Kanpur News: कानपुर में बड़ा हादसा, पुल से रेलवे ट्रैक पर गिरा ट्रक; ट्रेनों का संचालन पूरी तरह ठप
पनकी थानाक्षेत्र में गुजैनी नहर पुल के ऊपर से गुरुवार शाम एक ट्रक रेलिंग तोड़ते हुए झांसी रेलवे लाइन पर जा गिरा। ट्रक ओएचई (ओवरहेड इलेक्ट्रिक) पर गिरा जिससे ओएचई टूट गई और रेल संचालन ठप हो गया। हादसे में ट्रक चालक बिल्हौर के रहमतपुर गांव निवासी 27 वर्षीय रामकिशोर की मौके पर ही मौत हो गई है। हादसा शाम करीब सात बजे हुआ।
जागरण संवाददाता, कानपुर। झांसी रूट पर पनकी थानाक्षेत्र में गुजैनी नहर पुल के ऊपर से गुरुवार शाम एक ट्रक रेलिंग तोड़ते हुए झांसी रेलवे लाइन पर जा गिरा। ट्रक ओएचई (ओवरहेड इलेक्ट्रिक) पर गिरा, जिससे ओएचई टूट गई और रेल संचालन ठप हो गया। हादसे में ट्रक चालक बिल्हौर के रहमतपुर गांव निवासी 27 वर्षीय रामकिशोर की मौके पर ही मौत हो गई है। हादसा शाम करीब सात बजे हुआ। ट्रक नौबस्ता से इटावा की ओर जा रहा था। यह वही क्षेत्र है, जहां 15 दिन पहले साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे पटरी से उतर गए थे।
पुष्पक एक्सप्रेस को भी सेंट्रल पर रोका गया
झांसी रूट पर नहर पुल के पास रेलवे लाइन पर ट्रक गिरने से ट्रेनों का संचालन ठप हो गया। गोविंदपुरी पर झांसी की ओर जा रही चित्रकूट एक्सप्रेस और सिंकदरा एक्सप्रेस को रोक दिया गया। मुंबई की ओर जा रही पुष्पक एक्सप्रेस को भी सेंट्रल पर रोका गया था। इसके साथ ही लखनऊ की ओर से झांसी जा रही लखनऊ झांसी इंटरसिटी को भी रोक दिया गया। चूंकि डाउन लाइन काफी पहले शुरू करा दी गई थी, ऐसे में चित्रकूट कर्वी एक्सप्रेस को डाउन लाइन से काशन देकर सबसे पहले गुजारा गया। इसके बाद डाउन लाइन से अप लाइन की इन ट्रेनों को पास दिया गया।
ट्रैक का परीक्षण किया जा रहा
डिप्टी सीटीएम आशुतोष कुमार सिंह ने बताया कि जल्द से जल्द ओएचई को दुरुस्त कराया जा रहा है। ट्रैक का परीक्षण किया जा रहा है। हादसे के बाद कहीं उसमें कोई खामी तो नहीं आई। ट्रैक सही होने का क्लियरेंस मिलने के बाद ट्रेनों का संचालन अप लाइन से शुरू कराया जाएगा। फिलहाल डाउन लाइन से ट्रेनों को पास दिया जा रहा है। झांसी ट्रैक पर 20 दिन में दूसरा हादसा नहर पुल पर 50 फीट की ऊंचाई से तेज धमाके के साथ ट्रक गिरा तो आसपास के लोग दहल गए। नहर पटरी के किनारे रहने वाले लोग घटनास्थल की ओर भागे।इस घटना ने एक बारगी साबरमती हादसे की याद दिला दी। लोगों को लगा कहीं फिर तो कोई ट्रेन हादसे का शिकार नहीं हो गई। घटनास्थल पर पहुंचे क्षेत्रीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। यहां मौजूद रामदीन, भइयन और रोहित ने बताया कि अचानक तेज आवाज सुनी। यहां अंधेरा काफी था ऐसे में कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। ट्रक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका था। उसे देखते ही समझ में आ गया था कि कोई बचा नहीं होगा। पहले लगा ट्रक के अंदर कई लोग हैं लेकिन बाद में जब पुलिस पहुंची तो चालक गंभीर हालत में मिला बाद में उसकी मौत हो गई।
16 अगस्त को साबरमती एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो गई थी
बताते चलें कि घटनास्थल से ठीक 300 मीटर आगे 16 अगस्त को साबरमती एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो गई थी। ट्रेन का इंजन और 20 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। यह हादसा भी रात 2.35 बजे हुआ था। दुर्घटना के बाद रेलवे की ओर से दावा किया गया कि यह साजिश हो सकती है। घटनास्थल से बरामद तीन फीट लंबा पटरी का टुकड़ा और क्लैंप को इसकी वजह बताया जा रहा है। हालांकि अब तक इस मामले की कोई जांच रिपोर्ट अब तक नहीं आई है।घाटमपुर से पहुंची ओएचई इंस्पेक्शन कार
ट्रक हादसे में ओएचई लाइन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसे दुरुस्त करने के लिए घाटमपुर से ओएचई इंस्पेक्शन कार पहुंची थी जबकि कानपुर सेंट्रल से भी ओएचई दुरुस्त करने के लिए ओएचई इंस्पेक्शन का पहुंची थी। रेलवे के इंजीनियरों ने ओएचई का निरीक्षण करने के बाद उसे सही करना शुरू किया। डाउन लाइन बंद कराई गई हादसा अप लाइन पर हुआ था लेकिन सुरक्षा कारणों से रेलवे ने डाउन लाइन से गुजरी ओएचई लाइन की विद्युत आपूर्ति बंद करा दी थी।
सवा घंटे बाद परीक्षण के बाद विद्युत आपूर्ति शुरू कराई गई जिसके बाद ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ। क्रेन लगाकर रेलिंग हटाई गई नहर पुल के जिस हिस्से की रेलिंग को तोड़कर ट्रक नीचे गिरा, वहां से रेलिंग लटक गई थी। जिस पर पुलिस ने पुल के उपर क्रेन लगाकर रेलिंग के लटक रहे हिस्से को हटाया।
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