कासगंज अधिवक्ता मोहनी मर्डर केस में खुलासा; हत्या मुकदमे की रंजिश में हुई, युवती समेत दो और आरोपित गिरफ्तार
Kasganj Advocate Murder CAse Update अधिवक्ता की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। युवती समेत दो आरोपित और गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिए हैं। पुलिस ने बाइक और तमंचा बरामद किया है। अधिवक्ता को शादी कराने के बहाने से कार तक ले गया था शातिर। इस केस के मुख्य दो आरोपित अभी भी पुलिस गिरफ्तर से बाहर हैं।
जागरण संवाददाता, कासगंज। अधिवक्ता मोहनी हत्याकांड मुकदमे को लेकर रंजिश में की गई थी। ये मुकदमा किसका था और रंजिश किसकी थी पुलिस इस पर से पर्दा नहीं हटा पाई है। शनिवार काे पुलिस ने हत्याकांड से जुड़ी एक युवती समेत दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। यह दोनों हत्यारों के सहयोगी हैं। पुलिस अभी दो मुख्य अभियुक्तों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। ये दाेनों सुपारी किलर हैं।
अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भारती ने बताया कि अधिवक्ता हत्याकांड में जांच के दौरान एक संदिग्ध कार और उसके पीछे एक संदिग्ध बाइक प्रकाश में आई। जांच में बाइक सवार का नाम बॉबी कुमार पुत्र प्रेम सिंह निवासी कुतुबपुर वनथल थाना पिलुआ जनपद एटा पता चला। पुलिस उसकी तलाश में जुट गई।
गेट से किया था मोहनी का अपहरण
शनिवार सुबह छह बजे बॉबी को अनाज मंंडी के गेट से मय तमंचे के गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ने बताया कि तीन सितंबर को सुनील उर्फ फौजी पुत्र खडग सिंह निवासी कनिकपुर थाना बागवाला एटा और रजत सोलंकी पुत्र धर्मपाल सोलंकी निवासी कलानी थाना सिढ़पुरा और रेनू पुत्री प्रेम सिंह निवासी सूरतपुर खुसकरी थाना अमांपुर के साथ न्यायालय आए थे। वह मोटरसाइकिल पर था और बाकी तीनों चार पहिया वाहन पर थे।पुलिस ने हत्याकांड में गिरफ्तार किए युवक और युवती।
पहले से मोहनी को जानता था सुनील
सुनील अधिवक्ता मोहनी को पहले से जानता था। वह गेट पर अधिवक्ता मोहनी से मिला। सुनील ने रेनू नाम की लडकी की शादी रजत नाम के लड़के से कराने के बहाने अधिवक्ता मोहनी का गाड़ी में बैठा लिया। इसके बाद तीनों ने उनकी हत्याकर दी और शव को नहर में फेंक दिया।
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