Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव को लगा तगड़ा झटका, 30 साल पुराने सपाई विजय सचान ने छोड़ी पार्टी
चुनाव से पहले विजय सचान ने पार्टी को अलविदा कह दिया। विजय सचान करीब 30 सालों से पार्टी में सक्रिय रहे। वे चुनाव तो नहीं जीते थे लेकिन उनकी हार बहुत कम अंतर से हुई थी। पालिका अध्यक्ष पद का चुनाव बेहद कम अंतर से हारे थे। विजय सचान पार्टी में अपनी उपेक्षा और राम मंदिर पर सपा के स्टैंड से नाखुश थे।
संवाद, सहयोगी, जागरण, घाटमपुर। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता विजय सचान ने पार्टी छोड़ दी है। लोकसभा चुनाव से पहले उनके इस फैसले से पार्टी को झटका लगा है। करीब 30 सालों से घाटमपुर की राजनीति में सक्रिय विजय सचान ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता के साथ ही प्रदेश कार्यकारिणी सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पार्टी पर उपेक्षा करने और राम मन्दिर प्राण प्रतिष्ठा में पार्टी द्वारा न्योता ठुकराने को अपने फैसले का आधार बताया है।
राजनीति में सक्रिय थे विजय सचान
विजय सचान का कद घाटमपुर की राजनीति में काफी बड़ा है। वह कोई चुनाव जीत तो नहीं पाए लेकिन, उनकी हार का अंतर मामूली रहा। वर्ष 1991 , 93,96 व 2002 में वह घाटमपुर विधान सभा से चुनाव लड़े और पराजित हुए। बीते वर्ष उनकी पत्नी घाटमपुर नगर पालिका के चेयरमैन पद का चुनाव भी मामूली अंतर से हारे थे। सपा का आधार वोट ही उन्हें नहीं मिला था।ये भी पढ़ेंः Weather Update: रेड अलर्ट के बीच UP में तेजी से बदला मौसम, तेज बारिश से सुहाना मौसम, मुरादाबाद में गेहूं की फसल को नुकसान
भाभी जिला पंचायत सदस्य
विजय सचान की भाभी वर्तमान में परास से जिला पंचायत सदस्य हैं। उनकी जीत में भी विजय सचान का ही उनका ही योगदान था। बताया कि पार्टी द्वारा लगातार उपेक्षा किए जाने और राम मंदिर पर पार्टी के स्टैंड से वह आहत थे। इसलिए उन्होंने यह फैसला लिया है। भविष्य में वह किस पार्टी का दामन थामेंगे अभी उन्होंने यह नहीं बताया है।ये भी पढ़ेंः मुश्किलों में फंसे मायावती के प्रत्याशी, सहारनपुर में कैराना लोकसभा सीट से बसपा के उम्मीदवार श्रीपाल राणा के खिलाफ केस, ये है आरोप
फिलहाल उनका पार्टी छोड़ना घाटमपुर क्षेत्र में सपा के लिए झटका है। कुर्मी मतदाताओं का एक बड़ा तबका उनके साथ है। ऐसे में उनके पार्टी छोड़ने का अकबरपुर लोकसभा सीट पर बड़ा असर पड़ेगा।
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