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सीसामऊ सीट पर सपा-भाजपा में कांटे की टक्कर, क्या इस बार अखिलेश का किला भेद पाएंगे सीएम योगी?

सीसामऊ विधानसभा सीट पर भाजपा और सपा के बीच कड़ा मुकाबला है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस सीट को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी अपनी पत्नी डिंपल यादव को मैदान में उतार चुके हैं। इस सीट पर मुस्लिम ब्राह्मण दलित और वैश्य मतदाताओं का दबदबा है। देखना होगा कि इस कड़े मुकाबले में कौन बाजी मारता है।

By shiva awasthi Edited By: Abhishek Pandey Updated: Tue, 19 Nov 2024 01:37 PM (IST)
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योगी आदित्यनाथ व अखिलेश यादव (फाइल फोटो)
शिवा अवस्थी, कानपुर। सीसामऊ विधानसभा सीट भाजपा व सपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है। रोचक चुनावी रण में छोटे से लेकर बड़े योद्धा उतरे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा के इस मजबूत किले को भेदने में तत्परता दिखाई है।

सामान्य दिनों में सीएम के दौरों में बड़े नेता हेलीपैड, कार्यक्रम स्थल पर मिलते थे, लेकिन दर्शनपुरवा की जनसभा व रामबाग के रोड शो में वे 250 भाजपाइयों से सीधे मिले व बात की। बूथ-सेक्टर, शक्ति केंद्र, मोर्चों व पदाधिकारियों से गणित समझा। इससे निचले स्तर तक नेता व कार्यकर्ता उत्साहित हैं।

वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव स्वयं आए। तीन बार पार्टी के राजनीतिक रणनीतिकार शिवपाल यादव को भेजा। अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद, सुनील साजन समेत कई नेता दिन-रात डटे हैं। डिंपल को भी उतारा गया।

इरफान को सजा होने के बाद खाली हुई सीट 

सीसामऊ सीट 2012 से सपा के इरफान सोलंकी के पास थी, जिनके आगजनी के मामले में जेल जाने पर उपचुनाव की दुंदुभि बजी। सपा ने उनकी पत्नी नसीम सोलंकी को उतारा है, जबकि भाजपा ने अपने पुराने कार्यकर्ता सुरेश अवस्थी पर फिर विश्वास जताया। बसपा से वीरेंद्र कुमार मैदान में हैं। मतदान की तिथि 20 नवंबर होने से भाजपाई रणनीतिकार घर-घर पहुंचे।

मुख्यमंत्री योगी दो बार आए। नौ नवंबर को आइटीआइ हेलीपैड व दर्शनपुरवा सभास्थल पर 127 भाजपाइयों से मिले। 16 नवंबर को रामबाग से संगीत टाकीज तक रोड शो में 123 लोगों से मुलाकात की। इसमें सेक्टर, बूथ, शक्ति केंद्र व पन्ना प्रमुख तक शामिल रहे। सीसामऊ सीट का किला भेदने के लिए 30 मिनट का रोड शो 50 मिनट चला। भीड़ देख हर घर, छज्जे, खिड़की व छत पर खड़े व्यक्ति का अभिवादन कर सड़क के दोनों तरफ लोगों को निराश नहीं किया। सेल्फी लेने वालों को विजय चिह्न दिखा संकल्प दिलाया। चलते-चलते बंटेंगे तो कटेंगे कह भाजपा के पक्ष में माहौल बना गए।

वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की जीआइसी मैदान में 13 नवंबर को जनसभा में कुर्सियां खाली रहने पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने तंज कसा। 18 नवंबर को अखिलेश का रोड शो होना था पर उनकी पत्नी डिंपल यादव आईं। इसे लेकर भाजपाइयों का कहना है कि अखिलेश हार के डर से दोबारा नहीं आए।

पूरी रात रुक शिवपाल ने बनाई रणनीति

तीसरी बार शहर आए शिवपाल यादव दिन भर अलग-अलग वर्गों के बीच घूमने के बाद रात में दक्षिण के एक होटल में रुके। प्रदेश सचिव आशीष चौबे के साथ सपा के बड़े सियासी रणनीतिकार माने जाने वाले शिवपाल 200 से अधिक लोगों से मिले। डिंपल के रोड शो में भीड़ जुटाने, बूथ-सेक्टर तक चुनाव की गणित समझी व समझाई।

योगी ने जुटाई पीएम मोदी के रोड शो जैसी भीड़

सीएम योगी के रामबाग से संगीत टाकीज तक रोड शो की लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गुमटी गुरुद्वारा से संत नगर चौराहा तक रोड शो से तुलना कर रहे हैं। बोले, ये रोड शो उससे अधिक भीड़ वाला रहा। जनता स्वयं ही आई और सबमें उत्साह है।

मतदाताओं का गणित

2,71,041 मतदाता हैं सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में।

1.10 लाख मुस्लिम मतदाता हैं।

60-60 हजार ब्राह्मण और दलित मतदाता हैं।

41 हजार मतदाताओं में वैश्य, सिख व अन्य हैं।

भाजपा कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल ने बताया-

अखिलेश की जनसभा में खाली कुर्सियों से जनता ने निर्णय सुना दिया है कि वो सपा से छुटकारा चाहती है। बांग्लादेशियों को बसाने व तिरंगा झंडा का अपमान करने वाले को कोई बर्दाश्त नहीं करेगा। जनता भाजपा के लिए लड़ रही है। मुख्यमंत्री योगी की रणनीति, रोड शो में उमड़े जनसमूह से सब साफ है। बस परिणाम आना बाकी है।

सपा के प्रदेश सचिव, आशीष चौबे ने बताया-

भाजपा शासन-प्रशासन के भरोसे चुनाव लड़ रही है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ जनता खड़ी है। मतदाता जागरूक है। पारदर्शिता से मतदान होने के बाद परिणाम आएगा तो मतदाताओं का निर्णय पता चल जाएगा।

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