कासगंज हिंसा में चंदन गुप्ता की हत्या के आरोपी वसीम-नसीम भी गिरफ्तार
कासगंज में तिरंगा यात्रा रोकने के बाद शहर में हुई हिंसा और चंदन गुप्ता की हत्या में नामजद दो और आरोपित वसीम व नसीम को पुत्रगण बरकतउल्ला कोतवाली पुलिस ने दबोच लिया।
कासगंज (जेएनएन)। कासगंज में गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा के दौरान हिंसा में चंदन गुप्ता की हत्या के आरोपी दो अन्य भाईयों को कल रात पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लिया। इनके पहले मुख्य आरोपी सलीम को पुलिस ने छह दिन पहले ही गिरफ्तार कर लिया था।
कासगंज में तिरंगा यात्रा रोकने के बाद शहर में हुई हिंसा और चंदन गुप्ता की हत्या में नामजद दो और आरोपित वसीम व नसीम को पुत्रगण बरकतउल्ला कोतवाली पुलिस ने दबोच लिया। पुलिस पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
कोतवाली प्रभारी रिपुदमन सिंह को सूचना मिली कि चंदन हत्याकांड के दो आरोपी वसीम और नसीम (मुख्य आरोपित सलीम के भाई) हजारा नहर पुल के पास खड़े हैं और कहीं भागने की फिराक में हैं। इस पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों भाइयों को वहां से दबोच लिया। तलाशी ली तो दो तमंचे और दो कारतूस बरामद हुए। हिंसा में पुलिस मंगलवार तक मुख्य आरोपित सलीम समेत नौ आरोपितों को जेल भेज चुकी है।
प्रशासन ने आरोपियों के असलाह लाइसेंस भी निलंबित कर दिए हैं। पुलिस कोतवाल रिपुदमन सिंह ने वसीम और नसीम को एक-एक तमंचे और कारतूस के साथ गिरफ्तार करके न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया। उधर, जिला प्रशासन ने आरोपियों के दो लाइसेंसी असलाह इनमें रिवाल्वर और बंदकू के लाइसेंस हैं, निलंबित कर दिए।
डीएम आरपी सिंह ने बताया कि लाइसेंसों के मामले में आगे कार्यवाही की जा रही है। इससे पहले पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी और बाद की पूरी कार्रवाई को बेहद गोपनीय रखा। शाम को आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल पहुंचाने के बाद प्रकरण का खुलासा किया गया।
हूटिंग से चिढ़कर दिया घटना को अंजामवसीम और नसीम पुत्रगण बरकत उल्लाह ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उन्होंने तिरंगा रैली के दौरान विशाल ठाकुर और अनुकल्प चौधरी के हूटिंग करने के कारण इस घटना को अंजाम दिया था। हूटिंग से चिढ़कर ही उन्होंने तिरंगा यात्रा पर ईंट-पत्थर फेंके थे और फायरिंग भी की थी।