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कानपुर में पूजा बनकर रह रही थी बांग्लादेश की नाजमा; पुलिस ने किया गिरफ्तार तो बोली- गरीबी ले आई भारत

Kanpur News शहर में छह माह से अवैध रूप से रह रही बांग्लादेशी युवती को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। चोरी छिपे सीमा पार कर कोलकाता के रास्ते कानपुर पहुंची यह मुस्लिम युवती पूजा नाम रखकर रही थी। उसके साथ रह रहीं कोलकाता और दिल्ली की दो महिलाएं भी पकड़ी गई हैं। तीनों को पूछताछ के बाद पुलिस ने जेल भेज दिया है।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Mon, 22 Jul 2024 10:07 AM (IST)
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Kanpur News: कल्याणपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार बांग्लादेशी महिला नाजमा, रीना और ज्योति निषाद। पुलिस विभाग

जागरण संवाददाता, कानपुर। कल्याणपुर पुलिस ने रविवार को एक बांग्लादेशी युवती को उसकी दो महिला सहयाेगियों के साथ गिरफ्तार कर लिया। बांग्लादेशी युवती करीब छह महीना पहले चोरी छिपे बॉर्डर पार करके भारत आई और कानपुर आकर रहने लगी।

पुलिस युवती के साथ-साथ उसके सहयोगियों से भी पूछताछ कर रही है, ताकि छिपकर रहने के उनके उद्देश्यों के बारे में पता लगाया जा सके। तीनों आरोपितों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। संदिग्ध व्यक्तियों व वाहनों की चेकिंग के लिए इन दिनों कमिश्नरेट में ऑपरेशन प्रभात प्रहरी चलाया जा रहा है। अभियान के तहत जगह-जगह संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की चेकिंग की जा रही है।

डीसीपी पश्चिम विजय ढुल ने बताया कि पुलिस को रविवार गोपनीय सूचना मिली कि एक बांग्लादेशी युवती राधापुरम, कश्यपनगर में दो महिला सहयोगियों के साथ रह रही है। पुलिस ने सूचना के आधार पर बारासिरोही नहर पुल के आगे सवारी के इंतजार में खड़ी तीनों को हिरासत में ले लिया। बातचीत के दौरान ही समझ में आ गया, क्योंकि युवती न तो हिंदी बोल पा रही थी और न समझ पा रही थी।

पुलिस पूछताछ में बताया नाजमा नाम

पूछताछ में 20 वर्षीय युवती ने बताया कि उसका नाम नाजमा पुत्री महफूज अली है, जोकि बांग्लादेश के सूविला फातियाबाद थाना देवीदार जनपद कुमिला की रहने वाली है। वह यहां पर पूजा बनकर रह रही थी। उसके साथ जो अन्य दो महिलाएं थी, उनमें एक रीना पत्नी भोला प्रसाद कश्यप, 24 परगना थाना नहटी, कोलकाता और दूसरी ज्योति निषाद पत्नी विनय, भोगल निजामुद्दीन राजदूत होटल के सामने थाना निजामुद्दीन नई दिल्ली की रहने वाली है।

छिपकर पहुंची कानपुर

नाजमा ने पूछताछ में बताया कि वह लगभग छह माह पूर्व सीमा पार करके भारत आ गई थी। छिपते छिपाते वह कानपुर पहुंची और यहीं आकर रहने लगी। उसके पास अपनी पहचान से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं है। हालांकि उसने आसानी से स्वीकार कर लिया कि वह बांग्लादेशी नागरिक है। पुलिस ने मामले में विदेशी अधिनियम में मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।

एसीपी कल्याणपुर अभिषेक कुमार ने बताया कि पुलिस ने इनके पास से एक पैन कार्ड, आईडी कार्ड, पीएनबी का एटीएम कार्ड, दो चांदी की अंगूठी, पांच मोबाइल बरामद किए हैं।

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बोली, गरीबी ले आई भारत

पुलिस के मुताबिक बांग्लादेशी युवती के साथ भाषा संबंधी समस्या है। हालांकि उससे जो पूछताछ हुई है, उसमें उसने बताया है कि वह नहीं जानती कि वह किस जगह से अंदर घुसी, लेकिन वह वहां से सीधे कोलकाता पहुंची, जहां इन दोनों महिलाओं से उसकी मुलाकात हुई। इसके बाद ट्रेन से तीनों कानपुर आ गईं। कल्याणपुर में वह घरों व दुकानों में कामकाज करके पेट पाल रही थी। उसने बताया कि परिवार की आर्थिक हालत खराब है। पांच बहने हैं और कमाने वाला कोई नहीं। गरीबी उसे भारत खींच लाई।

कमाई पर कब्जा जमाएं थीं भारतीय महिला

रीना और ज्योति इस बात से इन्कार कर रही हैं कि उन्हें इस बात की जानकारी थी कि नाजमा बांग्लादेशी नागरिक है। उसने अपना नाम पूजा बताया था। मगर, पुलिस का मानना है कि रीना कोलकाता की ही रहने वाली है। उसकी भाषा से वह समझ सकती थी। हालांकि अब तक की जांच यही सामने आया है कि नाजमा की कमाई पर रीना व ज्योति ही कब्जा जमाए हुए थीं।