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    UP Flood: नरौरा बांध से पानी छोड़ा, गंगा का जलस्तर बढ़ने से अलर्ट, डूबने से दो की मौत

    Updated: Mon, 01 Sep 2025 09:25 PM (IST)

    UP Flood उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से गंगा का बढ़ता जलस्तर लोगों को डराने लगा है। तटवर्ती गांवों में फिर पानी बढ़ने से लोग अलर्ट हैं। नरौरा बांध से पानी छोड़े जाने से फर्रुखाबाद उन्नाव कन्नौज फतेहपुर में तटवर्ती गांवों के संपर्क मार्ग बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं।

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    जलस्तर बढ़ने के बाद गंगा नदी का दृश्य। जागरण

    जागरण टीम, कानपुर। नरौरा बांध से पानी छोड़े जाने के कारण गंगा का जलस्तर फिर बढ़ने लगा है। फर्रुखाबाद, उन्नाव, कन्नौज, फतेहपुर में तटवर्ती गांवों के संपर्क मार्ग बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं। यमुना व उसकी सहायक नदियों का जलस्तर कम होने से लोगों ने राहत की सांस ली है। कन्नौज में गंग नहर व अरिंद नदी में डूबने से महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई। रविवार की रात से शुरू हुई बारिश सोमवार को भी जारी रही। इटावा में अंडरपास में पानी भरने से आवागमन बाधित हो गया।

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    फतेहपुर में गंगा के जलस्तर में लगातार गिरावट के बाद सोमवार को तीन सेमी बढ़ गया और यमुना का जलस्तर 40 सेमी घटा है। रविवार की रात से शुरू हुई बारिश सोमवार की सुबह तक जारी रही। बिंदकी के लंका रोड व गोकुलपुर ऐरई गांव में तीन मकान ढहने से दंपती मलबे में दबने से चुटहिल हो गए तथा गृहस्थी का सामान खराब हो गया।

    उन्नाव में गंगा का जलस्तर बीते 19 घंटे में पांच सेंटीमीटर बढ़ा है। कन्नौज में भी गंगा का जलस्तर बढ़ा है। कन्नौज में औरैया जनपद के एरवा कुइली निवासी 55 वर्षीय कैंसर पीड़ित शिवराम ने शनिवार सुबह निचली गंग नहर के पुल से छलांग लगाकर जान दे दी। थाना सकरावा के गांव नगला धरमाई के पास अरिंद नदी में महिला का शव पड़ा मिला। उसकी शिनाख्त नहीं हो सकी है।

    बांदा में केन व यमुना का जलस्तर लगातार घट रहा है। फर्रुखाबाद में गंगा का जलस्तर स्थिर है। उन्नाव 19 घंटे में पांच सेंटीमीटर गंगा का जलस्तर बढ़ा है। इटावा में मैनपुरी क्रासिंग पर बने अंडरपास में पानी भरने से इटावा-मैनपुरी और इटावा-आगरा की ओर जाने वाले वाहनों का आवागमन रोका गया। वाहन दूसरे रास्तों से भेजे गए।

    Unnao में बढ़ा गंगा का जलस्तर

    गंगा नदी का जलस्तर बीते 19 घंटे में पांच सेंटीमीटर बढ़ा है। केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के अनुसार बीते रविवार को शाम छह बजे गंगा का जलस्तर 112.570 मीटर रिकार्ड किया गया था। जो सोमवार को दोपहर एक बजे (19 घंटे में) पांच सेंटीमीटर बढ़कर 112.620 मीटर हो गया है।

    Shuklagunj में तटवर्ती क्षेत्र में अलर्ट

    शुक्लांगज में गंगा नदी का रुख फिर खतरे की ओर बढ़ने लगा है। पश्चिमी गंगाघाट के शाही नगर, गोताखोर, मोहम्मद नगर आदि मोहल्लों में पानी भरा होने से नावों से लोग आवाजाही कर रहे हैं। कई मकान पानी से घिरे हुए हैं। यहां रहने वाले लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। वहीं, दूसरी ओर गंगा किनारे बसे चंपापुरवा, मिश्रा कालोनी, सीताराम कालोनी, बालूघाट, मनोहरनगर, शक्तिनगर, इंदिरानगर, रविदासनगर आदि मोहल्लों में नदी के किनारे रहने वाले लोगों की धड़कनें फिर बढ़ने लगी हैं। केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के अनुसार बीते रविवार को शाम छह बजे गंगा नदी का जलस्तर 112.570 मीटर रिकार्ड किया गया था। जो सोमवार शाम छह बजे सात सेंटीमीटर और बढ़कर 112.640 मीटर पहुंच गया है। शुक्लागंज में चेतावनी बिंदु 112.000 मीटर व खतरे का निशान 113.000 मीटर पर है। क्षेत्रीय लेखपाल अशोक सैनी ने बताया कि प्रशासन सतर्क है। हर घंटे के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है।

