थर्ड वाशिंग लाइन को टेकओवर करने से इंकार, रेलवे के आठ करोड़ धुले Kanpur News
कानपुर में चौथी रेलवे लाइन के निर्माण को हरी झंडी मिल गई है। पांच साल पहले शुरू हुआ तीसरी वाशिंग लाइन का निर्माण अब तक पूरा नहीं हो सका है।
By Edited By: Published: Tue, 02 Jul 2019 01:53 AM (IST)Updated: Tue, 02 Jul 2019 09:56 AM (IST)
कानपुर, जेएनएन। कानपुर में चौथी रेलवे लाइन के निर्माण को हरी झंडी मिल गई है। हालांकि एक ओर जहां चौथी वाशिंग लाइन का निर्माण शुरू होने वाला है, वहीं पांच साल पहले शुरू हुआ तीसरी वाशिंग लाइन का निर्माण अब तक पूरा नहीं हो सका है। वहीं निर्माणदायी संस्था पर अधूरा और अधोमानक निर्माण का आरोप लग रहा है। नई वाशिंग लाइन की गुणवत्ता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि न्यू वाशिंग लाइन प्रशासन ने इन हालातों में थर्ड लाइन को टेकओवर करने से इंकार कर दिया है।
न्यू वाशिंग लाइन में इस समय दो वाशिंग लाइनें प्रयोग में हैं। तीसरी वाशिंग लाइन का निर्माण करीब पांच सालों से चल रहा है। लगभग आठ करोड़ रुपये की लागत वाले इस प्रोजेक्ट का 98 फीसद काम निर्माणदायी एजेंसी ने पूरा कर लिया है। जनवरी 2019 में इस लाइन पर इंजन गुजार कर ट्रैक की टेस्टिंग भी हो चुकी है, मगर न्यू वाशिंग लाइन प्रशासन पिछले छह माह से टेकओवर से इंकार कर रहा है।
दैनिक जागरण की टीम ने जब मौके पर पड़ताल की तो निर्माणदायी एजेंसी की लापरवाही सामने आई। अभी काम भी शुरू नहीं हुआ है और कई स्थानों से ट्रैक का सीमेंटेड बेस टूटने लगा है। अगर अभी से यह हाल है तो आने वाले दिनों में क्या हालात होंगे। सूत्रों के मुताबिक 600 मीटर लंबी वाशिंग लाइन में ठेकेदार ने मनमानी तरीके से अन्य निर्माण किए हैं। जैसे कि पिट की ऊंचाई 1800 एमएम के स्थान पर कई स्थानों पर 1300 से 1500 एमएम तक ही रखी गई है।
-थर्ड वाशिंग लाइन का निर्माण पूरा हो चुका है। कुछ कमिया बताई गई हैं, जिन्हें दूर करने के लिए मैकेनिकल व कंस्ट्रक्शन विभाग को कहा गया है। कमियां दूर होने के बाद हैंडओवर-टेकओवर भी हो जाएगा। जुलाई के अंत तक इसके शुरू होने का अनुमान है।-अजीत कुमार सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी उत्तर मध्य रेलवे
न्यू वाशिंग लाइन में इस समय दो वाशिंग लाइनें प्रयोग में हैं। तीसरी वाशिंग लाइन का निर्माण करीब पांच सालों से चल रहा है। लगभग आठ करोड़ रुपये की लागत वाले इस प्रोजेक्ट का 98 फीसद काम निर्माणदायी एजेंसी ने पूरा कर लिया है। जनवरी 2019 में इस लाइन पर इंजन गुजार कर ट्रैक की टेस्टिंग भी हो चुकी है, मगर न्यू वाशिंग लाइन प्रशासन पिछले छह माह से टेकओवर से इंकार कर रहा है।
दैनिक जागरण की टीम ने जब मौके पर पड़ताल की तो निर्माणदायी एजेंसी की लापरवाही सामने आई। अभी काम भी शुरू नहीं हुआ है और कई स्थानों से ट्रैक का सीमेंटेड बेस टूटने लगा है। अगर अभी से यह हाल है तो आने वाले दिनों में क्या हालात होंगे। सूत्रों के मुताबिक 600 मीटर लंबी वाशिंग लाइन में ठेकेदार ने मनमानी तरीके से अन्य निर्माण किए हैं। जैसे कि पिट की ऊंचाई 1800 एमएम के स्थान पर कई स्थानों पर 1300 से 1500 एमएम तक ही रखी गई है।
-थर्ड वाशिंग लाइन का निर्माण पूरा हो चुका है। कुछ कमिया बताई गई हैं, जिन्हें दूर करने के लिए मैकेनिकल व कंस्ट्रक्शन विभाग को कहा गया है। कमियां दूर होने के बाद हैंडओवर-टेकओवर भी हो जाएगा। जुलाई के अंत तक इसके शुरू होने का अनुमान है।-अजीत कुमार सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी उत्तर मध्य रेलवे