यूपी के 8 जिलों में 25 से ज्यादा जगहों पर गिरी आकाशीय बिजली, 11 लोगों पर टूटा कहर, आप न करें ये गलती
Weather Update उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मौसम बदल गया है। फतेहपुर बिल्हौर बांदा कन्नौज चित्रकूट और महोबा में बिजली गिरने से 11 लोगों की मौत हो गई। हमीरपुर में दोपहर में रात जैसा नजारा दिखा और तेज बारिश हुई। फर्रुखाबाद में झोपड़ी में बैठे किशोर और वृद्ध झुलस गए।

जागरण टीम, कानपुर। यूपी के कई जिलों में मंगलवार को मौसम का मिजाल बदल गया है। सुबह 10 बजे के बाद अचानक बादलों ने डेरा डाल लिया। दोपहर होते-होते कई जिलों में अंधेरा सा छा गया। तेज बारिश और वज्रपात हुआ। इससे 11 लोगों की मौत भी सूचना है। कुछ लोग आकाशीय बिजली गिरने से झुलस भी गए। कानपुर में बार-बार आकाशीय बिजली गिरने की तेज आवाज से लोग सिहर गए।
मानसून की विदाई से पहले मंगलवार को जोरदार बारिश के दौरान बिजली गिरने से कन्नौज और फतेहपुर में तीन-तीन समेत 11 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा कई लोग आकाशी बिजली गिरने से झुलस गए। वहीं, बारिश की वजह से बाजरा, आलू व सरसों की फसल को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा।
कन्नौज के तालग्राम के ग्राम बिरियन नगला में वीरेंद्र, छिबरामऊ के गांव मझपुर्वा में सीता देवी व हसेरन ब्लाक के गांव कठार की सोनी, कानपुर में बिल्हौर के पलिया बुजुर्ग गांव निवासी किसान सरोज कुमार, महोबा में चरखारी के ग्राम बपरेथा के किसान अरविंद व चित्रकूट के बरगढ़ के डोड़ियामाफी में किसान रामनाथ उपाध्याय की बिजली गिरने से मौत हो गई है। फतेहपुर में बिजली गिरने से सेवानिवृत्त रेलवे कर्मी समेत तीन की जान चली गई। उन्नाव के बांगरमऊ के खन्नागाढ़ा के किसान राजेश व बीघापुर तहसील के काछी बारी के ठाकुर प्रसाद व फर्रुखाबाद के मोहम्मदाबाद क्षेत्र के गांव निसार नगला में अवनीश व सूरज सिंह बिजली गिरने से झुलस गए। हमीरपुर, औरैया, बांदा, उरई, इटावा, उन्नाव, कन्नौज व फतेहपुर में फसलों को हुआ है।
Fatehpur में तीन की मौत
फतेहपुर के गाजीपुर थाना क्षेत्र के डड़ीवा गांव में दोपहर बाद बिजली गिरने से 70 वर्षीय सेवानिवृत्त रेलवे कर्मचारी देशराज की मौत हो गई। सेवानिवृत्त रेलवे कर्मचारी बारिश की वजह से एक बरगद के पेड़ के नीचे खड़े थे। वहीं असोथर थाना क्षेत्र के जरौली गांव के जंगल में जानवर चरा रहे दो चरवाहों के बिजली गिर गई। 50 वर्षीय हृदयराम कुशवाहा की मौके पर मौत हो गई। वहीं साथ में रहे 24 वर्षीय विपिन पुत्र हरछठी बुरी तरह से झुलस गया, जिसकी उपचार दौरान मौत हो गई।
दो भैंस और तीन बकरियों की मौत
वहीं फतेहपुर में बिजली गिरने से चांदपुर थाना क्षेत्र के इब्राहीमपुर पढ़नी गांव निवासी शिक्षक राजेंद्र प्रसाद पटेल के निजी नलकूप में बंधी भैंस की मौत हो गई। हुसेनगंज थाने के सीर इब्राहीमपुर में सविता देवी की मैदान में बंधी भैंस बिजली की चपेट में आने से मर गई। असोथर नगर के प्रेममऊ कटरा वार्ड निवासी लोटन पाल और रामचंद्र पाल निचली गंगा नगर की पटरी पर बकरियां चरा रहे थे और जामुन के पेड़ के नीचे बैठे थे। बिजली की चपेट में आने से तीन बकरियां की मौत हो गई। जबकि दोनों बुरी तरह से झुलस गए, जिन्हें पीएचसी असोथर में भर्ती कराया गया है।
Kannauj में किसान व दो महिलाओं की गई जान
