Sisamau Assembly By Election 2024 समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार नसीम सोलंकी ने बुधवार को सीसामऊ विधानसभा सीट के लिए नामांकन दाखिल किया। उनके पति इरफान सोलंकी जमीन पर कब्जे को लेकर आगजनी के मामले में जेल में बंद हैं। नसीम ने कहा कि जनता जानती है कि उनके पति के साथ ज्यादती हुई है और उन्हें चुनाव में सबका समर्थन है।
जागरण संवाददाता, कानपुर। जमीन पर कब्जे को लेकर आगजनी के मामले में जेल में बंद पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार नसीम सोलंकी ने बुधवार को सीसामऊ विधानसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में नामांकन पत्र दाखिल किया।
एसीएम तृतीय राम शंकर के न्यायालय में पहुंची नसीम के साथ जिलाध्यक्ष फजल महमूद व विधायक मोहम्मद हसन रूमी भी रहे। दो दिन पहले ही आपसी विवाद के बाद जिलाध्यक्ष व विधायक अमिताभ बाजपेई, रूमी को अखिलेश यादव ने लखनऊ बुलाकर समझाया है। इसीलिए बुधवार को एकजुटता दिखी।
नसीम दोपहर लगभग तीन बजे एसीएम न्यायालय पहुंचीं। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जिंदाबाद के नारे लगाए। नसीम ने कहा कि जनता जानती है कि उनके पति के साथ ज्यादती हुई है। इसलिए चुनाव में सबका समर्थन उनके पास है। वो जनता की सेवा के लिए जी जान से जुटेंगी। इस दौरान वह भावुक भी नजर आईं। अभी वह अपनी व पति की संपत्ति को लेकर हलफनामा भी दाखिल करेंगी। इरफान की संपत्ति को लेकर प्रवर्तन निदेशालय की टीम भी जांच कर रही है।
अखिलेश ने रणनीति पर की चर्चा
समाजवादी पाटी मुख्यालय पर बुलाई गई सपा नेताओं की बैठक मंगलवार की शाम शुरू हो पाई। देर तक चली बैठक में सपा सुप्रीमो ने सीसामऊ उपचुनाव की रणनीति पर सभी के साथ चर्चा की। चुनावी कमजोरियों और उनसे निपटने के उपायों की भी बात हुई। तय किया गया कि चुनाव संचालन के लिए सह प्रभारियों के नेतृत्व में जोनल टीम अपना काम करेगी।
सीट पर एक लाख मुस्लिम मतदाता
विधानसभा क्षेत्र के परिसीमन के बाद 2012 में पहला विधानसभा चुनाव हुआ था और उसमें जिस तरह से भौगोलिक स्थिति बदली, उसके चलते ही सीसामऊ में सपा लगातार जीत रही है। इस बार चुनाव में भाजपा ने जीत के लिए अपना फोकस बदला है। इस सीट पर 2,69,770 मतदाता हैं। इसमें से मुस्लिम मतदाता करीब एक लाख 10 हजार हैं।
वहीं ब्राह्मण और अनुसूचित जाति मतदाताओं की संख्या करीब साठ-साठ हजार है। पार्टी ने इस बार अनुसूचित जाति बस्तियों पर शुरू से ही फोकस किया है।भाजपा के लिए सीसामऊ सीट के प्रभारी वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और सह प्रभारी आबकारी राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल दोनों ही अनुसूचित जाति बस्तियों में संपर्क करते रहे हैं। सांसद रमेश अवस्थी भी अनुसूचित जाति बस्तियों में पांच जन चौपाल लगाकर लोगों को शिकायतों को दूर करने का प्रयास कर चुके हैं।
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