रिश्वत मांगने के आरोप UPSIDA के अधिकारी निलंबित, UP इंवेस्ट कमेटी की बैठक में निवेशक ने की थी शिकायत
सोमवार को इन्वेस्ट यूपी की बैठक में निवेशकों से परियोजनाओं की स्थापना में आ रही समस्याओं के निदान के लिए बात हो रही थी। इसी बीच आगरा क्रम के श्रीमंत रेस्पो प्रोडक्ट्स ने समिति से शिकायत की कि यूपीसीडा के क्षेत्रीय प्रबन्धक आगरा उनकी लीज डीड निष्पादन तथा अन्य प्रपत्रों को लेकर लगातार विलम्ब एवं निवेशक का मानसिक उत्पीड़न कर रहे हैं और उनसे रिश्वत की मांग भी की गई।
जागरण संवाददाता, कानपुर : यूपीसीडा के क्षेत्रीय प्रबंधक विनोद कुमार को रिश्वत मांगने के आरोप में शासन स्तर से निलंबित कर दिया गया है। सोमवार को लखनऊ में यूपी इन्वेस्ट की संचालन समिति की बैठक थी । बैठक में आगरा के उद्यमी ने उनके खिलाफ उत्पीड़न करने और रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। इसके बाद बैठक में ही प्रमुख सचिव अनिल सागर ने आदेश जारी कर उन्हें निलंबित कर दिया था।
सोमवार को अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज सिंह की अध्यक्षता में इन्वेस्ट यूपी की "संचालन समिति की बैठक में निवेशकों से परियोजनाओं की स्थापना में आ रही समस्याओं के निदान के लिए बात हो रही थी।
इसी बीच आगरा क्रम के श्रीमंत रेस्पो प्रोडक्ट्स ने समिति से शिकायत की कि उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) के क्षेत्रीय प्रबन्धक आगरा उनकी लीज डीड निष्पादन तथा अन्य प्रपत्रों को लेकर लगातार विलम्ब एवं निवेशक का मानसिक उत्पीड़न कर रहे हैं और उनसे रिश्वत की मांग भी की गई।
शासन के अधिकारियों ने माना कि इससे न केवल यूपीसीडा वरन् प्रदेश सरकार की छवि भी धूमिल हुई है। यह अनुशासनहीनता का घोतक है एवं कदाचार की श्रेणी में आता है। उनके खिलाफ इस मामले में विभागीय जांच भी चल रही थी।
इस सम्बन्ध में क्षेत्रीय प्रबन्धक द्वारा अपने दायित्वों का ठीक से निर्वहन न करने और गंभीर अनियमितताओं के लिए प्रथम दृष्टया उत्तरदायी पाये जाने के फलस्वरूप तत्कालीन क्षेत्रीय प्रबंधक आगरा और वर्तमान में कानपुर में क्षेत्रीय प्रबंधक के रूप में तैनात विनोद कुमार को तुरंत निलंबित कर दिया गया। निलंबन के दौरान विनोद कुमार कानपुर स्थित यूपीसीडा मुख्यालय से संबद्ध रहेंगे।