Ration Card: राशन कार्ड केवाईसी नहीं कराने वाले माने जाएंगे लापता, कटेंगे नाम; शासन के निर्देश पर हो रही जांच
राशन कार्ड धारकों को ई-केवाईसी कराना अनिवार्य है। केवाईसी न होने पर राशन कार्ड निरस्त होगा। उत्तर प्रदेश के कानपुर में आपूर्ति विभाग राशन कार्डों का सत्यापन कर रहा है। सत्यापन के बाद ई-केवाईसी न कराने वालों को लापता माना जाएगा और उनके नाम राशन कार्ड से हटा दिए जाएंगे। अभी तक जिले में 3098000 यूनिटों में से 1945152 यूनिटों की ई-केवाईसी पूरी हो चुकी है।
जागरण संवाददाता, कानपुर। आपूर्ति विभाग राशनकार्डों का सत्यापन करा रहा है। सत्यापन पूरा होने के बाद उन लोगों के नाम काटे जाएंगे, जिन्होंने ई-केवाईसी नहीं कराई है। ऐसे लोगों को लापता माना जाएगा।
हाल ही में इनकम टैक्स अदा करने और लखपति किसानों के नाम काटे गए हैं। आपूर्ति विभाग ने ऐसे लोगों के राशन कार्ड निरस्त कर दिए हैं। जिले में 30,98,000 यूनिटों में 19,45,152 यूनिटों के ई-केवाईसी पूरी हो चुकी है। जो लोग ई-केवाईसी नहीं कराएंगे, उनको लापता मान लिया जाएगा। ई-केवाईसी पूरी होने के बाद ऐसे लोगों के राशन कार्ड से नाम हटाएं जाएंगे।
जिलापूर्ति अधिकारी, राकेश कुमार ने बताया-
राशनकार्ड धारकों के सत्यापन के लिए ई-केवाईसी प्रक्रिया चल रही है। 62 प्रतिशत यूनिटों की केवाईसी हो चुकी है। जिन बच्चों के आधार बने पांच वर्ष हो चुके हैं, उनके अभिभावक इसे अपडेट करा लें, ताकि उनकी भी ई-केवाईसी हो सके।
पात्रों की जगह अपात्रों को दिया जा रहा राशन
उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के विकासखंड कबरई की ग्राम पंचायत चिचारा के प्रतिनिधि मनोज सिंह ने जिला पूर्ति अधिकारी सहित उच्चाधिकारियों को दी सूचना में बताया कि गांव में राशन की दुकान नेत्रहीन श्यामसुंदर के नाम है। इसका संचालन स्वजन मनमाने तरीके से करते हैं और सुविधा शुल्क लेकर कई अपात्रों के राशन कार्ड बनवा दिए गए है। जिससे पात्र लोगों को राशन नहीं मिल पा रहा है।
प्रधान प्रतिनिधि ने कुछ उदाहरण देकर बताया कि ऐसे लोगों के नाम राशन कार्ड बना दिए गए जिनके पास कई बीघा जमीनों के साथ ही बड़े वाहन भी है। कई लोग तो अपनी चार पहिया कार से राशन लेने आते हैं, लेकिन कुछ लोग पात्र है उनके न कार्ड बने है और न ही उन्हें राशन मुहैया कराया जा रहा है। प्रधान प्रतिनिधि मनोज सिंह ने इसकी जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।
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