दिल्ली की कोचिंग में हुए बेसमेंट हादसे के बाद यूपी में भी अधिकारी जागे हैं। कासगंज में बेसमेंट में लाइब्रेरी और कोचिंग सेंटर चल रहे थे। गुरुवार को एसडीएम सदर ने इन सेंटरों की जांच की और सभी को बंद करा दिया। सभी को नोटिस दिया गया है । जांच के दौरान लाइब्रेरी में 130 बच्चे पढ़ रहे थे ।
जागरण संवाददाता, कासगंज। बेसमेंट में लाइब्रेरी और कोचिंग सेंटर चल रहे थे। एक ही लाइब्रेरी में डेढ़ सौ से भी अधिक बच्चे एक बार में बैठे कंप्यूटर पर पढ़ाई कर रहे थे। वहीं कोचिंग सेंटर में भी एक साथ 80 बच्चे पढ़ रहे थे। इनमें से अधिकतर में निकासी का एक ही साधन था। गुरुवार को एसडीएम सदर ने इन सेंटरों की जांच की और सभी को बंद करा दिया। सभी को नोटिस दिया गया है।
दिल्ली में वर्षा का पानी बेसमेंट में घूसने से तीन छात्रों की मृत्यु हो गई थी। इस हादसे के बाद उत्तर प्रदेश सरकार के आवास एवं शहरी नियोजन विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. नितिन रमेश गोकर्ण ने सभी विकास प्राधिकरणों के उपाध्यक्षों और विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्षों को शासनादेश जारी किया था। इसमें लिखा था कि प्रदेश में पार्किंग के बजाय बेसमेंट में अवैध तरीके से चल रहीं दूसरी गतिविधियों पर अंकुश लगाया जाए।
वर्षा के मौसम में बेसमेंट की खुदाई पर भी रोक लगा दी जाए। उन्होंने सभी को तीन दिन में कार्रवाई कर शासन को विस्तृत रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे। वाटसएप पर तो यह आदेश उसी दिन आ गया था। बुधवार को ये फैक्स के जरिए सभी अधिकारियों को पहुंच गया। गुरुवार को सुबह से ही जिलाधिकारी मेधा रुपम एक्शन के मोड में आ गईं।
उन्होंने एसडीएम सदर एवं नियत प्राधिकारी संजीव कुमार, मुख्य अग्निशमन अधिकारी आरके तिवारी को जांच को बेसमेंटों की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए। सुबह दस बजे से दोनों अधिकारियों के साथ जांच शुरू कर दी। ये पहले अमांपुर रोड स्थित संस्कृत लाइब्रेरी पहुंचे। ये बेसमेंट में बनी हुई थी। इसमें प्रवेश के लिए गेट पर बायोमेट्रिक लगा था। लाइब्रेरी में प्रवेश भी बायोमेट्रिक पर अंगूठा लगाने पर ही मिलता है।
जांच के दौरान लाइब्रेरी में 130 बच्चे पढ़ रहे थे। इसके मालिक सुमित साहू हैं। एसडीएम सदर ने तत्काल लाइब्रेरी को बंद करा दिया। एसडीएम सदर के आदेश पर जेई जूनियर इंजीनियर विनियमित क्षेत्र ओम प्रकाश भवन ने मालिक को नोटिस भेज दिया है। इसके बाद वह अमांपुर रोड पर ही स्थित लक्ष्य कोचिंग सेंटर पर पहुंचे। ये भी बेसमेंट में चल रहा था। ये शांति देवी के नाम है।
इसको भी बंद करा दिया। इसके बाद अधिकारी गौतम नगर में चल रही टारगेट लाइब्ररी में पहुंचे। यह भी बेसमेंट में चल रही थी। इसमें 30 बच्चे बैठे थे । इसमें 80 बच्चों के बैठने की क्षमता है। लाइब्रेरी का एक ही निकासी और प्रवेश द्वार था। एसडीएम सदर और मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने इसकी जांच की और इसके बाद बंद करा दिया।
बेसमेंट में लगा था बायोमेट्रिक, अंगूठा लगाने से खुलता है गेट
संस्कृति लाइब्रेरी में बायोमेट्रिक लगा था। लाइब्रेरी के सदस्य उस पर अंगूठा लगाते थे तभी गेट खुलता है। इसके अलावा कोई और या किसी सदस्य ने फीस जमा नहीं की उसके अंगूठा लगाने से गेट नहीं खुलता है। लाइब्रेरी के मालिक ने ये व्यवस्था बिना फीस के प्रवेश रोकने के लिए की है। बताते चलें कि दिल्ली में जिस बेसमेंट की कोचिंग सेंटर में तीन छात्रों की जलभराव से मृत्यु हुई उसमें भी एेसा ही बायोमेट्रिक लगा था। मुख्य अग्निशमन अधिकारी आरके तिवारी ने बताया कि संस्कृति लाइब्रेरी में बायोमेट्रिक लगा है। अंगूठा लगाने से गेट खुलता है। ये तो बहुत ही गलत है।
बेसमेंट में नियम विरुद्ध चल रही कोचिंग और लाइब्रेरी चलाई जा रहीं थी। गुरुवार को संस्कृति लाइब्रेरी, टारगेट लाइब्रेरी और लक्ष्य कोचिंग सेंटर को जांचा। तीनों अवैध रूप से बेसमेंट में चल रहे थे। इन तीनों को बंद करा दिया गया है। साथ ही तीनों को अग्निशमन विभाग की तरफ से नोटिस भी दिया गया है। - आरके तिवारी, मुख्य अग्निशमन अधिकारी
बेसमेंट में अवैध रूप से चल रहे कोचिंग सेंटर, लाइब्रेरी और जिम को बंद कराया जा रहा है। गुुरुवार को बेसमेंट में अवैध रूप से चल रहे दो लाइब्रेरी और एक कोचिंग सेंटर का बंद कराया है। जिस भवन में ये चल रहा था उन सभी को नोटिस भी दिया गया है। - संजीव कुमार, एसडीएम सदर
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