    Fatehpur में तीन सेमी बढ़ा व यमुना का 40 सेमी घटा

    गंगा नदी के जल स्तर में लगातार गिरावट के बाद सोमवार को तीन सेमी जलस्तर बढ़ा और यमुना का जलस्तर 40 सेमी घटा है। गंगा का खतरे का निशान 100.86 मीटर के सापेक्ष जलस्तर 100.63 मीटर दर्ज किया गया है। यमुना खतरे के निशान 100.00 के सापेक्ष 93.11 मीटर पर बह रही हैं। बाढ़ प्रभारी निखिल श्रीवास्तव ने बताया कि गंगा के जलस्तर में तीन सेमी की बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है जबकि यमुना लगातार घट रही हैं।

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    Ghatampur में रामगंगा नहर में मगरमच्छ दिखने का दावा, वीडियो प्रसारित

    साढ़ क्षेत्र में भी रामगंगा नहर में मगरमच्छ देखने का दावा किया गया है। इस संबंध मे एक वीडियो भी प्रसारित हो रहा है। हालांकि, वन विभाग ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। फिर भी ग्रामीणों को नहर से दूर रहने के लिए कहा गया है। बताया गया कि रामगंगा नहर में साढ़ क्षेत्र में देवसढ़ गांव के पास एक मगरमच्छ देखा गया। इस संबंध में एक वीडियो प्रसारित हुआ है। वीडियो में मगरमच्छ नहर में तैरता दिख रहा है। हालांकि, वन विभाग की ओर से अभी इस वीडियो के देवसढ़ से संबंधित होने की पुष्टि नहीं की है। यही वीडियो बिधनू क्षेत्र में कुशलपुर पुल के पास का भी बताया जा रहा है। वहीं, मगरमच्छ दिखने की खबर फैलने पर नहर किनारे के गांवों के लोग डर में हैं। वन क्षेत्राधिकारी राकेश कुमार पांडेय ने बताया कि नहर में मगरमच्छ दिखने के कुछ वीडियो दिखे हैं। जांच की जा रही है। इधर, इटावा के चौबिया क्षेत्र के ग्राम पंचायत गंगापुरा के गांव बिठौली में सोमवार की दोपहर तालाब में मगरमच्छ दिखाई पड़ने से पूरे गांव में दहशत फैल गई। ग्रामीणों ने बताया कि अणुपुर माइनर के रास्ते से यह मगरमच्छ गांव के तालाब में आ गया है, तालाब 10 बीघा में फैला है जिसमें बहुत पानी भरा है।

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    Hamirpur तेज आंधी व बारिश से 36 गांवों की बिजली गुल

    मुस्करा स्थित पावर हाउस से अलरा गौरा व बसवारी फीडर के गांव खड़ेही लोधन, दामूपुरवा, मिहुना, महेरा बसवारी सहित एक दर्जन गांवों की बिजली पूरी रात गुल रही। जिससे लगभग एक लाख छह हजार की आबादी प्रभावित रही। सोमवार की सुबह सात बजे बिजली आपूर्ति बहाल हो सकी। वहीं भरुआ सुमेरपुर के पावर हाउस के सब स्टेशन इमिलिया की भी बिजली आपूर्ति ठप हो गई। जिससे गहरौली, हुसैना, उमरी, इमिलिया, न्यूरिया, मसगांव, चिल्ली, पुराजहांन गांवों की बिजली आपूर्ति ठप रही। गहरौली के योगेंद्र कुमार राजपूत, अजय राजपूत व इमिलिया के जितेंद्र, नितिन चौरसिया ने बताया कि इन गांवों में बीते जून माह से अब तक जरा सी बरसात होते ही बिजली ठप हो जाती है। इमिलिया पावर हाउस के जेई अनिल कुमार ने बताया कि रात 10 बजे के लगभग बिंवार पावर हाउस की बिजली आपूर्ति शुरू कर दी गई थी। लेकिन बिंवार इमिलिया से जाने वाली लाइन में आकाशीय बिजली गिर गई थी। जिससे रात में फाल्ट नहीं मिला। सोमवार को की सुबह से ही कर्मी काम में जुटे रहे। जिसे दोपहर एक बजे आपूर्ति चालू कराई गई।

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