रंगों के जरिए उकेरा बच्चों का दर्द, विकास की मुख्य धारा में लाने के लिए सामने आया रेलवे चाइल्ड लाइन
रेलवे चाइल्डलाइन और सुभाष चिल्ड्रन सोसायटी के संयुक्त तत्वाधान में 14 नवंबर से 20 नवंबर 2021 तक दोस्ती अभियान चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत प्रशासनिक अधिकारियों और जनसामान्य को बाल समस्याओं के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से सेंट्रल स्टेशन पर कार्यक्रम आयोजित किया गया।
By Shaswat GuptaEdited By: Updated: Sat, 20 Nov 2021 12:14 PM (IST)
कानपुर, जागरण संवाददाता। शोषित, पीडि़त और बेसहारा बच्चों को विकास की मुख्य धारा से जोडऩे के लिए रेलवे चाइल्ड लाइन अभियान चला रहा है। चाइल्ड लाइन लोगों को तो जागरुक कर रहा है साथ ही ऐसे बच्चों को भी उनके अधिकार और सरकार व एनजीओ द्वारा दी जा रही मदद के बारे में बता रहा है। इसी क्रम में रेलवे चाइल्ड लाइन ने सेंट्रल स्टेशन पर रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया।
रेलवे चाइल्डलाइन और सुभाष चिल्ड्रन सोसायटी के संयुक्त तत्वाधान में 14 नवंबर से 20 नवंबर 2021 तक दोस्ती अभियान चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत प्रशासनिक अधिकारियों और जनसामान्य को बाल समस्याओं के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से सेंट्रल स्टेशन पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें इंदिरा निकेतन विद्यालय इंटर कालेज की छात्राओं के साथ रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया। जीआरपी प्रभारी समर सिंह ने कहा बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं। उनके भविष्य के साथ किसी को भी खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। जरूरतमंद बच्चों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।
रेलवे चाइल्ड के कार्यक्रमों और प्रयासो की सराहना करते हुए कहा कि मदद के लिए जीआरपी सदैव तैयार रहेगी। इस अवसर पर बच्चों के बीच बाल अधिकारों, भ्रूण व नवजात की हत्या, बाल मजदूरी, चाइल्ड ट्रैफकिंग और बच्चों की अन्य समस्याओं से जुड़े विषयों पर जागरूकता के लिए रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इसमें स्कूली छात्राओं ने रंगोली प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर अपनी कला को रंगोली के माध्यम से प्रदर्शित किया। छात्राओं के बीच रंगोली प्रतियोगिता के आयोजन का प्रमुख उद्देश्य उनकी प्रतिभा को निखार कर सामने लाना भी था। ताकि वह विकास की मुख्यधारा से जुड़ें और बाल अधिकारों व बाल समस्याओं के प्रति जागरूक हो सकें।
रेलवे चाइल्डलाइन के समन्वयक गौरव सचान ने कहा कि दोस्ती कार्यक्रम के तहत यह बताया जा रहा है कि बाल शोषण ना करें और ना ही किसी को करने दें। बावजूद इसके आपके सामने ऐसा कुछ हो रहा है तो चाइल्ड लाइन के निश्शुल्क नंबर 1098 पर अथवा पुलिस को तत्काल सूचित कर जागरुक नागरिक की जिम्मेदारी निभाएं। उन्होंने बताया कि दोस्ती कार्यक्रम के तहत अब तक लगभग 10,000 से अधिक लोगों को बाल अधिकारों व बच्चों की मदद के लिए जागरूक किया जा चुका है। कार्यक्रम के अंत में सभी विजेता छात्राओं को पुरस्कृत किया गया एवं उपस्थित बच्चों को समोसे, बिस्कुट आदि का वितरण हुआ। प्रधानाचार्य हेमा तिवारी, विनोद कुमार मिश्रा, राजेश कुमार तिवारी, उमा चौहान, आरती पांडेय, कमल कांत तिवारी, मंजू लता दुबे, प्रदीप कुमार, संगीता सचान, रीता सचान, अमिता तिवारी, ओम प्रकाश उपस्थित रहे।
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