गंगा के जलस्तर के साथ बढ़ने लगी लोगों की चिंता
कासगंज संवाद सहयोगी पहाड़ों पर हो रही बारिश एवं बैराजों से छोड़े जा रहे पानी से गंगा का जलस्तर बढ़ गया है।
By JagranEdited By: Updated: Sun, 29 Aug 2021 05:41 AM (IST)
कासगंज, संवाद सहयोगी: पहाड़ों पर हो रही बारिश एवं बैराजों से छोड़े जा रहे पानी से गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। तटवर्ती ग्रामों के ग्रामीणों की चिता बढ़ गई हैं। सिचाई विभाग चौकन्ना हो गया है। नगला खंदारी के निकट कटान को रोकने का काम चल रहा है।
अगस्त के प्रारंभ में पहाड़ों पर हो रही बारिश एवं बैराजों से छोड़े गए पानी ने गंगा नदी में बाढ़ के हालात पैदा कर दिए थे। बाढ़ का पानी तटवर्ती दर्जनों ग्रामों की फसली भूमि में तक पहुंच गया था। किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ था। इसके बाद गंगा के पानी में उतार-चढ़ाव बना रहा। कुछ दिन बाद बाढ़ की आशंका समाप्त हो गई। किसानों ने राहत महसूस की थी। बीते दो दिनों से पहाड़ों पर हो रही बारिश एवं बैराजो से छोड़े जा रहे पानी ने गंगा के रुख को फिर तल्ख कर दिया है। जलस्तर बढ़ने से गंगा फसली भूमि की ओर रुख कर रही है। नगला खंदारी के पास दो दिन से कटान हो रहा है। इसे रोकने के लिए सिचाई विभाग की टीमें लगी हुई हैं। जलस्तर बढ़ता देख तटवर्ती गांवों के ग्रामीण एवं किसान चितित हो उठे हैं। बैराजों से पानी का डिस्चार्ज - हरिद्वार बैराज : 130745 क्यूसेक - बिजनौर बैराज : 112492 क्यूसेक
- नरौरा बैराज : 78800 क्यूसेक - कछला गंगा नदी पर पानी का गेज : 163.55 नगला खंदारी के निकट हो रहे कटान को रोका गया है। परकूपाइन लगाए गए हैं। कटान रुक गया है। शनिवार को कछला गंगा नदी पर पानी के गेज में 30 सेंटीमीटर की बढ़ोत्तरी हुई है। अभी जलस्तर और बढ़ेगा।
- पंजाबी शर्मा, जिला सहायक बाढ़ अधिकारी
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