'राम-कृष्ण की धरती पर नहीं चलेगा वोट जिहाद', CM योगी ने सपा-कांग्रेस पर लगाया भारत के इस्लामीकरण का आरोप
कांग्रेस नेता पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की भतीजी का मुसलमानों से वोट जिहाद की अपील करना चुनाव में बड़ा मुद्दा बन गया है। फर्रुखाबाद के कमालगंज की जनसभा में शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राम-कृष्ण की धरती पर वोट जिहाद नहीं चलेगा। उन्होंने समझाया भी कि वोट जिहाद नहीं होता अपने अधिकार का प्रयोग करना होता है।
जागरण टीम, कानपुर। कांग्रेस नेता पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की भतीजी का मुसलमानों से वोट जिहाद की अपील करना चुनाव में बड़ा मुद्दा बन गया है। फर्रुखाबाद के कमालगंज की जनसभा में शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राम-कृष्ण की धरती पर वोट जिहाद नहीं चलेगा।
उन्होंने समझाया भी कि वोट जिहाद नहीं होता, अपने अधिकार का प्रयोग करना होता है। कहा कि सपा और कांग्रेस ने मिलकर भारत के इस्लामीकरण की साजिश रची है। वहीं उन्होंने कन्नौज संसदीय क्षेत्र के बिधूना की जनसभा में अयोध्या के राम मंदिर का जिक्र करते हुए कहा कि लोग कह रहे हैं कि जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे।
फर्रुखाबाद के कमालगंज में शनिवार दोपहर तीन बजे पार्टी प्रत्याशी मुकेश राजपूत के समर्थन में हुई जनसभा में योगी आदित्यनाथ ने सपा, कांग्रेस और बसपा पर हमला बोला। सीएम ने कहा कि मुकेश राजपूत के पक्ष में मतदान करें।
माफिया को हार बनाकर पहनती थी सपा
बिधूना की सभा में मुख्यमंत्री कहा कि सपा की सरकार में रामभक्तों पर गोली चलती थी। आज 500 वर्षों बाद अयोध्या में बने मंदिर में श्रीरामलला ने होली खेली। रामनवमी पर उनका सूर्य तिलक हुआ। क्या सपा, बसपा और कांग्रेस पार्टी यह कर सकती थी।
योगी ने कहा कि सपा सरकार में कन्नौज के भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक पर झूठे मुकदमे लगाकर महीनों जेल में रखा था, जबकि आतंकियों के मुकदमे वापस लेने की पैरवी करती थी।
औरंगजेब के जजिया कर को लागू करना चाहती है कांग्रेस
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को मध्य प्रदेश में जनसभा कर सपा, कांग्रेस और बसपा पर जमकर हमला बोला। मध्य प्रदेश के अशोकनगर में गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया के पक्ष में चुनावी सभा उन्होंने कहा कि कांग्रेस विरासत टैक्स लगाना चाहती है, यानी लोगों पर जजिया कर लगाना चाहती है, जैसा कि औरंगजेब के जमाने में लगाया गया था। आपके पूर्वजों द्वारा जो संपत्ति अर्जित की गई है, वे उसे लेना चाह रहे हैं। क्या कोई भारतीय इसे स्वीकार करेगा? क्या आप स्वीकार करेंगे?
उन्होंने रामलला और संत तुलसीदास का उल्लेख करते कहा कि मध्यकाल में तुलसीदास ने अकबर से मिलने और नवरत्नों में शामिल होने के प्रस्ताव को नकार दिया था और कहा था कि मेरा तो एक ही राजा है और वह है राम।इसे भी पढ़ें: अब 11 सीटों पर पूरी ताकत झोंकेगी कांग्रेस, राहुल और अखिलेश 10 को करेंगे जनसभाएं; अमेठी-रायबरेली में प्रियंका का फोकस
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।