बांदा में नकली नोट बनाने वाले दो युवकों को SOG ने किया गिरफ्तार, MP समेत कई प्रांताें में करते थे सप्लाई
मुख्य आरोपित वर्ष 2017 में शराब बनाने व वर्ष 2018 में नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में जेल जा चुका है। पकड़े गए आरोपितों के विरुद्ध गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी। वह नोटों को मध्य प्रदेश के अलावा उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी सप्लाई करते रहे हैं।
By Shaswat GuptaEdited By: Updated: Fri, 20 Aug 2021 05:21 PM (IST)
बांदा, जेएनएन। एसओजी ने मुखबिरों की मदद से नकली नोट बनाने वाले दो आरोपितों का राजफाश कर दिया। आरोपितों के पास से 15500 रुपये नकद व नोट बनाने के उपकरणों के साथ दो मोबाइल बरामद हुए हैं। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपितों को जेल भेजा है।
एसपी अभिनंदन ने शुक्रवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि उनके निर्देश पर अपराधों की रोकथाम व घटनाओं के अनावरण के लिए एसओजी व थानों की पुलिस अभियान चला रही है। जिसके चलते एसओजी प्रभारी एसआइ मयंक चंदेल ने मुखबिर की सूचना पर अपनी टीम के आरक्षी शैलेंद्र कुमार, अश्वनी प्रताप सिंह व सत्यम गुर्जर आदि के साथ शहर कोतवाली क्षेत्र के छोटा बाईपास के नजदीक से गुुरुवार रात नकली नोट बनाने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में मुख्य आरोपित ने अपना नाम व पता साजन कुमार वर्मा निवासी ग्राम पहाड़ी खेड़ा थाना ब्रजपुर निवासी जनपद पन्ना मध्यप्रदेश हाल मुकाम ग्राम थरथुवा बबेरू व दूसरे आरोपित ने राकेश कुमार निवासी ग्राम पपरेंदा चिल्ला हाल मुकाम मुहल्ला जरैली कोठी शहर बांदा बताया है। दोनों आरोपितों के कब्जे से 500, 200, 100, 50, 20 व 10 के कई नोट बरामद हुए हैं। इसके अलावा उनकी निशानदेही पर गिरफ्तारी करने वाली टीम ने उनके मुहल्ला लड़ाका पुरवा किराए के मकान से स्कैनर, प्रिंटर, स्याही, स्केच, कागज, कैंची आदि अन्य उपकरण बरामद किए हैं। दोनों आरोपितों ने कंप्यूटर के प्रिंटर से नोट बनाने की बात स्वीकार की है। आरोपित कागज व प्रिंटर कानपुर से लेकर आते थे। दोनों आरोपितों के अपराधिक इतिहास खंगाले जा रहे हैं। मुख्य आरोपित वर्ष 2017 में शराब बनाने व वर्ष 2018 में नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में जेल जा चुका है। पकड़े गए आरोपितों के विरुद्ध गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी। वह तैयार किए गए नकली नोटों को पन्ना मध्य प्रदेश के अलावा उत्तर प्रदेश के आसपास के कई जिलों में भी सप्लाई करते रहे हैं। अब तक कितने लाख के नोट उन्होंने तैयार कर कहां-कहां सप्लाई किए हैं। इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
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