कासगंज हिंसा का मुख्य अारोपी सलीम जावेद गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी
कासगंज हिंसा और चंदन की हत्या के मुख्य आरोपियों में से एक सलीम जावेद पुत्र बरकत उल्ला को पुलिस ने गिरफतार कर लिया है
By Ashish MishraEdited By: Updated: Wed, 31 Jan 2018 01:54 PM (IST)
कासगंज (जेएनएन)। कासगंज हिंसा और चंदन की हत्या के मुख्य आरोपियों में से एक सलीम जावेद पुत्र बरकत उल्ला को पुलिस ने गिरफतार कर लिया है जबकि उसके बताये अाधार पर पुलिस अन्य अारोपियों की तलाश कर रही है। बताया जा रहा है कि गणतंत्र दिवस पर कासगंज में तिरंगा यात्रा के दौरान हिंसा में समाजवादी पार्टी से जुड़े शूटर वसीम जावेद का नाम सामने आया है, उसका समाजवादी पार्टी से गहरा जुड़ाव है, उसका समाजवादी पार्टी के शासनकाल में काफी दबदबा था।
कासगंज हिंसा में मारे गए चंदन गुप्ता के शूटर सलीम जावेद समेत हत्या में नामजद दर्जनभर आरोपियों पर रासुका की कार्रवाई होगी। मुख्य आरोपी वसीम की गिरफ्तारी अभी हो पाई है। उसके घर से पुलिस को एक एलबम मिली है, जिसमें फोटो के जरिए उसके संपर्क सूत्र तलाशे जा रहे हैं। वसीम का समाजवादी पार्टी के शासन में दबदबा था। उसे कुछ स्थानीय समाजवादी पार्टी के नेताओं का संरक्षण प्राप्त था। इस संबंध में जांच एजेंसियां शासन को पल-पल का अपडेट दे रही हैं।पुलिस ने चंदन गुप्ता को गोली मारने वाले मुख्य आरोपी सलीम पर शिकंजा कसने की तैयारी पुलिस ने कर ली है। उसके घर पर दबिश के दौरान कई ऐसी जानकारियां पुलिस को मिलीं, जिनसे उसके आपराधिक इतिहास का भी पता चल रहा है। वसीम का परिवार वर्की कपड़े वालों के नाम से भी जाना जाता है। मुख्य आरोपी तीन भाई हैं। उन सभी का रिकार्ड पुलिस खंगाल रही है। 28 जनवरी को आइजी के नेतृत्व में मुख्य आरोपी के घर पर पुलिस ने दबिश दी थी। तलाशी के दौरान अवैध पिस्टल मिली थी। अवैध हथियार मिलने से आरोपी की फितरत का पुलिस को पता चला है। उसके घर से मिली एलबम में एक-एक फोटो खंगाला जा रहा है, जिसमें यह देखा जा रहा है कि आरोपी के संबंध किन लोगों से हैं और किस स्तर के हैं।
एक फोटो में उसके दोस्तों की जमात भी दिखाई दे रही है। पुलिस जांच कर रही है कि दोस्तों में से किसी का कोई क्रिमिनल रिकार्ड तो नहीं। यह भी पता किया जा रहा है वसीम की रिश्तेदारियां कहां हैं और वह कहां छिप सकता है। चंदन की हत्या में 20 लोग नामजद हैं। हत्या के लिए इनमें से दर्जनभर लोगों को जांच एजेंसियां सीधे जिम्मेदार ठहरा रही हैं। इन्हीं लोगों पर रासुका की कार्रवाई होगी। शासन की तरफ से बार-बार बड़ी कार्रवाई करने की बात कही जा रही है। इस बड़ी कार्रवाई में एनएसए भी शामिल है।वहीं कासगंज जाते राष्ट्रीय लोकदल के 12 नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इन्हें क्वार्सी थाने लाया गया । यहां रालोद के की नेता व कार्यकर्ता भी पहुंच गए। इन्हें भी हिरासत में लेने की सम्भवना है। हिरासत में लिए गए नेताओं में पश्चिमी प्रदेश अध्यक्ष डॉ अनिल चौधरी, विधायक व एससीएसटी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष भगवती प्रसाद सूर्यवंशी, पूर्व विधायक नवाजिश आलम, पूर्व मंत्री योगराज सिंह तथा पूर्व विधायक त्रिलोकीराम दिवाकर शामिल है। ये हाथरस में एकत्रित हुए। वहां इन्हें रोकने के पुलिस ने प्रयास किए थे, लेकिन रास्ता बदल कर आ गए और रामघाट रोड पर पराग डेयरी के पास पत्रकारों से बात करने के बाद कासगंज के लिए रवाना हो रहे थे। जानकारी मिलने पर पुलिस पहुंच गई।
रालोद नेता गिरफ्तार कर लिए गए हैं। इन्होंने मुचलकों पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया है और कासगंज जाने की जिद पर अड़े हैं। जेल जाने को भी तैयार हैं। पूर्व मंत्री योगराज सिंह सहित रालोद के अन्य नेताओं ने कासगंज हिंसा के लिए सरकार को जिम्मेदार बताया है। साथ ही एटा सांसद राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया पर भड़काऊ भाषण से हिंसा फैलाने का आरोप लगाते हुए कार्यवाई की मांग की है।
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