Ram Mandir: राम मंदिर के बाद अब इस काम के लिए मैदान में उतरेंगी उमा भारती, कहा-राहुल गांधी को मिला निमंत्रण नहीं आए
Uma Bharti रामलला आए अब अविरल गंगा का शंखनाद। उमा भारती बोलीं राहुल गांधी को प्राण प्रतिष्ठा का था निमंत्रण उन्हें किस मंदिर में रोका जा रहा पता नहीं l अयोध्या वैसी ही जैसी प्रभु राम के आगमन की खुशी में होनी चाहिए भारतीयों का सपना सच l उद्योगों और गंदे नालों के कारण सबसे ज्यादा प्रदूषण यहां गंगा जल पीने योग्य तो समझो निर्मल
जागरण संवाददाता, कानपुर। पांच सौ वर्षों में कारसेवकों व बलिदानियों के योगदान से अयोध्या में रामलला आने से करोड़ों भारतीयों का सपना सच हुआ। मंगलवार शाम को उन्नाव व कानपुर के बीच पुल पर खड़े होकर अविरल गंगा का शंखनाद कर दिया है।
उद्योगों व गंदे नालों के कारण यहां सबसे अधिक ‘पाल्यूशन स्ट्रेच’ (प्रदूषण का फैलाव) है। इस क्षेत्र का जल पीने, आचमन व तर्पण योग्य हो गया तो समझो गंगा निर्मल व अविरल हैं। अयोध्या वैसी है, जैसी रामलला के आगमन की खुशी में होनी चाहिए। मंदिर से देश पुराने गौरव में लौट रहा।
त्रेतायुग आ गया है। राहुल गांधी को निमंत्रण दिया गया था, लेकिन वो अयोध्या गए नहीं। उन्हें किन मंदिरों में रोका जा रहा है, ये पता नहीं है। ये बातें सेंट्रल स्टेशन पर गोरखपुर-यशवंतपुर ट्रेन से भोपाल जाते समय मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा सफाई मंत्री उमा भारती ने मंगलवार को कहीं।
जैसे मंदिर बना, गंगा भी अविरल होगी
उमा भारती ने कहा, मंत्री रहते गंगा की अविरलता के तीन, सात और 10 साल के कार्यक्रम तय किए थे। अब वर्ष 2025 तक गंगा वैसे ही अविरल होंगी, जैसे मंदिर बना। लोकसभा चुनाव से पहले रणनीति बनाकर इसके लिए मैदान में उतरूंगी। अशोक सिंघल ने मंदिर का काम सौंपा था। गंगा के लिए भी काम करने को कहा था। जैसे तमाम हुतात्माओं ने मंदिर को मूर्त रूप दिया, वैसे ही गंगा अविरलता को कारसेवा होगी।
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उमा भारती ने कहा कि रामलला की प्रतिष्ठा में आने वाली अड़चनों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दूर किया, अब गंगा अविरलता पर भी सहयोग करेंगे। मंत्रालय भले छोड़ा पर गंगा मन से अलग नहीं हैं। कुंभ और माघ मेले की व्यवस्थाएं चार-पांच माह की होती हैं। पूरे समय मां गंगा की धारा अखंड करनी होगी।
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