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यूपी में बरसात ने रोके ट्रेन के पहिए, ट्रैक पर जलभराव से सिग्नल प्रभावित; 2 दर्जन से ज्यादा Trains पर पड़ा असर

यूपी में हो रही बारिश का असर ट्रेनों पर भी देखने को मिल रहा है। ट्रैक पर पानी भरने के कारण सिग्नल फेल होने से ढाई दर्जन से अधिक ट्रेनें प्रभावित हुईं। कुछ को आउटर पर रोकना पड़ा तो कई प्लेटफार्म पर रुकी रहीं। नतीजा नई दिल्ली से वापसी में भी कानपुर सेंट्रल शताब्दी एक्सप्रेस पौन घंटा देरी से आ सकी।

By shiva awasthi Edited By: Aysha Sheikh Updated: Tue, 02 Jul 2024 03:15 PM (IST)
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सेंट्रल में ट्रैक पर जलभराव से सिग्नल प्रभावित - प्रतीकात्मक तस्वीर।

जागरण संवाददाता, कानपुर। झकरकटी नाला नहीं बन पाने के कारण सेंट्रल स्टेशन पर जलभराव की समस्या सोमवार सुबह फिर ट्रेनों व यात्रियों पर भारी पड़ गई। ट्रैक पर पानी भरने के कारण सिग्नल फेल होने से ढाई दर्जन से अधिक ट्रेनें प्रभावित हुईं। कुछ को आउटर पर रोकना पड़ा तो कई प्लेटफार्म पर रुकी रहीं। बाद में 12 पंप चलाकर पानी निकाला गया। इस दौरान 15 मिनट से पौने दो घंटा तक अलग-अलग समय ट्रेनों पर प्रभाव पड़ा।

इससे यात्रियों को परेशान होना पड़ा। प्रयागराज, लखनऊ, झांसी व दिल्ली की ओर से आने-जाने वाली ट्रेनों मुजफ्फरपुर सूरत एक्सप्रेस, ऊधमपुर-सूबेदारगंज, लखनऊ गरीब रथ, कालिंदी एक्सप्रेस, मेमू व इंटरसिटी को रोकना पड़ा। शताब्दी, श्रमशक्ति, स्वर्ण शताब्दी, राजधानी समेत दूसरी ट्रेनों पर इसका असर पड़ा। नतीजा नई दिल्ली से वापसी में भी कानपुर सेंट्रल शताब्दी एक्सप्रेस पौन घंटा देरी से आ सकी।

सुबह हुई समस्या से बिगड़े ट्रेनों के परिचालन के कारण कालिंदी एक्सप्रेस, गुवाहाटी एक्सप्रेस, मऊ एक्सप्रेस, दरभंगा क्लोन एक्सप्रेस, कानपुर सेंट्रल इंटरसिटी, ऊंचाहार एक्सप्रेस, आम्रपाली एक्सप्रेस, गोमती एक्सप्रेस, महाबोधि एक्सप्रेस, फरक्का एक्सप्रेस, अहमदाबाद क्लोन स्पेशल, बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, भुवनेश्वर तेजस राजधानी एक्सप्रेस, ज्यादातर विशेष ट्रेनें घंटों देरी से आईं। उप मुख्य यातायात प्रबंधक आशुतोष सिंह ने बताया, 12 पंप चला पानी निकाल देने से अधिक प्रभाव नहीं पड़ा। दो व तीन नंबर प्लेटफार्म पर ही अधिक समस्या हुई।

झकरकटी पुल के पास धंसा नाला समस्या

झकरकटी पुल के पास धंसा नाला सेंट्रल स्टेशन पर जलभराव का जिम्मेदार है। इसके लिए पिछली बरसात में तत्कालीन जिलाधिकारी विशाख जी ने नगर निगम के माध्यम से लगभग दो करोड़ का प्रस्ताव तैयार कराया था। इस पर काम में आगे लापरवाही के कारण अभी तक समस्या बरकरार है।

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