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कानपुर में तेज रफ्तार कार की टक्कर से टूटी स्कूल की दीवार; एक बच्चे की मौत, बच्ची गंभीर रूप से घायल

कानपुर में एक तेज रफ्तार कार ने स्कूल के गेट से टकरा गई जिससे दो बच्चे दब गए। एक बच्चे की मौत हो गई जबकि दूसरे का इलाज चल रहा है। पुलिस ने कार को हटवाने की कोशिश की लेकिन लोगों ने हंगामा किया और कार्रवाई की मांग की। वहीं कार चालक का हादसे में पैर टूट गया जिसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Tue, 19 Nov 2024 02:09 AM (IST)
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गुजैनी गांव स्थित स्कूल के परिसर में घुसी कार मौजूद भीड़। जागरण
जागरण संवाददाता, कानपुर। गुजैनी गांव के पास सोमवार दोपहर करीब 100 की स्पीड से आई एक कार स्कूल के परिसर गेट से टकरा गई। टक्कर इतनी तेज थी कि लोहे के भारी गेट का एक पल्ला व पिलर टूट कर वहां खेल रहे छह वर्षीय आर्यन और पांच वर्षीय खुशी वर्मा पर गिर गया। हादसे के बाद चीख पुकार मच गई। 

लोगों की भीड़ जुटी और कार चालक को दबोच लिया, जबकि अन्य तीन लोग भाग गए। कार में खाली शराब की बोतल भी मिली। सभी नशे में बताए गए। पुलिस ने गेट-पिलर से दबे दोनों बच्चों को निकाल एलएलआर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां आर्यन को मृत घोषित कर दिया गया, खुशी की हालत गंभीर है। पुलिस द्वारा कार को हटवाने के प्रयास से लोग भड़क गए और चार घंटे हंगामा किया।

यह है पूरा मामला

गुजैनी गांव निवासी देवेंद्र सिंह का घर पर ही ठा. विशंभर सिंह इंटर कॉलेज स्कूल है। स्कूल परिसर के बगल के हिस्से में छात्र-छात्राओं की साइकिलें खड़ी होती हैं। इसी हिस्से में उनके भाई रवीन्द्र सिंह ने हाता बना हुआ है, जिसमें करीब 11 परिवार किराये पर रहते हैं। 

सोमवार दोपहर करीब तीन बजे किरायेदार धर्मेंद्र वर्मा की बेटी खुशी और संदीप का इकलौता बेटा आर्यन समेत बच्चे परिसर के अंदर गेट के पास खेल रहे थे। इसी बीच रविदासपुरम की तरफ आई तेज रफ्तार ब्रेजा विटारा कार बाईं तरफ मुड़ने की बजाए सामने स्कूल परिसर के बगल में लगे गेट से टकरा गई। 

कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि दोनों बैलून निकल गए और गेट का एक पल्ला व पिलर टूटकर अंदर की तरफ गिर पड़ा, जिसके नीचे दोनों बच्चे दब गए। लोगों की मदद से उन्हें बाहर निकाल एलएलआर अस्पताल ले जाया गया, जहां आर्यन की मौत हो गई, जबकि खुशी का गंभीर हालत में इलाज चल रहा है। 

लोगों ने पुलिस के सामने किया हंगामा

पुलिस ने माहौल बिगड़ते देख कार को हटवाने के लिए बैकहो लोडर मंगवा लिया, लेकिन जैसे ही कार को बांधकर ले जाने का प्रयास हुआ। लोग भड़क उठे और शोर मचाते हुए हंगामा करने लगे। बैकहो लोडर के आगे खड़े होकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। 

पुलिस ने बैकहो लोडर को वापस कराया और लोगों को कार्रवाई का आश्वासन दिया। हाते में रहने वाले अन्य किरायेदार व आसपास के सैकड़ों लोग आरोपियों को उनके सामने लाने के बाद ही गाड़ी हटाने की जिद करने लगे। 

मौके पर एसीपी नौबस्ता मंजय सिंह, नौबस्ता, हनुमंत विहार समेत थानों का फोर्स पहुंच गया।काफी देर समझाजने के बाद भी कार वहां से हटनी नहीं दी गई।हालांकि लोगों ने हंगामा बंद कर दिया।

एसीपी नौबस्ता मंजय सिंह ने बताया कि चालक तेज रफ्तार और लापरवाही से कार चलाते हुए गेट से टकराए थे। दो बच्चे उसमें दब गए।एक बच्चे की मौत हो गई।बच्ची का इलाज चल रहा है। तहरीर प्राप्त कर कार्रवाई की जाएगी।

एक चालक पकड़ा गया, पैर टूटा

पुलिस ने बताया कि कार की रफ्तार काफी तेज होने से उसके बैलून खुल गए, जिससे अंदर बैठे लोग बच गए, लेकिन कार चालक शानू चौहान के पैर में फ्रैक्चर हो गया। उसे भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, उसके साथी हर्ष समेत तीन लोग फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है।

जिंदगी की जंग लड़ रही मासूम खुशी

हादसे के बाद पहले एक अफवाह फैल गई कि दोनों बच्चों की दबकर मौत हो गई है। इससे गुजैनी गांव के सैकड़ों लोग सड़क पर आ गए। परिजनों की चीख पुकार मचने लगी, लेकिन जब पुलिस ने दोनों को भर्ती कराया तो खुशी की सांसे चल रही थी। आईसीयू में उसका इलाज चल रहा था, लेकिन परिवार उसके जिंदा होने का भरोसा नहीं कर पा रहा था।

लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा था। इस पर गुजैनी थाना पुलिस ने अस्पताल से इलाज के दौरान का वीडियो बनवाकर लोगों को दिखाया गया तब लोग शांत हुए। अब मासूम खुशी अपनी जिंदगी के लिए मौत से लड़ रही है। वीडियो के जरिए उसकी हालत देखते ही परिवार बिलख पड़ा।

पिता और दादी के साथ रहता था आर्यन

पुलिस ने बताया कि दिवंगत आर्यन की मां दिल्ली के अपोलाे अस्पताल में नर्स है, जबकि पिता फतेहपुर के एक पंपिंग स्टेशन में ऑपरेटर हैं। यहां वह अपनी दादी जनक दुलारी के साथ रहकर ठा. विशम्भर नाथ इंटर कॉलेज में यूकेजी में पढ़ता था, जबकि खुशी की मां निशा चौका-बर्तन करती है। निशा के पति कानपुर देहात के रसूलाबाद भैसाए गांव में किसान हैं और वहीं रहते हैं। खुशी यहां मां और अपनी नानी गीता देवी और छोटी बहन के साथ रहती है।

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