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Kanpur News: घर-घर जल छोड़िए, अभी तो नल ही नहीं; काम की धीमी गति के चलते ग्रामीणों के हलक सूखे

Kanpur News जल जीवन मिशन योजना के तहत 804 गांवों में जलापूर्ति की जानी है। इसके लिए टंकियां बनानी हैं और पाइप लाइन बिछानी है। गत वर्ष अप्रैल में इस पर काम भी शुरू हुआ लेकिन अब तक 109 गांवों में डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तक नहीं बन पाई है।

By Jagran NewsEdited By: Swati SinghUpdated: Sun, 11 Jun 2023 10:49 AM (IST)
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घर-घर जल छोड़िए, अभी तो नल ही नहीं; काम की धीमी गति के चलते ग्रामीणों के हलक सूखे
कानपुर, जागरण संवाददाता। जल जीवन मिशन योजना के तहत घर-घर शुद्ध पेयजल पहुंचाने की मंशा शुरुआती दिनों में ही फेल होती दिख रही है। मार्च 2024 में योजना को पूरा करने का लक्ष्य है लेकिन काम की मौजूदा गति को देखते हुए इसमें संशय है।

योजना के तहत 804 गांवों में जलापूर्ति की जानी है। इसके लिए टंकियां बनानी हैं और पाइप लाइन बिछानी है। गत वर्ष अप्रैल में इस पर काम भी शुरू हुआ लेकिन अब तक 109 गांवों में डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तक नहीं बन पाई है। 21 जगहों पर ही पानी की टंकी बन पाई है।

गंदा पानी पीने को मजबूर जनता

काम की जिम्मेदारी विंध्य टेलीलिंक्स लिमिटेड और गजा इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड के पास है। शासन से चेतावनी के बाद भी काम में तेजी नहीं है। इससे ग्रामीणों के हलक सूखे हैं और गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। पतारा ब्लाक के ओरिया गांव में पानी टंकी का निर्माण तकरीबन एक सप्ताह पहले से ही शुरू हुआ है। नींव ही खोदी जा सकी है, जबकि अप्रैल 2022 से जल जीवन मिशन योजना जिले में जमीन पर उतरी।

काम तो चल रहा, लेकिन गति धीमी

इसी तरह घाटमपुर में 40 गांवों में जलापूर्ति के लिए 30 पानी की टंकियों को लेकर काम चल रहा है, लेकिन इसकी गति बेहद धीमी है। सरसौल ब्लॉक में भी कमोबेश ऐसी ही स्थिति है। कल्याणपुर, बिल्हौर, बिधनू, चौबेपुर, शिवराजपुर समेत 10 ब्लाकों में भी काम में लगातार धीमी गति के कारण स्थिति खराब है। मुख्य विकास अधिकारी ने कार्यदायी संस्था को नोटिस देकर पूछा है कि शासन की महत्वाकांक्षी योजना को लेकर ठीक ढंग से काम क्यों नहीं किया जा रहा है।

वहीं, ठेकेदार फर्म को काली सूची में डालने के लिए शासन को चिट्ठी भी लिखी है। शासन से चेतावनी के बाद भी विंध्य टेलीलिंक्स लिमिटेड, गजा इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड पर असर नहीं पड़ा है। काम में अभी उतनी तेजी नहीं है, जैसी होनी चाहिए।

यह भी हो रहीं समस्याएं

  • गांवों में पेयजल के लिए पाइप लाइनें डालते समय सड़कें खराब।
  • खोदी गई सड़कें और गलियां नहीं बनने से ग्रामीण परेशान।
  • कई जगह पाइप लाइनें डालने के दौरान ही टूट भी गईं।
  • सरसौल ब्लॉक में तय जगह के बजाय दूसरी जगह लाइन डाली।

अधिकारियों ने कही ये बात

ठेकेदार फर्म की लापरवाही को लेकर शासन को बताया है। उच्चाधिकारियों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में फर्म संचालकों को चेतावनी दी है कि काम पूरा नहीं करने पर कार्रवाई होगी। इसके बाद से काम में तेजी आई है। -सुधीर कुमार, मुख्य विकास अधिकारी।

जिले में 21 पानी की टंकियों का परीक्षण किया जा रहा है। बाकी जगह काम तेज कराने के लिए लगातार निरीक्षण कर रहे हैं। तेजी से काम पूरा कराएंगे। मार्च 2024 तक मियाद तय की है। इससे पहले सभी जगह जलापूर्ति शुरू कर दी जाएगी। -पी राम, अधिशासी अभियंता जल निगम।

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