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Water Conservation Kanpur: जल प्रहरी ने कहा, घर-घर बचेगा पानी जब हर इमारत पर लगेगा वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम

कानपुर शहर में सहेज लो हर बूंद अभियान से लोग जुड़ते जा रहे हैं और जल संरक्षण के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं। जल प्रहरी बनकर पानी बचाने वाले अब दूसरों को भी संदेश देकर अपील कर रहे हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Updated: Tue, 11 May 2021 08:18 AM (IST)
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सहेज लो हर बूंद अभियान में बन रहा कारवां।
कानपुर, जेएनएन। हर बिल्डिंग में बारिश के पानी को सहेजने के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्मट होना अनिवार्य कर दिया जाए। इसे न लगाने वाले से जुर्माना वसूला जाए। जल प्रहरियों ने कहा कि घर-घर में पानी बचाया जा रहा है। इसके अलावा बारिश के पानी को बचाना जरूरी है। इस व्यवस्था को कड़ाई से लागू कराया जाए।

बोलीं जल प्रहरी

-हर सोसाइटी और बहुखंडीय इमारतों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया जाए। इसके लगने से बारिश का पानी सड़कों और नालियों में नहीं बहेगा। मैं अपने घर में आरओ से पानी बचाने के साथ ही बार-बार सबमर्सिबल पंप नहीं चलने देती हूं। -रवजीत कौर गोविंद नगर

-दैनिक जागरण में इस अभियान को पढऩे के बाद से पूरा घर पानी को बचाने में जुट गया है। अब आरओ और एसी का पानी बचाकर उसको घर के अन्य कामों में प्रयोग कर रहे हैं। साथ ही रिश्तेदारों को भी कैसे पानी बचाए इसके बारे में बताती हूं। -महिमा सोनी, मोती विहार सोसाइटी

-रसोई घर के बगल में पौधे लगा रखे हैं, रसोई घर में सिंक का पानी नाली में न बहाकर क्यारी में बहाती हूं, जिससे पौधों को अतिरिक्त पानी नही देना पड़ता है। आरओ से निकलने वाले पानी से बर्तन धोती हूं। लोगों से भी पानी की बचत करने को कहती हूं। - शुभा भट्टाचार्य, किदवईनगर

-पानी बर्बाद न हो इसके लिए पानी की टंकी में अलार्म लगा रखा है। जैसे ही टंकी भर जाती है अलार्म बजने लगता है। इससे बहुत पानी बचता है। एसी और आरओ से अतिरिक्त निकलने वाले पानी से पौधों और घर की सफाई करती हूं। -ऋतु गुप्ता, माल रोड

-दैनिक जागरण के अभियान ने उनको जल की महत्ता समझने के लिये प्रेरित किया। अब फल-सब्जी दाल,चावल धोने के बाद बचा हुआ पानी क्यारियों और पौधों में डाल देते है। वाङ्क्षशग मशीन का पानी एकत्रित कर गाडिय़ां धोने व पोछा लगाने में प्रयोग करती हूं। -शिखा गुप्ता विष्णुपुरी

-घर में हर व्यक्ति के लिए अलग पानी की बोतल है, उसी से पानी पीता है। इससे पानी की बर्बादी नहीं होती है। जितना पानी की जरूरत होती है उतना ही पानी प्रयोग किया जाता है। नहाने के लिए शावर का प्रयोग न करके बाल्टी के पानी प्रयोग करती हूं। -निशा मेहरोत्रा,जनरलगंज

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