भाजपा में टिकट दावेदारी पर पूर्व विधायक व सांसद समर्थकों में भिड़ंत, दोनों पक्षों ने दर्ज कराई रिपोर्ट
भाजपा में गुरुवार को दो पक्षों की भिड़ंत के बाद शुक्रवार को पार्टी में सन्नाटा नजर आया। कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं। पुलिस ने सांसद समर्थक की तहरीर पर दूसरे पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। डिबाई की पूर्व विधायक की ओर से दी गई तहरीर पर अभी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसमें अधिकारी जांच की बाद कह रहे हैं।
जागरण संवाददाता, कासगंज। भाजपा में गुरुवार को दो पक्षों की भिड़ंत के बाद शुक्रवार को पार्टी में सन्नाटा नजर आया। कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं। पुलिस ने सांसद समर्थक की तहरीर पर दूसरे पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। डिबाई की पूर्व विधायक की ओर से दी गई तहरीर पर अभी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसमें अधिकारी जांच की बाद कह रहे हैं। इससे नाराज पूर्व विधायक ने डीजीपी से संपर्क साधा है।
पार्टी के दो पक्षों में भिड़ंत के बाद यहां भाजपाइयों में असमंजस की स्थिति बन गई है। एक पक्ष डिबाई की पूर्व विधायक अनीता लोधी राजपूत का है तो दूसरा कथित सांसद समर्थक अखिलेश वर्मा का। रार के पीछे कारण लोकसभा चुनाव में टिकट है।
अनीता टिकट के लिए यहां से दावा कर रही हैं, यह सांसद समर्थकों को नागवार गुजर रही है। पहले नगर में लगे उनके होर्डिंग उतारे गए और गुरुवार को अमांपुर मार्ग स्थित एक गेस्टहाउस में उनके कार्यक्रम के दौरान नारेबाजी की गई। यहीं से विवाद खड़ा हुआ और दोनों पक्ष आमने-सामने आए। एक-दूसरे पर जहां फायरिंग और गाड़ियां तोड़ने के आरोप लगाए गए, वहीं तहरीरें भी दी गईं।
अनीता लोधी ने पुलिस कार्यालय पहुंचकर वहां मौजूद एएसपी को तहरीर दी तो अखिलेश ने कोतवाली सदर पहुंचकर तहरीर दी। अखिलेश की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। इसमें जानलेवा हमले के साथ वाहन क्षतिग्रस्त करने और बलवा की धाराएं हैं।
रिपोर्ट में अनीता लोधी राजपूत, उनके पीआरओ मोहित शर्मा और कार्यालय सचिव संतोष गोस्वामी के साथ चार-पांच अन्य लोगों को नामजद किया गया है। अनीता की तहरीर पर पुलिस ने अभी कोई कार्रवाई नहीं की है। इस संबंध में कहा जा रहा है कि मामले की जांच कराई जा रही है। उधर, इससे नाराज अनीता लोधी राजपूत ने लखनऊ में डीजीपी से संपर्क साधा है। उन्हें भी तहरीर उपलब्ध कराई है। इधर, इस मामले में भाजपाई कुछ भी बोलने तो तैयार नहीं हैं।
समर्थक अनीता लोधी राजपूत के भी यहां हैं, मगर बात टिकट की है और मामला सांसद राजवीर सिंह राजू से जुड़ा है, इसलिए वह खुलकर सामने आने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे। उधर, सांसद समर्थक अखिलेश वर्मा के साथ तो हैं, मगर खुलकर कोई टिप्पणी करने से वह भी बच रहे हैं। चूंकि दूसरी ओर भी पूर्व विधायक हैं और यहां से टिकट मांग रही हैं।
एक पक्ष की तहरीर पर कोतवाली सदर में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दूसरे पक्ष की भी तहरीर मिल गई है। उस पर अभी जांच कराई जा रही है। जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। - जितेंद्र दुबे, एएसपी
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