Sabarmati Express Accident: आईबी-ATS के बाद अब NIA ने शुरू की जांच, ट्रेन के ड्राइवर और गार्ड के लिए बयान
कानपुर में पनकी औद्योगिक क्षेत्र में बीते शुक्रवार की देर रात साबरमती एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इंजन और ट्रेन की 20 बोगियां पटरी से उतर गई थीं। करीब सात सौ मीटर रेल ट्रैक क्षतिग्रस्त हुआ था। लोको पायलट एसपी सिंह बुंदेला ने ही सबसे पहले दावा किया था कि ट्रैक पर कोई भारी वस्तु देखकर उन्होंने इमरजेंसी ब्रेक लगाई लेकिन ट्रेन उस वस्तु से टकरा गई जिससे दुर्घटना हुई।
जागरण संवाददाता, कानपुर। साबरमती एक्सप्रेस के बेपटरी होने मामले में आईबी व एटीएस के बाद अब एनआईए (नेशनल इन्वेस्टिगेटिव एजेंसी) ने भी जांच शुरू कर दी है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने गुरुवार को घटनास्थल के निरीक्षण के बाद सेंट्रल स्टेशन पहुंचकर ट्रेन के ड्राइवर और गार्ड के बयान दर्ज किए। वहीं, पुलिस ने इस मामले में रेल पटरियों के घाव से सुराग तलाशने की कोशिश की है। पुलिस ने पटरियों के क्षतिग्रस्त हिस्से की गहनता से जांच की और कुछ फोटोग्राफ्स फोरेंसिक टीम को लखनऊ भेजे हैं।
पनकी औद्योगिक क्षेत्र में बीते शुक्रवार की देर रात साबरमती एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इंजन और ट्रेन की 20 बोगियां पटरी से उतर गई थीं। करीब सात सौ मीटर रेल ट्रैक क्षतिग्रस्त हुआ था। लोको पायलट एसपी सिंह बुंदेला ने ही सबसे पहले दावा किया था कि ट्रैक पर कोई भारी वस्तु देखकर उन्होंने इमरजेंसी ब्रेक लगाई, लेकिन ट्रेन उस वस्तु से टकरा गई, जिससे दुर्घटना हुई।
साजिश की आशंका
मौके से पटरी का तीन फीट लोहे का टुकड़ा और क्लैंप मिलने के बाद आशंका जताई गई कि कहीं रेल पटरी को क्लैंप की मदद से बांधकर ट्रेन पलटाने की कोशिश तो नहीं थी। इस मामले में एटीएस और आइबी जैसी एजेंसियां पहले से ही जांच कर रही हैं। पनकी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया, जिसमें एसआइटी गठित कर जांच हो रही है। लखनऊ की एफएसएल टीम ने दो दिन पहले फोरेंसिक जांच की थी।एनआईए ने शुरू की जांच
अब एनआईए ने जांच शुरू कर दी है। गुरुवार को एनआईए का तीन सदस्यीय दल सेंट्रल स्टेशन पहुंचा। लोको पायलट एसपी सिंह बुंदेला और गार्ड सुबोध तिवारी से पूछताछ कर बयान दर्ज किए। एनआईए की टीम ने घटनास्थल का जायजा लिया और कुछ महत्वपूर्ण फोटोग्राफ्स भी लिए हैं। वहीं, एफएसएल के अनुरोध पर पुलिस ने ट्रैक से हटाई गई रेल पटरी को दोबारा देखा। ट्रैक में रगड़ के फोटोग्राफ्स लिए। यह फोटोग्राफ्स फोरेंसिक जांच के लिए लखनऊ भेजे गए हैं।
एटीएस को भी नहीं मिले षड्यंत्र के सुराग
दुर्घटना के तत्काल बाद मौके पर पहुंची एटीएस को अब तक षड्यंत्र के एंगल से कोई महत्वपूर्ण जानकारी नहीं मिली है। जांच एजेंसी पिछले तीन दिनों से केवल मोबाइल सर्विलांस पर काम रही है और इस दिशा में भी उन्हें कुछ विशेष हासिल नहीं हुआ है।यह भी पढ़ें: Sabarmati Express Derail: हादसा या साजिश? कानपुर में आधी रात हुई घटना की PHOTOS; अचानक मच गई थी चीख-पुकार
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