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वीरता व बलिदान से भरा खंगार क्षत्रियों का इतिहास

संवाद सहयोगी, घाटमपुर: कस्बा सजेती स्थित बिहारेश्वर महादेव मंदिर परिसर में रविवार को आयोजित राजा खे

By JagranEdited By: Updated: Mon, 18 Dec 2017 01:28 AM (IST)
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वीरता व बलिदान से भरा खंगार क्षत्रियों का इतिहास

संवाद सहयोगी, घाटमपुर: कस्बा सजेती स्थित बिहारेश्वर महादेव मंदिर परिसर में रविवार को आयोजित राजा खेत सिंह जयंती समारोह में महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह पिंडारी (जूनागढ़) ने कहा कि खंगार क्षत्रियों का अतीत वीरता व बलिदान से परिपूरित रहा है। खंगार क्षत्रिय वंश के राजाओं ने छठवीं शताब्दी से 1472 ईसवीं तक महमूद गजनवी, अलाउद्दीन खिलजी व मुहम्मद तुगलक से युद्ध किए और सोमनाथ मंदिर की रक्षा कर जीर्णोद्धार भी कराया। ईसा 1192 में तराइन के युद्ध में ¨हदूपति पृथ्वीराज चौहान की हार के बाद गढ़ कुंडार में महाराजा खेत सिंह ने ¨हदू खंगार राज्य की नींव डाली।

रविवार की दोपहर आयोजित कार्यक्रम में आसपास क्षेत्र व जनपदों से आए लोग पहुंचे। वक्ताओं ने खंगार क्षत्रियों के वीरता व बलिदान वाले अतीत की चर्चा कर स्वाभिमान व सम्मान के साथ जीवनयापन करने की अपील की। जयंती समारोह में चित्रकूट से आए स्वामी सांतम गिरी महराज व प्रदेश अध्यक्ष आरके राणा ने भी लोगों को महाराजा खेत सिंह की वीरता व बलिदान की जानकारी दी। आयोजकों ने कार्यक्रम में मौजूद ब्लाक प्रमुख पति इंद्रजीत सिंह समेत अतिथियों को पगड़ी पहनाई और तलवार भेंट कर सम्मान किया। इस दौरान बुंदेली दीवारी का भी प्रदर्शन किया गया, जिसे सराहना मिली। कार्यक्रम आयोजन में संयोजक यशवीर सिंह परिहार, विजय सिंह, अंकुर सिंह, मलखान सिंह, दीन दयाल सिंह आदि ने सक्रिय भूमिका अदा की।