UP News: बाबू सिंह यादव और अमोल के परिवार से मिले अखिलेश यादव, कहा- मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर करेंगे मांग
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को सरदार अमोल भाटिया और बाबू सिंह यादव के परिजनों से मिलकर पुलिस की कार्यशैली और राजनीतिक गठजोड़ पर निशाना साधा। उन्होंने दोनों ही परिवारों की आर्थिक व कानूनी मदद का वादा कर सरकार की अनदेखी को उजागर करने की कोशिश की और भाजपा नेताओं को बचाने का भी पुलिस पर आरोप लगाया।
जागरण संवाददाता, कानपुर। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को सरदार अमोल भाटिया और बाबू सिंह यादव के परिजनों से मिलकर पुलिस की कार्यशैली और राजनीतिक गठजोड़ पर निशाना साधा। उन्होंने दोनों ही परिवारों की आर्थिक व कानूनी मदद का वादा कर सरकार की अनदेखी को उजागर करने की कोशिश की और भाजपा नेताओं को बचाने का भी पुलिस पर आरोप लगाया।
श्याम नगर में अमोल के माता-पिता, पत्नी और बेटा से मिलने के दौरान अखिलेश ने पार्टी कार्यकर्ताओं को बाहर ही रोक दिया। उनके साथ सपा महासचिव सुरेंद्र मोहन अग्रवाल, सुखविंदर सिंह लाडी भल्ला, फजल महमूद, अमिताभ बाजपेई, फतेह बहादुर गिल ही अंदर पहुंचे।
मुख्यमंत्री को लिखेंगे पत्र अखिलेश
अमोल के पिता से अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग करेंगे कि अमोल का इलाज सरकारी खर्चे पर हो। इलाज के लिए चेन्नई ले जाने की डॉक्टरों की सलाह पर कहा कि जरूरत होगी तो सपा की ओर से इलाज की पूरी मदद की जाएगी। अमोल के बेटे को भी मेडिकल शिक्षा दिलाने में सहयोग की पेशकश की।
किसान बाबू सिंह के घर पहुंचे अखिलेश
आत्महत्या करने वाले किसान बाबू सिंह यादव के घर भी वह अभिमन्यु गुप्ता, सुरेंद्र मोहन अग्रवाल, अमिताभ बाजपई, राजाराम पाल, मुनीन्द्र शुक्ला, फजल महमूद, फतेह बहादुर गिल के साथ पहुंचे। उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि अब तक भाजपा नेता को गिरफ्तार नहीं किया गया।
परिवार को आर्थिक व सामाजिक सहयोग का भरोसा दिलाने के बाद उन्होंने मीडिया से कहा कि मुख्य आरोपी आशु दिवाकर को भाजपा का संरक्षण मिला है। इस वजह से पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। अभी तक वह बाल संरक्षण आयोग का सदस्य बना हुआ है।
अभिमन्यु गुप्ता ने बताया कि बाबू सिंह की बेटियों और पत्नी ने एक मांग पत्र उन्हें सौंपा है। बेटियों की शिक्षा और विवाह में सहयोग करने का वादा किया है।
कार्यकर्ताओं के झगड़े में उजागर हुई सपा की गुटबाजी
समाजवादी पार्टी के महानगर संगठन की गुटबाजी आखिरकार अखिलेश यादव के स्वागत कार्यक्रम में उजागर हो गई। महानगर अध्यक्ष फजल महमूद और कैंट विधायक मो हसन रूमी के समर्थक आपस में भिड़ गए। नगर निगम चुनाव के समय से ही संगठन और सपा विधायक के बीच बनी दूरी मंगलवार को सड़क पर दिखाई दी। राजनीतिक मर्यादा भूलकर कार्यकर्ताओं ने मारपीट और गाली-गलौज भी की।
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