IAS Transfer: मार्डन गांव याद दिलाएंगे कासगंज में डीएम हर्षिता माथुर का कार्यकाल, सुधा वर्मा संभालेंगी अब कमान
IAS Transfer Kasganj DM News मार्डन गांव दिलाएंगे हर्षिता माथुर की याद। जिले के युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए भटकना न पड़े इसके लिए उन्होंने पालिका परिसर में निजी संशाधनों से सामर्थ पुस्तकालय की स्थापना भी कराई। इसमें विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी से संबंधित सौ से अधिक पुस्तकों का भी संयोजन किया। सुधा वर्मा पहली बार किसी जिले की कमान संभालेंगी।
By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Tue, 19 Sep 2023 01:47 PM (IST)
कासगंज, जागरण संवाददाता। कासगंज जिले के मार्डन गांव आइएएस हर्षिता माथुर की याद को चिरस्थायी रखेंगे। डीएम के रूप में उन्होंने यहां 23 माह तक कार्यभाल संभाला। इस दौरान जहां विकास कार्यों पर जोर रहा, वहीं शिक्षा का स्तर उठाने पर भी उन्होंने ध्यान दिया।
पालिका परिसर में निजी प्रयासों से सामर्थ पुस्तकालय की भी स्थापना उन्होंने कराई। यह युवाओं के उत्थान की राह में उनका अहम कदम रहा। शासन ने अब उनका स्थानांतरण रायबरेली कर दिया है। अब वह वहां डीएम की कमान संभालेंगी। संयुक्त राज्य निर्वाचन आयुक्त सुधा वर्मा को यहां का डीएम बनाया गया है। वह एक-दो दिन में आकर कार्यभार संभाल लेंगी।
खासी लोकप्रियता मिली कासगंज में
अपने मृदु व्यवहार और कुशल प्रशासनिक क्षमता से हर्षिता माथुर को जिले में खासी लोकप्रियता मिली। उन्होंने जिले को नई सोच भी दी और गांव का किसान की चिंता की। शासन की योजनाओं से अलग हटकर उन्होंने जिले के हर ब्लाक से दो-दो गांव मार्डन (आधुनिक) बनाने की कार्ययोजना अधीनस्थों से तैयार कराई। इस तरह सात ब्लाकों के 14 गांव चिह्नित किए गए। इन गांवों में वाईफाई, सीसी कैमरे, शुलभ शौचालय, खेल मैदान आदि विकसित कराए। पंचायतघरों का आधुनिकीकरण कराया।गांवों में किए विशेष प्रबंध
गांवों में साफ-सफाई के उचित प्रबंध किए। घर-घर नेमप्लेट आदि लगवाईं। प्रकाश के उचित प्रबंध किए। चार गांवों में यह सब काम कराकर वह उनका लोकार्पण भी विभिन्न जनप्रतिनिधयों से करा चुकी हैं। अन्य दस गांवों में काम अंतिम चरण में चल रहा है।
2021 में संभाला था डीएम का चार्ज
मथुरा की ओर से शहर में प्रवेश करते ही नदरई चौराहे पर पार्क के सुंदरीकरण का श्रेय भी उन्हें जाता है। तीर्थनगरी सोरों में हरिपदी गंगा के वराह घाट का सुंदरीकरण भी उन्होंने विशेष प्रयासों से कराया। उन्होंने यहां 25 अक्टूबर 2021 को डीएम के रूप में कार्यभार संभाला था। अब शासन ने उन्हें रायबरेली के डीएम की जिम्मेदारी दे दी है।ये भी पढ़ेंः बांकेबिहारी दर्शन को आनलाइन पंजीकरण की तैयारी, 18 करोड़ के प्रस्ताव पास, श्रद्धालुओं के लिए चलेगी गोल्फ कार्ट
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।1994 बैच की पीसीएस हैं नई डीएम सुधा वर्मा
शासन ने संयुक्त राज्य निर्वाचन आयुक्त सुधा वर्मा को यहां डीएम बनाकर भेजा है। वह 1994 बैच की पीसीएस हैं। वर्ष 2017 में उन्हें वर्ष 2010 के आइएएस का कैडर मिला है। लंबे समय से वह राज्य निर्वाचन आयोग में ही अपनी सेवाएं दे रही हैं। अपने सेवाकाल में वह पहली बार ही किसी जिले की डीएम होंगी। उनका कहना है कि वह एक-दो दिन में यहां आकर अपना कार्यभार संभाल लेंगी। तभी जिले में अपनी प्राथमिकताएं मीडिया के साथ साझा करेंगी।