बिरियन नगला निवासी 55 वर्षीय वीरेंद्र पुत्र रामस्वरूप के घर पर सोमवार रात जाहरवीर बाबा का जागरण चल रहा था। वह घर के बाहर लगे बबूल के पेड़ के नीचे चारपाई पर बैठे थे। रात करीब तीन बजे बिजली कड़कने लगी तो बारिश की आशंका को देखते हुए वह बबूल के पेड़ के नीचे लगे धान की ढेरी को पन्नी तानकर ढाकने लगे। तभी बिजली उनके ऊपर गिर गई। सुबह करीब 11 बजे इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के कठार गांव निवासी 28 वर्षीय सोनी देवी पत्नी गोपाल चंद्र पाल बारिश शुरू होने पर अपने मकान की छत पर गई थीं। तभी वज्रपात के साथ तेज धमाका हुआ। इससे छत पर ही सोनी की मौत हो गई। तालग्राम थाना क्षेत्र के ग्राम मझपुर्वा निवासी 50 वर्षीय सीता देवी मंगलवार शाम तेज वर्षा के दौरान पति संजीव कुमार के साथ गांव में अपने दूसरे घर पर बंधी भैंस को खोलने के लिए गई थीं। तभी बिजली गिर गई, जिससे वह झुलस गईं। हालांकि पति बिजली की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए। सीता की मौके पर ही मौत हो गई।
Chitrakoot बारिश के बीच गिरी बिजली, एक किसान की मौत व एक घायल
मंगलवार की दोपहर करीब डेढ़ बजे की घटना है जब मनका गांव निवासी 65 वर्षीय रामनाथ उपाध्याय तीन साथियों के साथ भैंस चराने गए थे। इसी दौरान बारिश शुरू हो गई और चारों किसान महुआ के पेड़ के नीचे खड़े हो गए तभी बिजली गिरी। इससे रामनाथ उपाध्याय की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि डोड़ियामाफी निवासी 45 वर्षीय वीरेंद्र द्विवेदी झुलस गए।
Hamirpur में बदला मौसम का मिजाज, दोपहर में दिखा रात का नजारा
हमीरपुर में मंगलवार की दोपहर ढाई बजे के बाद अचानक मौसम बदल गया और आसमान में काले बादल छा गए। दोपहर में रात का नजारा दिखने लगा और तेज वर्षा शुरू गई। जिससे देवी पंडालों में अफरा-तफरी मच गई। तेज गर्जना के साथ शुरू हुई मूसलाधार बारिश से पंडालों में अव्यवस्था फैल गई और अष्टमी के अवसर पर आयोजित हो रहे भंडारे भी बारिश के चलते बंद करने पड़े। बारिश के कारण हर तरफ खलबली मच गई। दोपहर में रात जैसा नजारा छा गया। तेज गर्जना के कारण लोग अपने घरों व सुरक्षित स्थानों में पहुंचते नजर आए।
Mahoba में देवी पंडाल के यजमान समेत तीन किसानों की मौत
तेज बारिश के साथ गिरी बिजली की चपेट में आने से देवी पूजा पंडाल के यजमान समेत तीन किसानों की मौत हो गई। वहीं चार बकरियां भी मौत की आगोश में समा गईं। एक महिला भी झुलस गई। जिसे चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने शवों को अपने कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू की है। पहली घटना थाना चरखारी क्षेत्र के ग्राम बपरेथा में हुई। यहां का 35 वर्षीय किसान अरविंद पुत्र कुंवर बहादुर अपनी चार बकरियों को लेकर सोमवार की शाम खेतों पर चराने गया था। ग्रामीणों के मुताबिक वह मुहल्ले में ही स्थापित देवी पंडाल का मुख्य यजमान था और आरती आदि कार्य कराता था। जब वह खेत में था तभी बारिश शुरू हुई तो अरविंद आम के पेड़ के नीचे छिप गया। अचानक तेज गड़गड़ाहट के साथ बिजली गिरने से वह इसकी चपेट में आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं चार बकरियां भी मौत के मुंह में समां गई। दूसरी घटना थाना चरखारी क्षेत्र के ग्राम गोरखा में हुई। यहां के किसान 70 वर्षीय रामचरन यादव सोमवार की सुबह खेत गए थे। शाम को वह वापस आ रहे थे। तभी अचानक बारिश शुरू हुई तो वह पेड़ के नीचे खड़े हो गए। बिजली की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। इसी थाना क्षेत्र के ग्राम गुढ़ा निवासी 50 वर्षीय सुप्पन पत्नी दीन मुहम्मद अपनी बहन 47 वर्षीय भूरी के साथ खेत में चारा काटने गई थी। दोनों शाम को खेत से वापस आ रही थी। तभी रास्ते में बारिश के साथ बिजली गिरी और वे इसकी चपेट में आ गईं। राहगीरों की मदद से उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चरखारी लाया गया। यहां चिकित्सक ने भूरी पत्नी मुन्ना को मृत घोषित कर दिया। वहीं सुप्पन का उपचार चल रहा है।
