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खुर्जा से भदान तक रेलवे डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर तैयार, 30 नवंबर को होगा ट्रायल

खुर्जा से भदान के बीच खाली डीएमटी चलाई जाएगी। 2019 में ट्रैक पर मालगाड़ी दौड़ाने की कवायद।

By AbhishekEdited By: Published: Thu, 22 Nov 2018 09:03 PM (IST)Updated: Fri, 23 Nov 2018 11:24 AM (IST)
खुर्जा से भदान तक रेलवे डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर तैयार, 30 नवंबर को होगा ट्रायल
कानपुर, जेएनएन। लंबे समय से निर्माणाधीन रेलवे डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर का एक चरण खुर्जा से भदान तक अब पूरा हो चुका है। इसपर 30 नवंबर को भदान रेलवे स्टेशन तक खाली डीएमटी (गिïट्टी डालने वाली गाड़ी) चलाकर ट्रायल होगा। इसके लिए रेलवे प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। रेल माल भाड़ा परियोजना का खाका वर्ष 2007 में खींचा गया था, इसके बाद वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस परियोजना की बढ़ी लागत को मंजूरी दी थी। 
पंजाब साहिनाबाल से धनकुटी कोलकाता तक बन रहा ट्रैक
नई दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर मालगाडिय़ों के परिचालन के लिए डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर कॉरपोरेशन (डीएफसीसी) कंपनी द्वारा पंजाब प्रांत के साहिनाबाल से धनकुटी कोलकाता तक ट्रैक का निर्माण कराया जा रहा है। दिल्ली से गाजियाबाद तक तो ट्रैक पर ट्रेनें दौड़ायी जा रही हैं। वहीं अब खुर्जा से भदान के मध्य एक और चरण का काम पूरा हो गया है और मालगाड़ी दौड़ाने की तैयारी की जा रही है। इसके तहत 30 नवंबर को ट्रैक पर गिट्टी डालने वाली डीएमटी को धीमी गति से इस ट्रैक पर चलाया जाएगा।
मैथा रेलवे स्टेशन तक पूरी नहीं हो पाया ट्रैक
इंजीनियरों की हरी झंडी मिलते ही इस दूरी में मालगाडिय़ों का परिचालन शुरू करा दिया जाएगा। दूसरी ओर भदान से कानपुर देहात मैथा रेलवे स्टेशन के मध्य भूमि अधिग्रहण तथा पुलों के निर्माण के चलते अभी ट्रैक पूरा नहीं हो पाया है। इस ओर भी कार्य तेजी से कराया जा रहा है। रेल यातायात निरीक्षक डीएस मीणा ने बताया कि मालगाडिय़ों के लिए अलग ट्रैक का कार्य अंतिम चरण में है। 2019 में फ्रेट कॉरीडोर के नवनिर्मित ट्रैक पर मालगाडिय़ां दौडऩे लगेंगी। खुर्जा से भदान तक नवनिर्मित टै्रक पर डीएमटी मालगाड़ी से 30 नवंबर को ट्रायल इसी परिप्रेक्ष्य में किया जाएगा। नवनिर्मित ट्रैक पर मालगाडिय़ों के परिचालन से सभी ट्रेनों का परिचालन बेहतर हो जाएगा।
लेटलतीफी पर लगेगा विराम
दिल्ली -हावड़ा रेलमार्ग पर अभी मालगाड़ी और यात्री ट्रेनें के लिए एक ही ट्रैक होने से इलाहाबाद-लखनऊ से नई दिल्ली तथा आगरा की ओर जाने वाली अधिकांश यात्री ट्रेनें तीन से सात घंटे की देरी से चल रही हैं। रेलवे प्रशासन आवश्यक वस्तुओं की यथासमय पूर्ति के लिए साधारण यात्री ट्रेनों को रोक कर मालगाडिय़ों को गुजारा जाता है। मालगाडिय़ों के लिए अलग रेल मार्ग होने से यात्री ट्रेनों की लेटलतीफी पर विराम लगेगा। 

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