UP Weather Update: कानपुर में हुई शीत दिवस की घोषणा, सर्दी से हारी सूरज की लाली, बूंद बनकर बरसा कोहरा
Kanpur Weather मौसम विभाग ने रविवार को शीत दिवस घोषित कर दिया। दिन भर लोग गलन और ठिठुरन से परेशान नजर आए। यह सीजन का दूसरा सबसे ठंडा दिन रहा। लगातार चार दिन से चल रही शीत लहर की वजह से लोगों के सामान्य दिनचर्या भी प्रभावित होने लगी है। रविवार की सुबह भी सूरज के निकलने से पहले ही घना कोहरा छाया रहा।
जागरण संवाददाता, कानपुर। शीतलहर के साथ ही कड़ाके की सर्दी और कोहरे के बीच रविवार को दिन के तापमान ने भी गोता लगा दिया। शनिवार को जहां अधिकतम तापमान 18.4 डिग्री सेल्सियस था, रविवार को यह आंकड़ा 4.4 डिग्री सेल्सियस घटकर 14 डिग्री पर पहुंच गया।
इस बीच दोपहर में कोहरे की चादर से सूरज तो निकला लेकिन उसकी लाली पर बर्फीली हवा भारी पड़ गई। इसके चलते मौसम विभाग ने रविवार को शीत दिवस घोषित कर दिया। दिन भर लोग गलन और ठिठुरन से परेशान नजर आए।
यह सीजन का दूसरा सबसे ठंडा दिन रहा। इससे पहले 11 जनवरी को दिन का तापमान 13.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वहीं, 6 डिग्री की मामूली बढ़ोतरी के साथ रात का तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल, अभी तीन से चार दिन तक ये स्थितियां बनी रहेंगी।
चार दिन से चल रही शीत लहर
लगातार चार दिन से चल रही शीत लहर की वजह से लोगों के सामान्य दिनचर्या भी प्रभावित होने लगी है। रविवार की सुबह भी सूरज के निकलने से पहले ही घना कोहरा छाया रहा। कृषि मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय की मौसम वेधशाला में रविवार को न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है।
दिन का अधिकतम तापमान 14 डिग्री रहा है। तापमान में आई गिरावट से रविवार को शीत लहर के साथ शीत दिवस की स्थितियां भी बन गई हैं जो ज्यादा खतरनाक हैं। मौसम में यह स्थितियां अभी तीन से चार दिन तक बनी रहेंगी। पश्चिमी विक्षोभ के नए सिस्टम के सक्रिय होने की वजह से रात के तापमान में मामूली वृद्धि हुई है, लेकिन अभी यह स्थिति शीतलहर से राहत देने वाली नहीं है।
लगातार खराब हो रही वायु गुणवत्ता
बढ़ती धुंध और कोहरे के बीच प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ा है। इसकी वजह से वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब हो रहा है। रविवार को शहर में वायु गुणवत्ता सूचकांक 206 रहा। यह मानक से दोगुणे से ज्यादा है। इसकी वजह से लोगों को धूल और धुआं परेशान करता रहा। चिकित्सक मास्क या मफलर मुंह पर बांधकर ही निकलने की सलाह दे रहे हैं।