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रेलवे विजिलेंस टीम ने स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस में मारा छापा, टिकट निरीक्षक ने देखा तो तुरंत...

नई दिल्ली से लखनऊ जंक्शन जा रही स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस में विजिलेंस टीम के छापे में एक यात्रा टिकट निरीक्षक (टीटीई) के पास 13500 रुपये अतिरिक्त मिले जबकि वेटर को बैग देने के बाद चेन पुलिंग कर ट्रेन रोक भाग रहे दूसरे निरीक्षक को आरपीएफ ने पकड़ा। इससे ट्रेन लखनऊ फाटक क्रासिंग के पास चार मिनट खड़ी रही। चेन पुलिंग को लेकर मुकदमा दर्जकर जांच शुरू की गई है।

By shiva awasthi Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sun, 24 Mar 2024 08:50 AM (IST)
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रेलवे विजिलेंस टीम ने स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस में मारा छापा
जागरण संवाददाता, कानपुर। नई दिल्ली से लखनऊ जंक्शन जा रही स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस में विजिलेंस टीम के छापे में एक यात्रा टिकट निरीक्षक (टीटीई) के पास 13,500 रुपये अतिरिक्त मिले, जबकि वेटर को बैग देने के बाद चेन पुलिंग कर ट्रेन रोक भाग रहे दूसरे निरीक्षक को आरपीएफ ने पकड़ा। इससे ट्रेन लखनऊ फाटक क्रासिंग के पास चार मिनट खड़ी रही।

चेन पुलिंग को लेकर मुकदमा दर्जकर जांच शुरू की गई है। यात्री से भी अभद्रता का आरोप है। वहीं, अधिक रुपये मिलने के मामले में दोनों को आरोप पत्र दिया गया है। दोनों का निलंबन भी तय माना जा रहा है।

आरपीएफ के अनुसार औरैया के फफूंद रेलवे स्टेशन के पास प्रयागराज मुख्यालय की विजिलेंस टीम ने स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस में छापा मारा। टीम जांच करते हुए सेंट्रल स्टेशन पहुंची। इस दौरान टिकट निरीक्षक अनुदीप के पास से 13,500 हजार रुपये अतिरिक्त मिले। लगभग 25 मिनट ट्रेन प्लेटफार्म नौ पर खड़ी रही।

सेंट्रल से सुबह 11.31 बजे ट्रेन आगे बढ़ी। दूसरे टिकट निरीक्षक आनंद कुमार ने ट्रेन में बैग छूटने की बात कही। उसने बैग वेटर को दे दिया था, जिससे जांच में बच जाए। लखनऊ फाटक रेलवे क्रासिंग के पास ट्रेन को चेन पुलिंग कर रोकने के बाद वह बैग लेकर उतरा, तभी पकड़ लिया गया।

आरपीएफ सेंट्रल स्टेशन थाना प्रभारी बीपी सिंह ने बताया कि उप निरीक्षक आरती कुमारी, सहायक उप निरीक्षक मो. असगर अंसारी ने टिकट निरीक्षक से बात की तो उसने चेन खींचने की बात स्वीकारी। उसकी ड्यूटी नई दिल्ली से कानपुर सेंट्रल तक थी। टिकट निरीक्षक के चेन पुलिंग करने जैसे मामले को आरपीएफ ने गंभीरता से लिया है। मुकदमा दर्ज कर उससे पूछताछ की जा रही है। सेंट्रल स्टेशन के निदेशक आशुतोष सिंह ने बताया, विजिलेंस टीम ने जांच की है। अब रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

विजिलेंस टीम में ये रहे शामिल

उत्तर मध्य रेलवे की विजिलेंस टीम में मुख्य सतर्कता निरीक्षक राहुल कुमार पांडेय व वीरेंद्र प्रसाद त्रिवेदी, वरिष्ठ सतर्कता निरीक्षक शैलेंद्र बहादुर सिंह।

कानपुर सेंट्रल शताब्दी में भी मिले थे रुपये

पिछले महीने ही कानपुर सेंट्रल शताब्दी एक्सप्रेस के टिकट निरीक्षक के पास से भी विजिलेंस जांच में अतिरिक्त रुपये मिले थे। इससे साफ है कि ट्रेनों में टीटीई रुपये लेकर अनाधिकृत लोगों को यात्रा करा रहे हैं। दीपावली पर श्रमशक्ति एक्सप्रेस के पावर केबिन में भी अवैध ढंग से चार-चार सौ रुपये लेकर यात्रा कराने का मामला पकड़ा गया था।

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