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UP Weather Update: कानपुर में नम हवा के साथ आ रहे बादल, क्या अब तापमान में आएगी गिरावट? ये है विभाग का पूर्वानुमान

नम हवा और बादलों के गुरुवार की शाम तक कानपुर आने की उम्मीद थी लेकिन यह भी सुबह ही आ गईं। गुरुवार की सुबह आसमान पर आए बादलों ने सूरज के सख्त तेवर नरम किए। इसका असर पूरे दिन में दिखाई दिया जब दिन का अधिकतम तापमान बुधवार के 46.8 डिग्री के मुकाबले 44.2 डिग्री पर पहुंच गया है। हालांकि रात का न्यूनतम तापमान 30.6 डिग्री रहा है।

By akhilesh tiwari Edited By: Aysha Sheikh Updated: Fri, 31 May 2024 03:52 PM (IST)
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UP Weather Update: कानपुर में नम हवा के साथ आ रहे बादल, क्या अब तापमान में आएगी गिरावट?
जागरण संवाददाता, कानपुर। छह दिनों से मौसम में बरकरार सूरज की तल्खी में गुरुवार को अरब सागर से आ रही नम हवा के साथ बादलों ने कमी ला दी है। दिन का तापमान कम होने के साथ ही अब शुक्रवार से बादलों की आवाजाही और गर्मी में कमी के आसार बन रहे हैं। मानसून ने भी सात साल बाद इस बार अपनी चाल बदली है और गुरुवार को केरल में मानसून सक्रिय होने के साथ ही देश के उत्तर पूर्व हिस्से में भी आ गया है।

यहां चार से पांच दिन बाद मानसून पहुंचता रहा है। मानसून की इस बदली चाल से सतर्क मौसम विज्ञानी अब मौसम में अप्रत्याशित बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं। वायुसेना स्टेशन चकेरी का तापमान भी नीचे आ गया। यहां गुरुवार को 46.8 डिग्री का तापमान दर्ज किया गया। जबकि रात का न्यूनतम तापमान 33.8 डिग्री दर्ज हुआ है।

मानसून का इंतजार उत्तर भारत में सभी को बेसब्री से है। किसानों की खेती का मानसून प्रमुख आधार है। पहले मानसून के केरल में एक जून तक पहुंचने की उम्मीद लगाई जा रही थी लेकिन यह 30 मई को ही पहुंच गया है। सीएसए के मौसम विज्ञानी मान रहे थे कि एक जून से पहले अरब सागर से राजस्थान होकर आने वाली नम हवा के साथ कानपुर और उत्तर प्रदेश का मौसम भी बदलेगा।

नम हवा और बादलों के गुरुवार की शाम तक कानपुर आने की उम्मीद थी लेकिन यह भी सुबह ही आ गईं। गुरुवार की सुबह आसमान पर आए बादलों ने सूरज के सख्त तेवर नरम किए। इसका असर पूरे दिन में दिखाई दिया जब दिन का अधिकतम तापमान बुधवार के 46.8 डिग्री के मुकाबले 44.2 डिग्री पर पहुंच गया है। हालांकि रात का न्यूनतम तापमान 30.6 डिग्री रहा है जो सामान्य से 4.3 डिग्री अधिक है।

रहेगी बादलों की आवाजाही

कृषि मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि शुक्रवार को बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। इससे दिन का तापमान कम होगा लेकिन आर्द्रता बढ़ने से गर्मी अधिक महसूस होगी। सात साल बाद मानसून की चाल बदली है। इसका असर भी आने वाले दिनों में मौसम में अप्रत्याशित बदलाव के तौर पर दिखाई देगा। संभव है कि यूपी और कानपुर में भी मानसून की वर्षा जल्द शुरू हो जाए। स्थितियां अगले सप्ताह में अधिक स्पष्ट होंगी।

आमतौर पर हर साल केरल में मानसून आने के चार से पांच दिन बाद मेघालय व उत्तर पूर्व के अन्य इलाकों में मानसून पहुंचता है लेकिन 2017 के बाद पहली बार 2024 में ऐसी स्थिति दोबारा बन गई है। मौसम में अल नीनो की स्थिति बनी हुई है और अगस्त-सितंबर तक ला नीना की स्थिति बन सकती है। अल नीनो-मध्य प्रशांत महासागर में सतही जल का समय-समय पर गर्म होना और भारत में कमजोर मानसूनी हवाओं व शुष्क परिस्थितियों से जुड़ी स्थिति है।

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