर कर जाता है।

By Shaswat GuptaEdited By: Updated: Mon, 24 May 2021 07:03 PM (IST)
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पब्जी गेम से संबंधित खबर की प्रतीकात्मक तस्वीर।
हमीरपुर, जेएनएन। TIPS for protect childrens from PUBG टेक्नोलॉजी के इस बढ़ते दौर में बच्चों में मोबाइल एडिक्शन संभवत: हर अभिभावक की चिंता है। क्योंकि इस समस्या के चलते बच्चे बहुत तेजी से हिंसक गतिविधियों की ओर विमुख होते जा रहे हैं। ऐसे में देश का सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ऐसे सभी माध्यमों पर यथासंभव प्रतिबंध लगा रहा है, जो कि आवश्यक भी है। इस कड़ी में पबजी और ब्लू व्हेल जैसे गेम्स की गिनती की सबसे ऊपर होती है क्योंकि ये  हिंसक गेम्स बच्चों के मस्तिष्क पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं जिसकी कीमत उनके माता-पिता काे चुकानी पड़ती है। प्रतिबंध लगने के बाद एक बार फिर से पब्जी गेम का क्रेज बढ़ता जा रहा है। शनिवार देर रात जिले में जो घटना घटी वा वास्तव में हतप्रभ करने वाली है। दरअसल, इस गेम का एडिक्शन एक नाबालिग बच्चे पर कुछ ऐसे पड़ा कि वो इसे खेलते-खेलते बेहोश हो गया। हालत बिगड़ते देख स्वजन ने उसे सीएचसी में भर्ती कराया गया है। 

क्या कहते हैं मनोविज्ञानी: पिछले वर्ष पब्जी गेम से भारत में कई बच्चों की मौत हो गई थी। लगातार चिंताजनक हालात बनते देख सरकार ने इस गेम पर प्रतिबंध लगा दिया था। आपको बताते चलें कि पब्जी एक आनलाइन गेम है जो खेलने वाले के दिमाग को घर कर जाता है और हिंसक और नकारात्मक सोच पैदा करता है। मनोविज्ञानियों के मुताबिक इसे खेलते खेलते बच्चे हिंसक बन जाते हैं और उसे जीतने के लिए कोई भी कदम उठा लेते हैं। 

ये है पूरा मामला: शनिवार की देर रात कस्बे के थाना चौराहा निवासी धनीराम गुप्ता का पुत्र प्रखर गुप्ता अचानक बेहोश हो गया। इस पर स्वजन उसे सरकारी अस्पताल ले गए और भर्ती कराया। इस बाबत सीएचसी प्रभारी डॉ. अनिल सचान ने बताया की बच्चे के दिमाग पर पब्जी गेम के कारण अटैक हुआ है। उन्होंने स्वजन को सलाह दी कि बच्चे को मोबाइल फोन से दूर रखें। वहीं स्वजन ने बताया कि वह घंटों मोबाइल पर पब्जी गेम खेलता है। फिलहाल अब बच्चे की हालत सही है। 

इस तरह छोड़ सकते हैं पब्जी की लत: यदि आप भी पब्जी से दूर रहना चाहते हैंया अपने बच्चों को इससे बचाना चाहते हैं तो अग्रलिखित ये उपाय कर सकते हैं:  

  • सबसे पहले आपने इंटरनेट मीडिया पर जितने पब्जी से संबंधित पेज, ग्रुप और चैनल लाइक/Subscribe कर रखें हैं उन्हें डिस्लाइक/Unsubscribe करें।
  • ज्यादा से ज्यादा पब्जी से दूर रहने का प्रयास करें। 
  • गेम में कुछ ऐसे नोटिफिकेशन हैं जिनसे दूर रहना अतिआवश्यक है। उदाहरणार्थ: पट्ट से हेडशॉट जैसे नोटिफिकेशन से दूर रहिये। चाहे फिर वो किसी भी इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म पर क्यों न हो।
  • जैसे किसी जिम में 30 दिवसीय या इससे ज्यादा दिनों का वर्कआउट चैलेंज होता है ठीक उसी प्रकार कम से कम 30 दिन तक खुद को पब्जी से दूर रखनें के लिए संकल्पित रहें और कोशिश करें कि इससे दूर ही रहें। इन 30 दिनों में इस गेम को खेलने की काफी तलब होगी, लेकिन दृढ़ निश्चय से आप कामयाबी पा सकते हैं। सबसे जरूरी है कि पब्जी का फोन से Uninstall कर दें। 
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