Sikkim Flash Flood: सिक्किम जल प्रलय के 12 दिन बाद मिला लापता सेना के जवान का पार्थिव शरीर, आज पहुंचेगा कासगंज
Teesta river flood बादल फटने से तीस्ता नदी में आई बाढ़ में लापता हो गए थे सलेमपुर परौंदा के राघवेंद्र। काफी तलाश के बाद 12 दिन बाद मिल सका उनका पार्थिव शरीर। सोमवार को सिक्किम में मौमस बिगड़ने के कारण गांव में उनका पार्थिव शरीर नहीं आ सका था। गांव में पूरे दिन होता रहा उनके पार्थिव शरीर का इंतजार।
जागरण संवाददाता, कासगंज। सिक्किम में 12 दिन पूर्व बादल फटने से तीस्ता नदी में आई बाढ़ में गायब हुए गांव सलेमपुर पीरौंदा के सैनिक राघवेंद्र का शव रविवार को मिल गया।
उसे सोमवार को हवाई मार्ग से यहां भेजा जा रहा था, मगर सिक्किम में मौसम बिगड़ गया। ऐसे मे अब सैनिक का पार्थिक शरीर मंगलवार को उनके गांव पहुंचेगा। वहां सैनिक सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार होगा। सोमवार को सैनिक के पार्थिव शरीर का गांव में इंतराज होता रहा।
छह महीने पहले मिली थी सिक्किम में तैनाती
सलेमपुर पीरोंदा के राघवेंद्र कुमार सिंह उर्फ रास बिहारी वर्ष 2004 में सेना में भर्ती हुए थे। उनकी तैनाती जेसलमेर में थी। छह माह पूर्व ही उनकी तैनाती सिक्किम में हुई थी। 12 दिन पूर्व सिक्किम में बादल फटे और तीस्ता नदी में तीव्र बाढ़ आई। इसमें कई सैनिक गायब हो गए। इनमें राघवेंद्र भी शामिल थे। वहां तमाम शव मिले।
राघवेंद्र के स्वजन को बुलाया था सेना ने
सेना ने राघवेंद्र के स्वजन को गांव से बुला लिया। उनसे शवों की शिनाख्त कराई गई। रविवार को शिनाख्त होने पर सोमवार को सुबह से ही स्वजन सिक्किम से शव लाने की तैयारियों में जुट गए। गांव के लोगों को जानकारी दी गई कि पार्थिव शरीर को जहाज के माध्यम से सिक्किम से आगरा लाया जा रहा है।
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आगरा से सड़क मार्ग से दोपहर तक पैतृक गांव सलेमपुर पिरौंदा पहुंच जाएगा। यहां सेना की टुकड़ी अंतिम सलामी देगी। बाद में पता चला कि सिक्किम में मौसम काफी खराब हो गया है और वहां भारी बारिश हो रही है। इससे विमान नहीं उड़ सकता है।
आज गांव में आने की उम्मीद
राघवेंद्र के गांव में मौजूद बड़े भाई नरेंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली है कि जब दोपहर को मौसम कुछ साफ हुआ तो सेना ने पार्थिव शरीर को हेलीकाप्टर से भेजने का इंतजाम किया। पार्थिव शरीर पहले प्रयागराज लाया गया उसके बाद देर शाम तक बरेली पहुंचने की संभावना है। वहां से मंगलवार को सुबह पार्थिव शरीर गांव पहुंच सकेगा।
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क्षेत्र में शहीद होने की पहली घटना
मोहनपुरा क्षेत्र में सैनिक के शहीद होने की यह पहली घटना है। सलेमपुर पीरोंदा के ही दर्जनभर युवक सेना में हैं और देश की सेवा कर रहे हैं। सभी क्षेत्रवासियों को शहीद राघवेंद्र पर गर्व है।