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UP Politics : सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी गईं मंदिर तो मचा सियासी घमासान, अब ब्रजेश पाठक बोले- पति के पाप का प्रायश्चित करने...

अंध विद्यालय जवाहर नगर में सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन में उन्होंने कहा कि सपा और कांग्रेस में परिवारवाद ही चलता है। सपा ने एक भी यादव परिवार को राजनीति में आगे नहीं बढ़ने दिया। लोकसभा चुनाव में चाचा-भतीजे भाई-भौजाई को ही टिकटें दी गईं। अखिलेश बूढ़े होंगे तो उनके बेटे को अध्यक्षी मिल जाएगी।

By Jagran News Edited By: Mohammed Ammar Updated: Sat, 02 Nov 2024 04:26 PM (IST)
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ब्रजेश पाठक बोले- उपचुनाव का माहौल भाजपा के पक्ष में।
जागरण संवाददाता, कानपुर। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी अपने पति पूर्व विधायक इरफान के पापों का प्रायश्चित करने भोले के चरणों में गईं, लेकिन इससे भोले बाबा उन्हें माफ नहीं कर देंगे। अपने पति के पापों का प्राश्चित करने है तो जिस गरीब महिला की झोपड़ी जलाई थी, उससे माफी मांगे।

'अखिलेश बूढे होंगे तो उनके बेटे को अध्यक्षी मिल जाएगी'

अंध विद्यालय जवाहर नगर में सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन में उन्होंने कहा कि सपा और कांग्रेस में परिवारवाद ही चलता है। सपा ने एक भी यादव परिवार को राजनीति में आगे नहीं बढ़ने दिया। लोकसभा चुनाव में चाचा-भतीजे, भाई-भौजाई को ही टिकटें दी गईं। अखिलेश बूढ़े होंगे तो उनके बेटे को अध्यक्षी मिल जाएगी। इसी तरह अगर राहुल गांधी की शादी हो गई तो उनके बच्चे और नहीं नहीं हुई तो प्रियंका के बच्चे कांग्रेस का नेतृत्व करेंगे।

भाजपा के पक्ष में बताया माहौल 

भाजपा में कार्यकर्ता ही महत्वपूर्ण दायित्व पाता है। अबकी बार भाजपा सीसामऊ और करहल के साथ उप चुनाव की सभी नौ सीटें जीत रही है। कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने कहा कि सुरेश खन्ना की अगुवाई में रामपुर जीते हैं। अब सीसामाऊ भी जीतने जा रहे हैं। सीसामाऊ में माहौल अब भाजपा के पक्ष में हैं।

मंत्री सुरेश खन्ना बोले बाकी सब लोग माहौल बनाते हैं लेकिन भाजपा के बूथ अध्यक्ष वोट कराते हैं। किसी भी चुनाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए। नसीम का नाम लिए बिना कहा कि लोग आंसू बहाकर चुनाव जीतना चाह रहे हैं। रो तो नजीर फातिमा रही है, जिसको इरफान ने जमकर प्रताड़ित किया।

मंदिर जाने पर सपा प्रत्याशी ने दी सफाई 

नसीम सोलंकी ने कहा कि वह वहां से गुजर रही थीं तो कार्यकर्ताओं ने कहा कि आप यहां दीप जलाकर दीवाली की शुभकामनाएं दे दीजिए। नसीम ने आगे कहा कि उन्होंने मंदिर में पूजा अर्चना नहीं की है। वह कार्यकर्ताओं के कहने पर मंदिर गईं थीं और दीप जलाया। फतवे पर नसीम ने आगे कहा कि जिन्होंने फतवा दिया है हमारे वह बड़े हैं। उनपर कुछ टिप्पणी नहीं करेंगे। नसीम ने कहा कि वह अब आगे से ख्याल रखेंगीं। 

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