Move to Jagran APP

सपा विधायक इरफान सोलंकी की 6 माह की भतीजी की बीमारी के चलते हुई मृत्यु, तलाश में पहरा देती रही पुलिस

सपा विधायक इरफान सोलंकी की छह माह की भतीजी का बीमारी के चलते निधन हो गया। इस मौके पर पुलिस नि‍वास के आस-पास मौजूद रही लेकिन इरफान घर नहीं आए। बता दें कि पुलिस को जाजमऊ में घर जलाने और धमकी देने के मामले तलाश है।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek AgnihotriUpdated: Wed, 23 Nov 2022 06:51 PM (IST)
Hero Image
सपा विधायक इरफान सोलंकी की छह माह की भतीजी की मृत्यु हो गई।

कानपुर, जागरण संवाददाता। महिला का प्लाट कब्जाने व आगजनी के मामले में फरार चल रहे सपा विधायक इरफान सोलंकी 16 दिन बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। मंगलवार की रात सपा विधायक की भतीजी की मृत्यु हो गई, जिसके बाद पुलिस को विश्वास था कि विधायक घर जरूर आएंगे। पूरे दिन पुलिस व खुफिया टीम विधायक के घर, करीबी रिश्तेदारों के घरों पर नजर बनाए रही, लेकिन विधायक या दूसरे आरोपित रिजवान सोलंकी नहीं आए। बताया जा रहा है कि विधायक बुधवार को वापसी की तैयारी में थे, मगर बाद में उन्होंने अपना इरादा बदल दिया। 

सपा विधायक इरफान सोलंकी की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। पुलिस शिकंजे के बीच परिवार के लिए मंगलवार की रात बेहद कष्टकारी रही। सपा विधायक के सबसे छोटे भाई अरशद की छह माह की बेटी का मंगलवार आधी रात के बाद इंतकाल हो गया। मासूम शाम तक पूरी तरह से स्वस्थ थी, लेकिन अचानक रात को तबीयत बिगड़ी। परिवार वाले उसे लेकर एक निजी अस्पताल पहुंचे और कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया। पुलिस को जैसे ही यह खबर मिली, पूरा तंत्र सक्रिय कर दिया गया। सादे कपड़ों में पुलिस बल के साथ खुफिया तंत्र को उनके घर व अन्य करीबी रिश्तेदारों के घरों के आसपास सक्रिय किया गया। हालांकि विधायक या उनके भाई रिजवान दोनों परिवार से मिलने नहीं पहुंचे। पुलिस पूरे दिन विधायक का रास्ता तकती रही। 

विधायक पर एक और मुकदमे की तैयारी 

पुलिस अधिकारी लगातार दावा कर रहे हैं कि अगर विधायक 48 घंटों के दौरान नहीं लौटे तो उनके खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज हो सकता है। एक पुलिस अधिकारी के इस दावे के बाद बड़ा सवाल है कि पुलिस के पास विधायक के खिलाफ कौन सा नया मामला पहुंचा है। हालांकि पुलिस पहले से ही विधायक इरफान से संबंधित आधा दर्जन पुराने मामलों की पड़ताल कर रही है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।