Child Death : मवेशी के चारे की बाल्टी में गिरा डेढ़ साल का अंगद, पानी में दम घुटकर मौत
बच्चे को लेकर सभी लोग जिला अस्पताल पहुंचे जहां इमरजेंसी में मौजूद चिकित्सक डा. निशांत पाठक ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। स्वजन ने पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। मासूम की मौत के बाद घर में कोहराम मच गया।
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : अकबरपुर क्षेत्र के बरौला गांव में गुरुवार शाम मवेशी के चारे को रखी बाल्टी में गिरने से मासूम की हालत बिगड़ गई। स्वजन आनन फानन में उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां इमरजेंसी में मौजूद चिकित्सक ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। डेढ़ वर्षीय मासूम की मौत से स्वजन बदहवास हो गए।
मुंह भर गया चौकर और चारा
बरौला गांव निवासी अरविंद कुमार का डेढ़ वर्षीय पुत्र अंगद गुरुवार शाम घर में ही खेल रहा था। वहीं परिवार के अन्य सदस्य घर के बाहर बैठे थे, जबकि महिलाएं रसोई के काम में व्यस्त थी। चाचा दीपक ने बताया कि भतीजा काफी देर तक दिखा नहीं तो उसकी तलाश की। घर के अंदर जाकर देखा तो अंगद आंगन में मवेशी के चारे के लिए रखी बाल्टी में औंधे मुंह गिरा दिखा। इससे उसकी नाक व मुंह में चोकर (पशु चारा) भर गया और सांस भी नहीं आ रही थी। इसे देखकर सभी लोग बिलखने लगे।
उन्होंने बताया कि बच्चे को लेकर सभी लोग जिला अस्पताल पहुंचे, जहां इमरजेंसी में मौजूद चिकित्सक डा. निशांत पाठक ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। स्वजन ने पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। मासूम की मौत पर स्वजन बिलखते रहे, जबकि मां बेहोश हो गई। इस पर उन्हें संभाला गया।