UP News: बलिया के बाद अब इस जिले में आबादी से दूर होगी जेल, योगी सरकार ने प्रस्ताव दे दी मंजूरी
जेलों में क्षमता से अधिक बंदियों की समस्या से निपटने के लिए शासन ने हर जिले में एक कारागार के निर्माण की योजना बनाई है। बलिया के बाद कानपुर नगर की जिला जेल भी आबादी से दूर होगी। शासन ने इसके प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी है। नई जिला जेल की डिटेल प्राेजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कराई जा रही है।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। बलिया के बाद कानपुर नगर की जिला जेल भी आबादी से दूर होगी। शासन ने इसके प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी है। नई जिला जेल की डिटेल प्राेजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कराई जा रही है।
लगभग तीन हजार बंदियों की क्षमता वाली अत्याधुनिक जिला जेल के निर्माण में लगभग 350 करोड़ रुपये का खर्च अनुमानित है। सूत्रों के अनुसार, कानपुर नगर की नरवल तहसील स्थित सरसौल गांव में 120 एकड़ भूमि प्राप्त कर ली गई है, जिस पर इसी वर्ष जेल निर्माण का कार्य शुरु कराने का लक्ष्य है।
जेलों में क्षमता से अधिक बंदियों की समस्या से निपटने के लिए शासन ने हर जिले में एक कारागार के निर्माण की योजना बनाई है। इसके अलावा जिन शहरों में जेल आबादी के बीच आ गई है, वहां शहर के बाहर अधिक क्षमता वाली नई जेल बनाए जाने की योजना है।
होगा नई अत्याधुनिक जेल का निर्माण
इसी कड़ी में कानपुर नगर में नई अत्याधुनिक जेल का निर्माण होगा। कारागार विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार,
- नई जेल में हाई सिक्योरिटी बैरकों के अलावा वीडियो कांफ्रेंसिंग रूम व अन्य सुविधाएं होंगी।
- पूरी जेल सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रहेगी।
- जेल अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरणों से लैस होगी।
- जेल के मिली जमीन का एक हिस्सा खाली छोड़ने की भी योजना है, जिससे भविष्य में आवश्यकता के अनुसार जेल का विस्तार कराळया जा सके।
दूसरे जेलों में भेजे जा रहे बंदी
शासन ने बलिया में आबादी से दूर नई जिला जेल बनवाने का निर्देश दिया है। बलिया जेल के बंदियों को दूसरे जेलों में स्थानांतरित कराया जा रहा है।
बताया गया कि बलिया जेल में जलभराव की समस्या भी रहती है। वर्तमान में प्रदेश में कुल 73 जेल हैं। इनमें 64 जिला कारागार, सात केंद्रीय कारागार, एक आदर्श कारागार व एक नारी बंदी निकेतन है।