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पूज्य श्री गुरु रमेश भाई ओझा ने कानपुरवासियों को दिया मूलमंत्र, बोले- हरि कथा ही श्री हरि दर्शन का है साधन

कानपुर में ज्ञान यज्ञ का पाठ करते हुए पूज्य महाराज श्री गुरु रमेश भाई ओझा ने कहा कि भगवान के कीर्तन से भगवत की प्राप्ति होती है। हरि कथा श्री हरि के दर्शन का साधन है। इस दौरान उनसे मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने भी उनका आर्शीवाद ग्रहण किया।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek AgnihotriUpdated: Sun, 06 Nov 2022 08:51 PM (IST)
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कानपुर में श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ में पाठ करते हुए आध्यात्मिक गुरु रमेश भाई ओझा।
कानपुर, जागरण संवाददाता। भागवत का ताप पर समझने के लिए गुरु की आवश्यकता होती है। श्रीमद्भागवत वैश्विक महा ग्रंथ है। श्री कृष्ण के आसनों को समझना कठिन है क्योंकि नंदलाला गोपियों के वस्त्र हरने वाले भी हैं और जरूरत पड़ने पर द्रोपति को वस्त्र देने वाले भी। हर पहलू में कौन है इसलिए उन्हें 16 कलाओं में परिपूर्ण कहा गया है। यह बातें रविवार को आठ दिवसीय श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ में आध्यात्मिक गुरु रमेश भाई ओझा ने कही।

ज्ञान यज्ञ का पाठ करते हुए पूज्य महाराज श्री ने कहा कि भगवान के कीर्तन से भगवत की प्राप्ति होती है। हरि कथा श्री हरि के दर्शन का साधन है। जिस प्रकार संतों का जीवन नदियों के समान होता है उसी प्रकार श्रीमद्भागवत गीता ज्ञान का सागर है। मनुष्य को धन कमाने के लिए त्याग का सामर्थ रखना चाहिए क्योंकि यदि व्यक्ति को धर्म का स्वामी बनाता है बिना के कमाया हुआ धन चौकीदार बना देता है।

सच्चा सामी वह जो त्याग करना सीखे त्याग के बिना शांति नहीं मिलती इसलिए त्याग करने वाले महात्मा को स्वामी कहते हैं। जीवन में धन संग्रह के लिए नहीं होता सदुपयोग के लिए होता है इसलिए धन का उपयोग धर्म संस्कार के काम में करना चाहिए। पाप के कारणों को मिटाने से पाप का नाश होता है।

पूज्य महाराज ने कहा कि वृंदावन की रासलीला ही राधा रानी है जिसमें सभी संसार को मंत्रमुग्ध किया है। विशुद्ध चित्र में परमात्मा के लिए भक्ति जागती है मानव जीवन में अच्छाई का अभिमान सबसे बड़ी बुराई है इसलिए अच्छे कार्य करते हुए प्रभु का स्मरण करना चाहिए। कथा विश्राम के दौरान पूज्य महाराज ने मीठे रस से भरी महारानी लागे भजन से वातावरण को भक्तिमय कर दिया। भजन की रसधार में मंत्रमुग्ध होकर सैकड़ों भक्तों ने किया। पंडाल का वातावरण वृंदावन जैसा कर दिया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी मंडल आयुक्त डॉ राजशेखर डीएम विशाख जी ने व्यास पीठ पर आकर पूज्य महाराज का आशीष ग्रहण किया।

शहर के भक्तों का किया धन्यवाद

शहर में पहली बार कथा पाठ करने आए अध्यात्मिक गुरु रमेश भाई ओझा शहर के भक्तों का आभार जताया और गीता का सार जीवन में उतारने के लिए आग्रह किया। पूज्य महाराज ने लोगों को हरी चर्चा करते रहने का मूल मंत्र दिया।

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