बिल्हौर में बिजली गिरने से किसान की गई जान
पलिया बुजुर्ग गांव में फसल में पानी लगा रहे किसान की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। पलिया बुजुर्ग गांव निवासी 40 वर्षीय सरोज कुमार पुत्र स्व. शिवपाल सिंह यादव खेतीबाड़ी करते थे। स्वजन के मुताबिक मंगलवार सुबह सरोज धान के खेत में पानी लगाने बाइक से गए थे। शाम तक वापस न लौटने पर स्वजन ने खोजबीन शुरू की। शाम को युवक का शव धान के खेत में पड़ा मिला। वहीं बाइक किनारे खड़ी मिली। स्वजन ने बारिश के बीच तेज आवाज के साथ गिरी आकाशीय बिजली से मौत होने की आशंका जाहिर की।
इटावा में बिजली गिरने से किसान झुलसा और मवेशी की मौत
बसरेहर क्षेत्र की ग्राम पंचायत मसनाई में बिजली गिरने से खेत पर चरते समय एक भैंस की मौत हो गई। वहीं बरालोकपुर क्षेत्र की ग्राम पंचायत ऊनवा में मंदिर पर बिजली गिरने से शिखर क्षतिग्रस्त हो गया। बरालोकपुर में ही एक मकान पर बिजली गिरने से छज्जा क्षतिग्रस्त हो गया। ऊसराहार के किशनपुर गांव में किसान इलायकेदार सक्सेना बिजली गिरने से उनके दोनों पैर झुलस गए।
Farrukhabad में झोपड़ी में बैठा युवक झुलसा, मोबाइल क्षतिग्रस्त
गांव निसार नगला में झोपड़ी में युवक का मोबाइल फोन फट गया। इससे युवक व वृद्ध झुलस गए। क्षेत्र के गांव नगला निशान निवासी अमीर सिंह की गांव के ही किनारे झोपड़ी पड़ी है। मंगलवार दोपहर 12:30 बजे वर्षा के दौरान गांव के ही 60 वर्षीय सूरज सिंह, 18 वर्षीय अवनीश उर्फ छोटू, पन्नालाल, मोहित व सचिन झोपड़ी में बैठे थे। अवनीश मोबाइल फोन चला रहा था। उसी समय तेज धमाके के साथ बिजली गिरी। जिससे अवनीश झुलस गया। उसका मोबाइल फोन भी टूट गया और झोपड़ी में आग लग गई। सूरज सिंह भी मामूली रूप से झुलसे।
राजेपुर में वज्रपात, मवेशी चरा रहा ग्रामीण झुलसा
राजेपुर थाना क्षेत्र के सीढ़े चकरपुर निवासी 50 वर्षीय रामनरेश पाल मंगलवार दोपहर को गंगा के किनारे मवेशी चरा रहे थे। उसी दौरान आसमान में काली घटाएं घिर आई और वर्षा होने लगी तो वह पेड़ के नीचे खड़ा हो गया। इसी दौरान वज्रपात हुआ। इससे वह गंभीर रूप से झुलस गया।
जालौन में बिजली गिरने से चार बकरियां मरीं
रामपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम कुसेपूरा में मंगलवार को खेत में चल रही बकरियों पर बिजली गिर गई। जिससे चार बकरियों की मौके पर ही मौत हो गई। मंगलवार की दोपहर से हो रही बारिश के साथ बिजली गिरने की घटनाएं भी बढ़ गई हैं। ब्लाक ग्राम कुसेपूरा निवासी राजू, टिल्लू व जगराम अपनी बकरियों को चराने खेतों की तरफ गए थे। दोपहर दो बजे के लगभग बारिश होने के साथ तेज गरज के साथ बिजली खेत में चर रही बकरियों के ऊपर जा गिरी।
Unnao में तीन झुलसे
बांगरमऊ और बारा सगवर क्षेत्र में आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला समेत तीन लोग गंभीर रूप से झुलस गए। जबकि, एक मकान के छज्जे में भी दरार आ गई।
ये बिल्कुल न करें
- टीन, धातु से बनी छत वाले मकानों से दूर रहें।
- खुले आसमान के नीचे है तो झुककर पैरों और घुटनों को जोड़कर बैठ जाएं। जमीन पर न लेटें और न ही जमीन पर हाथ लगाएं।
- बिजली चमकने के दौरान पेड़ के नीचे खड़े न हों, क्योंकि सबसे ज्यादा बिजली गिरने का खतरा पेड़, मकान, खंभों पर ही होता है।
- घर के बाहर धातु से बनी चीजों का इस्तेमाल न करें, बिजली, टेलिफोन के खंभों से दूर रहें।
- पानी से दूर रहे हैं, पानी में बिजली गिरने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है।
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